पंचांग, 03 मई 2023

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 03 मई 2023 :

प्रदोष व्रत 2022: सावन में कब है पहला प्रदोष व्रत? जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त  और पूजन विधि
आज प्रदोष व्रत है

नोटः आज प्रदोष व्रत है। हिन्दू कैलेंडर की तिथियों के अनुसार तेरहवें दिन यानी त्रयोदशी के दिन प्रदोष होता है। यह तिथि हर महीने में दो बार आती है- पहली शुक्ल पक्ष और दूसरी कृष्ण पक्ष में। त्रयोदशी अथवा प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिवशंकर की पूजा की जाती है। इस दिन शिवजी के साथ-साथ मां पार्वती और नंदी की पूजा भी की जाती है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार त्रयोदशी अर्थात् प्रदोष का व्रत करने से मनुष्य सदा सुखी रहता है, शिव का ध्यान करने से उसके सभी पाप धुल जाते है तथा उसे शिव धाम की प्राप्ति होती है। प्रदोष व्रत करने के लिए निम्न सामग्री की आवश्यकता होती है।

विक्रमी संवत्ः 2080, 

शक संवत्ः 1945, 

मासः वैशाख, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः त्रयोदशी रात्रिः काल 11.50 तक है, 

वारः बुधवार। 

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।

नक्षत्रः हस्त, रात्रि कालः 08.56 तक है, योगः हर्ष प्रातः काल 11.27 तक, 

करणः कौलव, 

सूर्य राशिः मेष, चंद्र राशिः कन्या, 

राहु कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.43, सूर्यास्तः 06.54 बजे।