मेट्रो मामले में प्रशासन की मंजूरी के बाद भी क्यों है सांसद किरण खेर चुप ? दीपा दुबे
राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 25अप्रैल :
चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की अध्यक्ष दीपा दुबे ने सांसद किरण खेर के प्रशासन की मंजूरी के बाद भी चंडीगढ़ में मेट्रो के मामले में चुप्पी पर सवाल खड़े किए।
दुबे ने कहां की पूर्व सांसद पवन कुमार बंसल जब चंडीगढ़ से सांसद थे तब चंडीगढ़ के नागरिकों की सुविधा के लिए चंडीगढ़ में मेट्रो प्रोजेक्ट लेकर आए थे। मेट्रो प्रोजेक्ट की 2012 में चंडीगढ़ में सॉयल टेस्टिंग भी हो चुकी हैं। लेकिन 2014 में जब सांसद किरण खेर चंडीगढ़ की सांसद बनी तब उन्होंने इस प्रोजेक्ट को रोककर मोनोरेल का प्रोजेक्ट लाने की बात करी थीलेकिन उस समय सांसद की ही पार्टी बीजेपी ने उसका विरोध किया था।
दीपा ने कहा कि अगर सांसद किरण खेर 2014 में ही जो प्रोजेक्ट पूर्व सांसद पवन कुमार बंसल शहर में लेकर आए थे उस पर गौर करते तो आज चंडीगढ़ के नागरिकों के लिए मेट्रो सुविधा उपलब्ध होती।
दीपा ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल शहर के चंडीगढ़ के नागरिकों को यातायात की समस्या और शहर में वाहनों के प्रदूषण से बचाने के लिए यह प्रोजेक्ट चंडीगढ़ में मेट्रो का लेकर आए थे ताकि शहर की जनता अपने व्यवसाय और अपने मुकाम पर मेट्रो से कम समय में पहुंच सके।
संसाद खेर ने पहले दिन से मेट्रो प्रोजेक्ट का विरोध किया l फिर 2019 के चुनाव में मोनो रेल का शगुफा फेर से छोड़ दिया था l अब इस बात को भी चार वर्ष हो गए है l प्रशासन की एडवाइजरी काउंसल की मीटिंग में इसका विरोध करती रही l अब जब प्रशासन ने हाल ही में प्रोजेक्ट पर फिर से दिलचस्पी दिखयी तो मैडम मौन व्रत धारे हुए है l इस से यह भी पता चलता है की संसाद मैडम की प्रशासन में कोई पकड़ नहीं है l
दीपा ने कहा कि सांसद मेडम सिर्फ अपने निजी मनमुटाव के कारण से मेट्रो प्रोजेक्ट पर पिछले 9 साल से कोई भी कार्य नहीं करने दिया और उसका विरोध करती रहे। लेकिन अंत में प्रशासन और उनको अधिकारियों को लगा कि चंडीगढ़ में जो प्रोजेक्ट पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल लाए थे वह सही है और आज प्रशासन के अधिकारी मेट्रो के प्रोजेक्ट को शहर में फिर से लेकर आ रहे हैं।
दीपा ने कहा कि सांसद किरण खेर और उनकी पार्टी बीजेपी ने शहर के नागरिकों से बड़े-बड़े लुभावने वादे चुनावों में किए थे और भाजपा के मेनिफेस्टो में जो वादे लिखे थे क्या उन्होंने उन वादों में से 10 वादे भी पूरे किए हैं क्या? अगर 10 वादे पूरे किए हैं तो चंडीगढ़ के नागरिकों को बताया जाए।