उपायुक्त के दरबार में पहुंचा स्टोन क्रशरों का विवाद

  • जिला परिषद सदस्य व ग्रामीणों ने दी शिकायत
  • ओवरलोड ट्रकों ने तोड़ी सडक़ें, उड़ती धूल ने जीना किया मुहाल
  • इलाके के दर्जनों गावों में आवागमन की समस्या बढ़ीउपायुक्त ने दिया जल्द कार्रवाई का भरोसा 

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकुला – 10      मई  :

मानक टबरा स्टोन क्रशरों द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण का मामला जिला उपायुक्त के दरबार में पहुंच गया है। जिला परिषद सदस्य एडवोकेट बलविंदर चौधरी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जिला उपायुक्त डॉ.प्रियंका सोनी से मुलाकात करके इस मामले में कार्रवाई की मांग की है।

इससे पहले ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री, एनजीटी तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी स्टोन क्रशर मालिकों के खिलाफ शिकायत दी थी।

जिला परिषद के सदस्य एडवोकेट बलविंदर चौधरी, गुरचरण, कृष्ण गोपाल बंटी वालिया व अन्यों ने जिला उपायुक्त से मुलाकात करके इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। जिला उपायुक्त ने जनप्रतिनिधियों की मांग पर जल्द ही इस मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

शिकायत में कहा गया है कि क्रशर जोन में दिन-रात काम चलता है। यहां एनजीटी द्वारा तय किए गए किसी भी नियम का पालन नहीं हो रहा है। क्रशर मालिक कभी-कभार ही फव्वारे चलाते हैं। जिस कारण यहां दिन रात धूल उड़ती रहती है। इस धूल के कारण लोगों को जहां सांस की बीमारियां होने लगी हैं वहीं अब यह धूल उडकऱ घरों में गिरने लगी है।

ओवरलोड ट्रकों द्वारा सारी सडक़ों को तोड़ दिया गया है। हालत इतने खराब हैं की सडक़ से निकलना भी मुश्किल हो गया है। दोपहिया वाहन चालकों को सबसे अधिक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ समय पहले दो लोगों की यहां मौत भी हो चुकी है। टूटी सडक़ों पर हादसों के कारण आए दिन राहगीर घायल हो रहे हैं। ओवरलोड ट्रकों की आवाजाई भी आबादी के बीच से होती है,जिससे वायु प्रदूषण भी भारी मात्रा में होता है। इस सडक़ का दर्जनों गांवो को रास्ता लगता है जो की आने जाने लायक नही रह गया। किसी भी क्रशर द्वारा ग्रीन बैलेट नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। शिकायत में कहा गया है कि नदी में क्रशरों द्वारा निकला दूषित जल गिराने के कारण नदी के पानी की निकासी खत्म हो गई है। नदी के पानी का रास्ता अब गांव के खेतों व शमशान घाट में से हो गया है। कुछ क्रशर मालिकों द्वारा गांव मानकटबरा की शामलात जमीन की गौचरण की भूमि पर अवैध कब्जा किया गया है।