भाजपा में शामिल होते हुए किरण रेड्डी ने कहा कि कॉन्ग्रेस लीडरशीप के गलत फैसलों की वजह से हर राज्य में पार्टी टूट रही है। उनके लिए एक पुरानी कहावत है कि मेरा राजा बहुत बुद्धिमान है, वह न खुद सोचता है और न ही किसी का सुझाव मानता है। इसी सोच की वजह से मैंने कॉन्ग्रेस छोड़ दी। बता दें कि रेड्डी ने 11 मार्च 2023 को ही कॉन्ग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने इस संबंध में कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को खत भेजा था।
- आंध्र के पूर्व CM किरण कुमार रेड्डी BJP में शामिल हो गए
- किरण कुमार रेड्डी ने संयुक्त आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था
- रेड्डी 25 नवंबर, 2010 से 01 मार्च, 2014 तक अविभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/ – 07 अप्रैल :
कांग्रेस के पूर्व नेता एवं अविभाजित आंध्रप्रदेश के अंतिम मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता अनिल बलूनी की मौजूदगी में रेड्डी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
इसी साल मार्च महीने में रेड्डी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। सितंबर, 1959 में जन्मे रेड्डी ने 25 नवंबर, 2010 से 01 मार्च, 2014 तक अविभाजित आंध्रप्रदेश के 16वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। 2 जून, 2014 को तेलंगाना राज्य के गठन से पहले वह संयुक्त आंध्र प्रदेश के अंतिम मुख्यमंत्री थे।
भाजपा से जुड़ने के समय किरण कुमार रेड्डी ने कांग्रेस पर जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का वर्तमान नेतृत्व यह नहीं समझ पा रहा है कि किस नेता को किस स्तर पर क्या जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। इसके कारण पार्टी के अनेक नेताओं में गहरा असंतोष है। उन्होंने कहा कि उनका परिवार कई दशकों से कांग्रेस के प्रति समर्पित रहा है, लेकिन उनके जैसे नेताओं की उपेक्षा से पार्टी लगातार कमजोर हो रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का भविष्य इसी बात से समझा जाना चाहिए कि एक समय 400 से ज्यादा सीटें हासिल करने के बाद आज वह अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है, जबकि एक समय केवल दो सीटों पर रहने वाली भाजपा लगातार आगे बढ़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की सेवा में लगातार लोगों को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि दूसरी तरफ कोई अपने लोगों को संभाल कर रख पाने में भी असमर्थ हो रहा है।
आंध्र प्रदेश के चार बार विधायक और स्पीकर रहे किरण कुमार रेड्डी ने कहा कि भाजपा का पूरा नेतृत्व राष्ट्र निर्माण की भावना से आगे बढ़ रहा है। पार्टी नेताओं के साथ-साथ भाजपा का सामान्य कार्यकर्ता भी इसी भावना से आगे बढ़ रहा है। यह भावना आसानी से नहीं आती है, इसके लिए लंबे समय से भाजपा के शीर्ष नेताओं ने परिश्रम किया है और कार्यकर्ताओं के लिए दिशा-निर्देश दिए हैं। भाजपा की नीति और दिशा बिल्कुल साफ है। वे गरीबों और युवाओं के लिए समर्पित हैं।
किरण कुमार रेड्डी के शामिल होने के अवसर पर पार्टी नेता प्रह्लाद जोशी ने कहा कि पूर्व क्रिकेटर रहे किरण कुमार रेड्डी अब भाजपा के लिए बैटिंग करेंगे। वे रणजी स्तर तक क्रिकेट खेल चुके हैं। उन्होंने कहा है कि वे प्रधानमंत्री मोदी के भ्रष्टाचार से लड़ाई में अपना योगदान देना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने भाजपा से जुड़ने का निर्णय किया है।
किरण रेड्डी अपने पिता और आंध्र के पूर्व पीएम राजशेखर रेड्डी की 2009 में मौत के बाद राज्य के सीएम बने थे। अविभाजित आंध्र प्रदेश में 2010 में उस दौरान राजनीतिक घटनाक्रम पैदा हुआ था, जिसके चलते उन्होंने राज्य की कमान अपने हाथों में ली थी।
बता दें कि किरण रेड्डी के राजनीति करियर की शुरुआत 1989 में हुई थी। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर ही वायलपाडु से जीत दर्ज की थी। इसके बाद 2014 में जब यूपीए सरकार ने आंध्र और तेलंगाना का बंटवारा किया था तो किरण रेड्डी ने नाराजगी जताते हुए कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने अपनी नई पार्टी Jai Samaikyandhra Party पार्टी बनाई। हालांकि, 2018 में राहुल गांधी ने उनकी वापसी करवा दी थी।
इससे पहले गुरुवार (6 अप्रैल 2023) को अनिल एंटनी भी बीजेपी में शामिल हुए थे। भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद अनिल ने भी कॉन्ग्रेस लीडरशीप पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि कई कॉन्ग्रेस नेता एक परिवार की सेवा को अपना धर्म समझते हैं। मैं समझता हूँ कि मेरा धर्म राष्ट्र की सेवा करना है।