कांग्रेस पार्टी ने रैजिडेटं एसोसिएशन के साथ मिलकर किया पानी एवं गारबेज चार्ज का विरोध 
विनोद कुमार तुषावर, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 04 मई :
चंडीगढ़ कांग्रेस एवं सेक्टर 32 और 33 रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने संयुक्त रूप से आज सेक्टर 32 की मार्केट में एक विरोध बैठक का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय निवासियों ने भाग लिया, बैठक में सैक्टर निवासियों ने एक सुर में पानी की दरों और गार्बेज कलैक्शन चार्जज़ में अत्यधिक वृद्धि के साथ साथ संपर्क केंद्रों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं पर हाल ही में लगाए गए सैस को वापस लेने की मांग की, सैक्टर 32 और 33 के निवास ने कचरा संग्रह शुल्क में 5% वृद्धि को लेकर आक्रोशित थे, जिसे अब 2 मरला से छोटे घरों के लिए ₹ 50 से बढ़ाकर ₹ 52.50 और 2 मरला से 10 मरला घरों के लिए ₹100 से ₹ 105 तक बढ़ा दिया गया है. इसके अलावा अब 10 मरला से 1 कनाल की आवासीय संपत्तियों पर पहले के 200 रुपये के बजाय 210 रुपये का भुगतान करना होगा और एक कनाल से 2 कनाल के लिए 250 रुपये के बजाय 262.50 रुपये और 2 कनाल से ऊपर के लोगों को पहले के 350 रुपये की तुलना में 367.50 रुपये लिए जाएंगे,
इस मौके पर बोलते हुए चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष एच.एस. लक्की ने कहा कि चंडीगढ़ म्यूनिसिपल कांग्रेस ने हर साल टैक्स बढ़ाने को एक रस्म सा बना लिया है, जिससे शहर के मध्यम वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के घरेलू बजट पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है,
इस अवसर पर सेक्टर 32 और 33 रैज़ीडैन्टस वैलफेयर ऐसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीप महाजन ने सैक्टर निवासियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बढ़े हुए टैक्सों के कारण उत्पन्न अतिरिक्त राजस्व जमीन पर जनता के लिए किसी नयी सहूलियत या विकास कार्यों के रूप में कहीं भी परिलक्षित नहीं होता है, क्योंकि कर वृद्धि के बावजूद निवासियों को दी जा रही सुविधाओं में कोई वृद्धि नहीं की जाती है, इस मौके पर महाजन ने संपत्ति कर को युक्तिसंगत बनाने की लोगों की भी मांग को भी उठाया, स्थानीय काग्रेंस नेता भजन कौर ने अधिकारियों से चंडीगढ़ नगर निगम से फिजूलखर्ची को कम करने का आग्रह किया, ताकि लोगों द्वारा भुगतान किए गए करों को वास्तव में शहर के विकास पर खर्च किया जा सके, इस मौके पर सैक्टर की ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष बलविंदर कौर ने भी अपने विचार रखे।