Wednesday, November 27

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 09       मई  :

सेंट लॉरेंस इंटरनेशनल स्कूल, पाबनी रोड, जगाधरी में चेयरपर्सन डॉ. रजनी सहगल के दिशा निर्देशन में ‘भारतीय छात्रों के लिए कनाडा में उच्चत्तर शिक्षा व रोज़गार के अवसर’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के मुख्य वक़्ता वेस्टर्न कम्युनिटी कॉलेज, वेंकुवर-कनाडा से नवनीत खेतरपाल का सभी शिक्षकों और अधिकारियों ने स्वागत किया। इस कार्यशाला में कक्षा 11वी-12वी के विद्यार्थियों व शिक्षकों ने भाग लिया।

मुख्य वक़्ता नवनीत  खेतरपाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि आइलेट्स परीक्षा  में अच्छा स्कोर विदेशों में पढ़ाई का रास्ता खोलती है। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड, अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया जैसे देश अपने यहाँ पढ़ने व कार्य करने वाले लोगो का आइलेट्स टेस्ट लेते हैं, जिसे उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। मुख्य वक़्ता ने विद्यार्थियों को कनाडा के कालेजो व विश्वविद्यालयों में उच्चतर शिक्षा में प्रवेश सम्बन्धी सभी नियमों से अवगत करते हुए बताया कि भारतीय विद्यार्थियों के लिए कनाडा में उच्च शिक्षा के लिए इस समय बहुत अवसर विद्यमान है। उन्होंने बताया कि कनाडा में शिक्षा पाने के प्रति भारतीय छात्रों में क्रेज बढ़ रहा है। कनाडा में बहुत से विख्यात विश्वविद्यालय और पाठ्यक्रम हैं ही, इसके साथ ही साथ योग्य और मेधावी छात्रों को विशेष छात्रवृति भी मिल जाती है। उन्होंने कहा कि प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के लिए कनाडा के सरकारी कॉलेज में पढ़ना भारतवर्ष के चुनिंदा कॉलेजो की फीस से भी कम है।


सुप्रसिद्ध शिक्षाविद एव मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. एम. के. सहगल ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारतीय छात्रों के लिए उच्चगुणवत्ता वाली अंतराष्ट्रीय शिक्षा की तलाश में कनाडा बहुत जल्दी ही पसंदीदा गंतव्य स्थान बन गया है क्योंकि कनाडा एक प्रतिस्पर्धी और अन्य देशों की अपेक्षा कम कीमत पर सुरक्षित और स्वागत माहौल में विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करता है। इसीलिए कनाडा सरकार ने वीसा नियमों को सरलीकृत करके भारतीय प्रतिभाशाली छात्रों कलिए सुनहरा अवसर प्रदान किया हैI डॉ. सहगल ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा के उपरांत ही पेरेंट्स और विद्यार्थियों को अपने उच्चत्तर शिक्षा के लक्ष्य को वरीयता देनी चाहिए। डॉ. सहगल ने बताया कि गत दिवस एक सेमिनार *महाराजा अग्रसेन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी* मे भी आयोजित किया गया और वहा पर विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए डॉ सहगल ने कहा कि आज के वैज्ञानिक युग में पूरा संसार एक ग्लोबल विलेज की तरह हो गया है। इंटरनेट के माध्यम से दुनिया सिमट सी गयी है। इसलिए विद्यार्थियों को चाहिए कि वें इंटरनेट के माध्यम से विश्वस्तर पर श्रेष्ठ गुणवत्ता वाले कालेजो में दाखिला लेने का प्रयास करें जिससे उनका भविष्य उज्जवल बने। इसके लिए उनमें जिज्ञासा का होना अनिवार्य है।

इस अवसर पर रविंदर सिंह वधवा, डॉ. जी. बी. गुप्ता, गगन बजाज, सभी शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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