प्रधान मंत्री का कम पढ़ा-लिखा होना देश के लिए खतरा : मनीष सिसोदिया
भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख विजेंद्र सचदेवा ने ‘आआपा’(आम आदमी पार्टी) नेता पर पलटवार करते हुए कहा कि दूसरों की शैक्षणिक योग्यताएं पूछने से पहले, सिसोदिया अपनी शैक्षणिक योग्यता बताएं। सचदेवा ने दावा किया कि सिसोदिया के शिक्षा मंत्री होने के दौरान दिल्ली के सरकारी स्कूलों के छात्रों के प्रदर्शन में गिरावट आई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि सिसोदिया ने आठ साल तक स्कूलों के एक कार्यक्रम प्रबंधक के तौर पर काम किया, शिक्षा मंत्री के तौर पर नहीं। इसका परिणाम ये हुआ कि सरकारी स्कूल के नौंवी और 11वीं कक्षा के 40 प्रतिशत बच्चे या तो अनुत्तीर्ण हुए या उन्होंने पुन: परीक्षाएं दीं. 10वीं और 12वीं के छात्र भी असमंजस में हैं।
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 07 अप्रैल :
जेल में बंद ‘आआपा’(आम आदमी पार्टी) के नेता मनीष सिसोदिया ने देशवासियों को पत्र लिखते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शिक्षा का महत्व नहीं समझते। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सिसोदिया के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार में डूबे होने के बाद वह अपनी राजनीतिक प्रासंगिकता खो चुके हैं और अपने पत्र लिखकर खबरों में बने रहने की कोशिश कर रहे थे। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिसोदिया का पत्र ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा ‘मनीष सिसोदिया ने जेल से देश के नाम चिट्ठी लिखी है।’
मनीष सिसोदिया शराब नीति केस में CBI और ED के केस में आरोपी हैं। वे अभी तिहाड़ में बंद हैं। वे राउज एवेन्यू कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट में जमानत के लिए अपील कर चुके हैं। मनी लॉन्ड्रिंग केस में जमानत पर 12 अप्रैल को सुनवाई होगी। कोर्ट उनकी न्यायिक हिरासत 17 अप्रैल तक बढ़ा चुकी है।
दिल्ली शराब नीति मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में सिसोदिया की जमानत याचिका पर अब 12 अप्रैल को सुनवाई होगी। इसके अलावा कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत 17 अप्रैल तक बढ़ा दी। सिसोदिया को 26 फरवरी को सीबीआई ने 9 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया था।