ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 27 अप्रैल 2023 :
नोटः आज श्री गुरूपुष्य योग है। गुरु पुष्य योग गुरुवार और पुष्य नक्षत्र के संयोग से बनता है। ज्योतिषशास्त्र में पुष्य नक्षत्र के देवता गुरु को बताया गया है जबकि पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं। गुरु को समृद्धि और वैभव प्रदान करने वाला शुभ ग्रह बताया गया है जबकि शनि मंदगामी होने से इनका प्रभाव लंबे तक रहता है। गुरुवार के दिन के स्वामी भी गुरु हैं।
विक्रमी संवत्ः 2080,
शक संवत्ः 1945,
मासः वैशाख,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः सप्तमी दोपहर काल 01.39 तक है,
वारः गुरूवावर।
विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः पुनर्वसु की वृद्धि (है जो कि गुरूवार को प्रातः काल 7.00 बजे तक है।),
योगः वैधृति़ प्रातः काल 08.47 तक,
करणः वणिज,
सूर्य राशिः मीन, चंद्र राशिः कर्क,
राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक,
सूर्योदयः 06.48, सूर्यास्तः 06.50 बजे।