मानव समर्पण संस्था द्वारा युवाओं को अध्यात्म से जोडऩे का प्रयास
मोबाइल का प्रयोग सीमित रखो व रिश्तों का सम्मान करो : स्वामी बालकिशन तीर्थ
डेमोक्रेटिक फ्रंट
हिसार/पवन सैनी
मानव समर्पण एक पहल एहसास की संस्था द्वारा स्वामी बालकिशन तीर्थ के सान्निध्य में आज बच्चों व युवाओं में जागरुकता लाने के लिये एक कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों व युवाओं को आध्यात्म से जोडऩा एवं प्रेरित करना है जिससे कि युवा भटके नहीं। पहले दिन के कार्यक्रम का शुभारंभ मदर शारदा कान्वेंट स्कूल (ढंडूर बीड़) से किया गया। स्वामी बालकिशन तीर्थ ने बच्चों को अपने आशीर्वचन में बताया कि माता-पिता का सम्मान करो। उनकी डांट को सकारात्मकता से लेकर जीवन को सफल बनाओ। आज के युग में तकनीक का प्रयोग तकनीक तक करो, उसके आदि मत बनो। स्वामी बालकिशन तीर्थ ने कहा कि मोबाइल का प्रयोग सीमित रखो। रिश्तों का सम्मान करो। स्कूल स्टॉफ एवं विद्यार्थियों ने अनुशासन में बैठकर स्वामी बालकिशन तीर्थ की बातों को बहुत ध्यान से सुना च उन पर अमल करने का संकल्प लिया। संस्था अध्यक्ष अनिल कुकरेजा ने कहा कि संस्था युवाओं में जागरूकता लाने एवं संस्कारों को बढ़ाने का कार्यक्रम निरंतर करती रहेगी। स्वामी बालकिशन तीर्थ के आशीर्वाद से यह प्रयास अभियान बन जाएगा। विद्यालय प्रिंसिपल कुलदीप ने कहा कि विद्यालय बच्चों में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार की नींव तैयार कर रहा है। मानव समर्पण संस्था के इस प्रयास का उन्होंने हर स्तर पर सहयोग करने का आश्वासन दिया। इस कार्यक्रम को महेंद्र खोवाल, अनिल वर्मा, सुरेश सैनी व अशोक सिंधवानी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के अंत में प्रिंसिपल कुलदीप, गुलशन व हन्शा आदि ने स्वामी बालकिशन तीर्थ को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।