पंजाब मोरिंडा बेअदबी दोषी को हो फांसी – बेदी

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकुला – 24   अप्रैल :

आज पिंजौर में मलविंदर सिंह बेदी जिला अध्यक्ष शिरोमणि अकाली दल पंचकूला ने पंजाब के मोरिंडा में गुरुद्वारा कोतवाली साहब में श्री गुरु ग्रंथ साहब की हजूरी में हुई बेअदबी की घटना की कड़ी निंदा की बेदी ने पंजाब सरकार से दोषी को फांसी की सजा देने की मांग की और कहा कि दोषी को किसी भी कीमत पर पागल या मंदबुद्धि समझकर माफ नहीं करना चाहिए क्योंकि पहले भी ऐसी घटनाएं होती रही है जिसमें प्रशासन गुरुद्वारों गुरुद्वारों में घुसकर बेअदबी करने वाले व्यक्ति को पागल या मंदबुद्धि बोलकर छोड़ दिया जाता है ऐसे लोगों पर सरकार को कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई ऐसी घटना को अंजाम ना दे सके इस मौके पर शिरोमणि अकाली दल के मेंबर भी मौजूद थे।

कृष्ण कुमार चड्ढा के सारथी बने औम प्रकाश सैनी 

विनोद कुमार तुषावर, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 24   अप्रैल :

आखिरकार  चनङीगढ स्वास्थय विभाग के चुनावों में  औम प्रकाश सैनी ने ही किंग मैकर की भूमिका निभाते हुए पिछले कई सालों से सफाई कर्मचारी युनियन के प्रधान पद पर काबिज रहें श्याम लाल घावरी को हरा कर अपना कब्जा जमा लिया हैं, जैसा कि डेमोक्रेटिक फ्रंट ने  आपको पहले ही बता दिया था कि जनता कृष्ण कुमार चड्ढा को जिताने का मन बना चुकी हैं,

हमारी भविष्यवाणी सही निकली और शाम तक चुनाव के परिणाम भी कृष्ण कुमार चड्ढा के पक्ष में आया, कृष्ण कुमार चड्ढा को 502, श्याम लाल घावरी 160,सौदाई को 40 वोट मिलें,  गाँव वाले सफाई कर्मचारीयों ने कृष्ण कुमार चड्ढा को जिताने का वादा किया था,ओर उन सभी ने ऐङी चोटी का जोर लगाते हुए  कृष्ण कुमार चड्ढा को विजयी घोषित बनाने के लिए दिन रात मेहनत की, सफाई कर्मचारी स्वास्थय विभाग में एक जुझारू नेता चाहतें थे जो उनकी समस्याओं को लेकर संघर्ष करें एवं अधिकारीयों तक उनकी बात पहुंचा सके.

वहीं दूसरी सफाई कर्मचारीयों को झूठे कागजों पर लोन दिलवाने के नोटिस विजिलेंस द्वारा मिलना भी श्याम लाल घावरी कीं हार का कारण बना ? महिला सफाई कर्मचारीयों की मिल रही यूनिफार्म को लेकर भी महिलाओं  की नाराजगी घावरी की हार का मुख्य कारण रहा, कृष्ण कुमार चड्ढा के विजयी होते ही सैक्टर 17 स्वास्थय विभाग के सामने डोर टू डोर गारबेज कलेकशन सोसायटी का आफिस भी बना दिया गया है, जहाँ पर बैठकर कलेक्टर को आ रही समस्याओं का निवारण किया जाएगा, डोर टू डोर गारबेज कलेकशन सोसायटी के प्रधान धर्मवीर राणा की टीम ने भी इस चुनाव में अहम भूमिका निभाई है, कुल मिलाकर अगर देखा जाए तो यहाँ कद औम प्रकाश सैनी का ही बढा हैं, क्योकि ना तो उनकी वोट हैं, वह तो इनकी युनियन में केवल चेयरमैन हैं .

वह और उनकी टीम पिछले एक महिने से लगातार फील्ड में सक्रिय रही है, कृष्ण कुमार चड्ढा ने अपने सभी साथियों को आभार प्रकट करतें हुए कहा कि जो उनहोंने वादे किए हैं वह उन्हे पूरा करके दिखाएँगे ।

जवाईंट  टीचर एसोसिएशन ने की डी.एस.सी से मुलाकात

विनोद कुमार तुषावर, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 24   अप्रैल :

मृत्क अध्यापक डिपल कुमार के परिवार में नौकरी, 2015 बैच ,एस.एस ए, गेस्ट व कौंट्रैकट को सातवें वेतन आयोग लागू करनाव  एक तिहाई छुट्टी के प्रावधान को लागू करना रही प्रमुख मांगे, चंडीगढ़ प्रशासन में कार्यरत अध्यापकों द्वारा नवगठित संघ जॉइंट टीचर्स एसोसिएशन ने डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन से मुलाकात कर अध्यापकों की मांगों को उनके समक्ष रखा जिसमें प्रमुख तौर पर मृतक अध्यापक के परिवारजनों को रोजगार देना ,2015 बैच, समग्र शिक्षा, गेस्ट व कॉन्ट्रैक्ट के तहत कर रहे अध्यापकों को सातवें वेतन आयोग को लागू करना और स्कूलों में एक तिहाई छुट्टी के प्रावधान को दोबारा से लागू करना रहा प्रमुख।  जॉइंट टीर्चस एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा हमें चण्डीगढ़ में कार्यरत अध्यापकों का बढ़-चढ़कर सहयोग मिल रहा है जिससे हमारा दायित्व और भी बढ़ जाता है हमारा उद्देश्य अध्यापक को उनके अधिकार दिलवाना और  विद्यालयों में अध्यापन के लिए एक अच्छा माहौल बनाना है। हम किसी भी विशेष कैडर के लिए नहीं है बल्कि अध्यापक के लिए है।

उन्होंने कहा विद्यालयों में एक तिहाई छुट्टी बंद कर देने से जहां विद्यालयों के शिक्षा प्रशिक्षण का नुकसान हो रहा है वहीं पर अध्यापकों को भी इसका भारी नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन से यह मांग की है की  इसको तुरंत प्रभाव के साथ लागू किया जाए। इसके साथ साथ 2015 बैच में कार्यरत अध्यापकों को पूरे अधिकार ना देना भी कानूनी तौर पर गलत है इन सभी मांगों को लेकर हमने आज मुलाकात की है और हमें विश्वास है डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन इसकी संवेदना को समझते हुए इस पर ध्यान देंगे!

तारिक फतेह नहीं रहे वह 73 वर्ष के थे

तारिक फतेह हमेशा अपनी बात मुखरता के साथ रखने के लिए जाने जाते थे। आतंकवाद और पाकिस्तान को लेकर दिए गए अपने बयानों को लेकर वे अक्सर चर्चा में रहते थे। धार्मिक कट्टरता के खिलाफ रहे तारिक फतेह खुद को हिन्दुस्तान का बेटा मांगते थे। उनके निधन पर यह बात उनकी बेटी नताशा ने ट्ववीट में लिखा भी है। 

Pakistani origin writer Tariq Fateh passed away Tarek Fateh Death: पाकिस्तानी मूल के लेखक तारिक फतेह का निधन, खुद को बताते थे भारत का बेटा

सरीका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, नई दिल्ली/चंडीगढ़ :

पाकिस्तानी मूल के कनाडाई लेखक और जाने-माने पाकिस्तानी स्तंभकार तारिक फतेह का कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद सोमवार ’24 अप्रैल’ को निधन हो गया। उनकी बेटी नताशा फतेह ने उनके निधन की पुष्टि की है. वह 73 वर्ष के थे। कनाडा में रहने वाले लेखक इस्लाम और आतंकवाद पर अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते थे। फतेह ने कई बार पाकिस्तान की आलोचना करते हुए केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को अपना समर्थन व्यक्त किया था।

तारिक फतेह की बेटी नताशा फतेह ने एक ट्विटर पोस्ट ने अपने पिता के निधन की पुष्टि की. उन्होंने लिखा- ”पंजाब का शेर. हिंदुस्तान का बेटा. कनाडा का प्रेमी. सच का वक्ता. न्याय के लिए लड़ने वाला. दलितों और शोषितों की आवाज तारिक फतेह ने जिंदगी का सफर पूरा कर लिया है. उनकी क्रांति उन सभी के साथ जारी रहेगी, जो उन्हें जानते और प्यार करते थे. क्या आप हमारे साथ शामिल होंगे?”

बता दें कि तारिक फतेह का परिवार मुंबई का रहने वाला था। 1947 में जब भारत और पाकिस्तान का विभाजन हुआ तो  उनका परिवार पाकिस्तान के कराची में जाकर बस गया। जहां 20 नवंबर साल 1949 को कराची में तारिक फतेह का जन्म हुआ। मशहूर लेखक तारिक फतेह ने कराची यूनिवर्सिटी से बायोकेमिस्ट्री की पढ़ाई की थी, लेकिन बाद में उन्होंने पत्रकारिता को अपना पेशा बनाया। 

उन्होंने एक पाकिस्तानी टीवी चैनल में काम किया। उससे पहले 1970 में वे कराची सन नाम के अखबार में रिपोर्टिंग करते थे। खोजी पत्रकारिता के कारण वे कई बार जेल भी गए। हालांकि बाद में तारिक पाकिस्तान छोड़ कर सऊदी अरब चले गए। जहां से 1987 में वे कनाडा में बस गए। 

तारिक फतेह की पहचान पाकिस्तानी मूल के कनाडाई लेखक प्रसारक और सेक्युलर उदारवादी कार्यकर्ता के रूप में थी। वे इस्लामी अतिवाद के खिलाफ मुखर होकर बोलते और लिखते रहे।  चेजिंग अ मिराज : द ट्रैजिक इल्लुझ़न ऑफ़ ऐन इस्लामिक स्टेट (Chasing a Mirage: The Tragic Illusion of an Islamic State) उनकी प्रसिद्ध कृति है। वे समलैंगिक व्यक्तियों के सामान अधिकारों और हितों के भी पक्षधर थे। इसके साथ ही बलूचिस्तान में मानवाधिकार के हनन पर भी उन्होंने खूब लिखा और बोला। वे आजाद बलूचिस्तान के पक्षधर के रूप में भी जाने जाते थे। 

जेल अधीक्षक ने रोड़ पर बंद कर गृहमंत्री अनिल विज के आदेशों की अवहेलना की : शांडिल्य

  • जेल अधीक्षक ने रोड़ पर बंद कर गृहमंत्री अनिल विज के आदेशों की अवहेलना की : शांडिल्य
  • गैर कानूनी ढंग से ब्लाक जेल रोड़ को खुलवाने को लेकर गृहमंत्री विज से मिले वीरेश शांडिल्य, कारवाई का दिया आश्वासन

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अम्बाला – 24   अप्रैल :

वर्ष 2020 से सेक्टर-1 जेल लैंड को जाने वाले रोड़ गैरकानूनी ढंग से बंद की हुई थी जिसको लेकर एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य अक्टूबर 2022 में हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज से एक डेलिगेशन लेकर मिले थे जिस पर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने अम्बाला के वर्तमान एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा को तुरंत जेल रोड़ खोलने के आदेश दिए थे लेकिन अम्बाला के जेल अधीक्षक संजीव पातड ने 2023 में अम्बाला जेल में बाहर से चली गोली जो जेल की महिला बंदी को लगने पर पुन: हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज से लिखित या मौखिक अनुमति लिए बिना पुन: फरवरी 2023 में अम्बाला सेन्ट्रल जेल के आगे से सेक्टर-1 को आने वाला रास्ता बंद कर दिया । हालांकि गत दिनों अम्बाला के एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा ने जो जेल में गोली बाहर से आई थी बताया कि व गोली एयरफ़ोर्स रेंज की तरफ से आई थी वह किस गैगस्टर, किसी आतंकवादी संगठन या किसी अपराधी द्वारा नहीं चलाई गई थी । यह गोली एयरफोर्स रेंज में अभ्यास के दौरान दीवार से क्रोस होकर आई थी और जेल में आकर रुकी ।

वीरेश शांडिल्य ने कहा कि गैर कानूनी ढंग से रोड़ ब्लाक करना जनता का संवैधानिक व कानूनी अधिकारों का हनन है । अम्बाला जेल रोड जो दिल्ली हाईवे से चंडीगढ़ रोड़ से अम्बाला शहर के आबादी वाली इलाके बलदेव नगर सहित आस-पास के इलाकों से जुडी हुई है और पुलिस लाइन, नवनीत नगर, प्रीत नगर, ऑफिसर कॉलोनी या दिल्ली से आने वाले सेक्टर-1 में या मनाली हाउस, प्रेम नगर, विजय नगर, मॉडल टाउन, जंडली जाना चाहते है तो जेल रोड़ ही रास्ता है लेकिन अम्बाला के जेल अधीक्षक संजीव पातड बिना कुछ सोचे-समझे जनता व सेक्टर-1 के लोगों को परेशान करने की नीयत से इस रोड को गैर-कानूनी तरीके से ब्लाक कर दिया जिस कारण सेक्टर-1 के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जबकि इस रोड़ से जेल विभाग व अम्बाला सेन्ट्रल जेल का कोई भी नाता नहीं है और इस रोड़ को अक्टूबर 2022 में हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज खुलवा चुके है उसके बावजूद भी इस रोड को फिर बंद कर जेल विभाग ने गृहमंत्री अनिल विज के आदेशों की अवहेलना की है । एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज से मुलाक़ात कर बताया कि जेल अधीक्षक ने फिर सेक्टर-1 के निवासियों को परेशान करने के लिए इस रोड को फरवरी 2023 से ब्लाक किया हुआ है जो न्यायसंगत नहीं है । शांडिल्य ने गृहमंत्री अनिल विज को जनहित में रोड़ खोलने की मांग की और कहा कि जेल रोड़ ब्लाक करने से हजारों लोगों को दिक्कतें आ रही है और अब तो यह भी स्पष्ट हो चुका है कि गोली एयरफ़ोर्स स्टेशन से आई है । हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज से शांडिल्य ने मांग की है कि बार-बार रोड़ ब्लाक करने वाले अधिकारीयों के खिलाफ कानूनी व विभागीय कारवाई करने के आदेश दिए जाए । हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने शांडिल्य व उनके साथ आए सेक्टर-1 के निवासियों को आश्वासन दिया कि ब्लाक रोड को पुन: खुलवाने के आदेश दिए जाएंगे ।

शांडिल्य आज जेल रोड पर गए जहाँ रोड़ को नाका लगाकर बंद किया हुआ है ।उन्होंने वहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वैसे भी जेल रोड पर शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव की प्रतिमा लगी हुई है लोग उसे भी देखने बहार से आते है और अम्बाला शहर के लोग भी सेक्टर-1 तक रात में सैर करने आते है और यह एक मुख्य रोड है । उन्होंने संजीव पातड से अपील की है कि व वह अपने पद का दुरूपयोग ना करें बल्कि जेल के अंदर हो रही गतिविधियों व कैदियों के रख-रखाव पर ध्यान दें और रोड़ ब्लाक करने की बजाय सुरक्षा प्रबंध मजबूत करें ।

भीमराव अम्बेडकर प्रतिमा चोरी प्रकरण 4 के एस आर, सूरतगढ में प्रदर्शन

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट,सूरतगढ़ – 24 अप्रैल :

सूरतगढ़ सदर थाना क्षेत्र 4 केएसआर में बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा चुराने वाले सभी दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सूरतगढ़ में अतिरिक्त जिला कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया। जय भीम के नारे लगाए गए और समस्त दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की गई। चोरी में इस्तेमाल वाहन को बरामद करने की मांग हुई।

घटना 18 अप्रैल रात्रि में हुई। धरना प्रदर्शन के बाद गिरफ्तारी हुई लेकिन प्रदर्शन कारियों का कहना था कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए और चोरी में इस्तेमाल वाहन को बरामद किया जाए।

प्रदर्शनकारियों में काफी संख्या में महिलाएं भी थी।

सीएम शिवराज का बड़ा ऐलान, राज्य में होगी ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की स्थापना

यहां गुफा मंदिर परिसर में परशुराम जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृत और हिंदू धर्म से जुड़े अन्य पहलुओं का अध्ययन करने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरत पड़ने पर राज्य में संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम की जन्मस्थली माने जाने वाले इंदौर के निकट जानापाव में ‘श्री परशुराम लोक’ बनाया जाएगा, जबकि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गुफा मंदिर के परिसर में एक भवन का निर्माण किया जाएगा।

CM Shivraj singh chouhan big announcement in front of Pandit Dhirendra  Krishna Shastri Brahmin kalyan Board | पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के  सामने CM शिवराज की बड़ी घोषणा, MP में बनेगा ...
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के सामने CM शिवराज की बड़ी घोषणा

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट(ब्यूरो), मध्य प्रदेश :

भगवान परशुराम जयंती व अक्षय तृतीया के मौके पर राजधानी भोपाल की लाल घाटी में बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री  भी पहुंचे हैं। बागेश्वर सरकार को देखने को लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं एक भक्त ने तो अपने शरीर पर राम-राम लिखवाते हुए धीरेंद्र शास्त्री की तस्वीर भी बनाई।  इस मौके पर शिवराज सिंह ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि गुफा मंदिर में विशाल भवन बनेगा।  परशुराम जयंती के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि हमने निर्णय लिया है कि मंदिरों की गतिविधियों पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं होगा। साथ ही अब मंदिरों से लगी जमीनों की नीलामी कलेक्टर नहीं कर सकेंगे। बल्कि इन जमीनों की नीलामी अब मंदिर से जुड़े पुजारी कर पाएंगे।

यहां गुफा मंदिर परिसर में परशुराम जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृत और हिंदू धर्म से जुड़े अन्य पहलुओं का अध्ययन करने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरत पड़ने पर राज्य में संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।

उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम की जन्मस्थली माने जाने वाले इंदौर के निकट जानापाव में ‘श्री परशुराम लोक’ बनाया जाएगा, जबकि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गुफा मंदिर के परिसर में एक भवन का निर्माण किया जाएगा। इंदौर से लगभग 45 किलोमीटर दूर जानापाव का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि भक्तों के लिए एक ‘धर्मशाला’, उद्यान और अन्य सुविधाओं के विकास के लिए 10 करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे। मध्य प्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।

जिले में कोरोना संक्रमण के 52 नए मामले आए सामने

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट,  हिसार – 24   अप्रैल :

समृद्ध भारत परिषद द्वारा मंगलम ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 51 लोगों ने रक्तदान किया।

रक्तदान शिविर स्व. पवन कुमार लोहिया की याद में लगाया गया। संस्था अध्यक्ष विकास लाहौरिया ने बताया कि शिविर का शुभारंभ स्व. पवन लोहिया के पौत्र शुभम, रितिक, जतिन व भतीजे प्रशांत ने रक्तदान करके किया। शाखा कोषाध्यक्ष डॉ. राहुल बंसल ने बताया कि रक्तदान करने से मन स्वस्थ रहता है तथा बिमारियों नहीं होती। सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण  होता है।

इस अवसर पर डॉ. अजित कुमार, दीपक अग्रवाल, संजीव शर्मा, तिलक मेहता, विजय अग्रवाल, बिशम्बर सचदेवा सहित कई अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।

पिछली कांग्रेस सरकार ने पहले वर्ष लगभग 8000 नौकरियाँ दीं, जबकि हमारी सरकार ने अब तक 28,873 नौकरियां दीं

  • पहले सरकारी नौकरी ‘दूर का सपना था परन्तु हमने एक वर्ष में इसको साकार किया
  • विभिन्न विभागों में नव-नियुक्त 409 एसडीओज़, क्लर्कों, जूनियर ड्राफ्टसमैन और अन्य कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे
  • मेहनत और समर्पण से राज्य की सेवा कर रहे नौजवानों को अपनी ईमानदारी से आसमान छूने का न्योता
  • नौजवानों और आम लोगों की भलाई की तरफ से आँखें मूंदने के लिए पिछली सरकारों की आलोचना की

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 24  अप्रैल :

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि मेरी ईमानदार और संजीदा सरकार ने एक वर्ष में ही नौजवानों को 28,873 नौकरियाँ दीं, जबकि कांग्रेस सरकार ने अपने पहले वर्ष में लगभग आठ हज़ार नौकरियाँ दीं थीं।

स्थानीय निकाय, लोक निर्माण विभाग (पी. डब्ल्यू. डी.), तकनीकी शिक्षा और आम राज प्रबंध विभाग में नये भर्ती 409 सब डिवीजनल अफसरों (एस. डी. ओज.), क्लर्कों, जूनियर ड्राफ्टसमैनों और अन्यों को नियुक्ति पत्र देने के लिए यहाँ म्यूंसिपल भवन में करवाए समारोह के दौरान इक्ट्ठ को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले सरकारी नौकरियाँ दूर का सपना थे, जबकि हमारी सरकार ने यह बात यकीनी बनाई कि नौजवानों को मेरिट के आधार पर नौकरियाँ मिलें, जिसके लिए एक पारदर्शी ढांचा बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में उत्साह और समर्पण के साथ जनता की सेवा की भावना की कमी थी, जिस कारण यह नौकरियाँ नौजवानों से दूर थी। भगवंत मान ने कहा कि हमारी सरकार बनने के एक वर्ष के अंदर ही उन्होंने मेरिट के आधार पर योग्य नौजवानों को 28, 873 नौकरियाँ दीं हैं।


मुख्यमंत्री ने दोहराया कि यह म्यूंसिपल भवन ऐसे कई मौकों का गवाह है, जिनमें नौजवानों को विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरियाँ मिलीं। उन्होंने कहा कि इससे राज्य सरकार की नौजवानों की भलाई और उनके लिए रोज़गार के नये मौके सृजन करने की वचनबद्धता झलकती है। भगवंत मान ने कहा कि यह हमारे लिए बड़े गौरव और संतोष की बात है कि अब सभी नौजवान राज्य की सामाजिक-आर्थिक तरक्की में सक्रिय हिस्सेदार बनेंगे।


नौजवानों के साथ बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि वह ‘ड्यूटी को फ़र्ज़’ समझें और इसको पूरी लगन, समर्पण और मेहनत से निभाएं। नौकरियाँ हासिल करके राज्य सरकार में नये भर्ती हुए मुलाजिमों को मुबारकबाद देते हुये उन्होंने कहा कि यह उनके लिए एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि वे अब राज्य सरकार के परिवार के नये मैंबर बने हैं। भगवंत मान ने कहा कि अगर यह नौजवान राज्य की पुरातन शान बहाल करने वाली मुहिम का हिस्सा बनेंगे तो इतिहास में उनका नाम सुनहरी अक्षरों में लिखा जायेगा।


मुख्यमंत्री ने कहा कि हवाई पट्टी जहाज़ की सुरक्षित उड़ाने के लिए सहायक होती है। इसी तरह राज्य सरकार नौजवानों के सपनों को पूरा करने में मददगार साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि नौजवानों के विचारों को उड़ान देने के लिए हर कोशिश की जा रही है और इसलिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। भगवंत मान ने नौजवानों से अपील की कि वे समाज में अपनी पहचान आप कायम करने के लिए पुरज़ोर कोशिश करें, फिर आसमान ही उनकी हद होगी।
   
मुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि पंजाबी जन्म से ही अग्रणी स्वभाव वाले होते हैं क्योंकि उनको उद्यमी और नेतृत्व करने के गुणों की बख्शीश होती है। उन्होंने कहा कि इन गुणों के कारण ही पंजाबियों ने हमेशा ही विश्व भर में अपना अलग स्थान बनाया है। भगवंत मान ने ज़ोर देकर कहा कि पंजाबी उद्यमियों ने छोटे-छोटे और अलग विचारों से बड़े साम्राज्य कायम किये हैं और हर क्षेत्र में अपनी काबिलीयत का सबूत दिया है।


विरोधी पार्टियों पर तीखे हमले करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग अपनी सत्ता के दौरान महलों में रह रहे थे, उनको राज्य के राजनैतिक नक्शे से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि राज्य ने एक नये युग की शुरुआत की क्योंकि अपने आप को अपराजित मानते हुये इन नेताओं को पंजाब के लोगों ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। भगवंत मान ने कहा कि इसी कारण पंजाब में बदलाव देखने को मिला है और पहली बार जन हितैषी फ़ैसले राज्य प्रबंध में केंद्र बने हैं।


मुख्यमंत्री ने व्यंग्य करते हुये कहा, ‘‘बड़े-बड़े महलों में रहने वाले इन लोगों ने कभी भी आम आदमी का भला करने की नहीं सोची और उन्होंने ख़ुद को अपने घरों की ऊँची दीवारों में कैद कर लिया था। उन्होंने कहा कि जब लोगों को मौका मिला तो उन्होंने इन नेताओं को बुरी तरह नकार के घर बैठने लायक कर दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब निवासियों ने राज्य की भलाई के लिए काम करने वाली सरकार को सेवा का मौका दिया। भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार ने पद संभालने के बाद राज्य की तरक्की और लोगों की खुशहाली के लिए अथक यत्न किये हैं।
मुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि वह इस बात के समर्थक हैं कि विभिन्न विचारों और दृष्टिकोण वाला लोकतंत्र ही हमेशा सफल होता है। भगवंत मान ने कहा, ‘‘विभिन्न तरह के फूलों का बाग़ हर किसी की आँखों को मनमोहक लगता है, जिस कारण इसको देखने के लिए लोगों की भीड़ लग जाती है। इसी तरह एक प्रगतिशील समाज के लिए सभी धर्मों और वर्गों की एकता महत्वपूर्ण है।“


मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार पूर्व मंत्रियों से 55 लाख रुपए की वसूली करने के लिए अदालत में जाने के बारे विचार कर रही है, जिन्होंने यू. पी. के एक ख़तरनाक अपराधी मुख़्तार अंसारी की रोपड़ जेल में आरामदायक ठहरने को यकीनी बनाने के लिए फाइल पर हस्ताक्षर किये हैं। उन्होंने कहा कि यह लोगों के पैसे की बेशर्मी से की लूट है जिसको किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। भगवंत मान ने कहा कि यह कारण तो पिछली सरकारें ही जानती होंगी कि इस बदनाम अपराधी को रोपड़ जेल में पूरी सुख-सहूलतों के साथ क्यों रखा गया था, जिसके लिए टैक्सदाताओं के पैसे में से 55 लाख रुपए ख़र्च किये गए।


इस मौके पर मुख्यमंत्री ने नौजवानों को रोज़गार के नये मौकों के बारे अवगत करवाने के लिए तकनीकी शिक्षा विभाग का प्लेसमेंट पोर्टल मोबाइल एप भी लांच किया।

इस मौके पर कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ई. टी. ओ. और मुख्य सचिव विजय कुमार जंजूआ और अन्य भी उपस्थित थे।

राष्ट्रीय खेलों/खेलो इंडिया गेमज़ की मेज़बानी पंजाब को दी जाये : मीत हेयर

  • राज्यों के खेल मंत्रियों की राष्ट्रीय कान्फ़्रेंस में मीत हेयर ने खेल मैदानों के लिए गैप फडिंग में सहयोग की माँग की
  • खिलाड़ियों के लिए इंजरी सैंटर और नेशनल चैंपियन खिलाड़ियों के लिए बड़ा मंच मुहैया करने की वकालत की

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

पंजाब के खेल और युवा सेवाओं संबंधी मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने इंफाल में केंद्रीय खेल मंत्रालय द्वारा राज्यों के खेल मंत्रियों की करवाई जा रही राष्ट्रीय कान्फ़्रेंस (चिंतन कैंप) में बोलते हुये राष्ट्रीय खेलों/खेलो इंडिया गेमज़ की मेज़बानी पंजाब को देने की माँग रखी। इस सैशन की अध्यक्षता केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने की।

मीत हेयर ने कहा कि पंजाब ने 2001 में राष्ट्रीय खेलों के बाद कोई भी राष्ट्रीय खेल या खेलो इंडिया गेमज़ की मेज़बानी नहीं की। उन्होंने कहा कि किसी समय पर पंजाब खेल में देश का नंबर एक राज्य था और धीरे-धीरे पिछड़ता गया। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पंजाब को फिर खेल में अग्रणी बनाने के लिए प्रयास कर रही है। यदि पंजाब को राष्ट्रीय स्तर का बड़ा खेल मुकाबला करवाने का मौका मिले तो राज्य में खेल संस्कृति पैदा करने की कोशिशों को और बल मिलेगा।

मीत हेयर ने आगे कहा कि पंजाब सरकार मगनरेगा के अधीन गाँवों में खेल पार्क बना रही है और गैप फंडिंग की राशि खेल विभाग दे रहा है। केंद्र सरकार खेलो इंडिया की स्कीमों या अन्य किसी स्कीम के अंतर्गत इस गैप फंडिंग में राज्यों की मदद करें।

पंजाब के खेल मंत्री ने चोटों के कारण खिलाड़ियों के खेल जीवन में आती मुश्किलों का जिक्र करते हुये कहा कि अग्रिम राशि के सैंटर ऑफ ऐक्सीलैंसज़ में खिलाड़ियों के लिए इंजरी और रिहैबलीटेशन सैंटर स्थापित किया जाये जिससे खिलाड़ियों चोटों से उभर सकें। उन्होंने ओलम्पिक चैंपियन एथलीट नीरज चोपड़ा की उदाहरण दी जिसको विदेशों में ऐसे सैंटरों से मिली मदद के कारण चोट से उभरने में मदद मिली।

मीत हेयर ने कहा कि खेलो इंडिया गेमज़ के विजेता खिलाड़ियों का पुल बना कर उनको अच्छे केन्द्रों में भेज कर भविष्य के लिए तैयार करना चाहिए। ओलम्पिक, राष्ट्रमंडल, एशियाई खेलों जैसे बड़े मंच के लिए देश के चुनिंदा खिलाड़ियों की तैयारी पर ज़ोर देना लाज़िमी है।