रिफाईंनरी के निकलने वाले धुंए से फैल रही है बीमारिया
डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, कालांवाली – 05 अप्रैल :
हरियाणा पंजाब सीमा के साथ लगते गांव कनकवाल व रामां मंडी में स्थापित गुरु गोविंद सिंह तेल शोधक कारखाने का आर्थिक लाभ तो पंजाब राज्य को हो रहा है, लेकिन परेशानियां हरियाणा के लोगों को झेलनी पड़ रही है। इसकी चिमनी से उठने वाली आग की लंबी लंबी लपटों के कारण गांव रामसरा देसू हस्सू खोखर,असीर,माखा सहित कई गांवों के निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि तेल शोधक कारखाने के शोर-शराबे और कारखाने की चिमनी से निकलने वाले प्रदूषित धुए के कारण ग्रामीणों को सांस लेने में दिक्कत पेश आ रही है वहीं से निकलने वाली बदबू से रहना भी मुश्किल हो गया है। वही ग्रामीणों में सांस दमा खांसी जैसी बीमारियां के शिकार हो रहे हैं।
किसानों ने बताया कि रिफाइनरी से दूषित धुएं व शोर शराबे के कारण मजदूर साथ लगते खेतों में काम करने को तैयार नहीं होते।अगर इसका जहरीला धुआं इसी तरह निकलता रहा तो आस-पास के गांव में संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा हो सकता है। इस मामले को लेकर रिफाइनरी (तेल शोधक कारखाना) के अधिकारियों से कई बार मिल चुके हैं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस शोर-शराबे का स्थाई हल किया जाए।
उन्होंने बताया कि नियमों के अनुसार जब कोई तेलशोधक कारखाना लगाया जाता है तो इसके आसपास कई किलोमीटर क्षेत्र में हरियाली के वृक्ष लगाने होते है। लेकिन इस मामले को लेकर जहां सारे नियम ताक पर रख दिए है।कारखाने के आसपास कहीं भी हरियाली नजर नहीं आती जिसके चलते क्षेत्र में प्रदूषण बढ़ रहा है लोगों की बात है इस प्रदूषण को शीघ्र ही बंद करवाया जाए ताकि लोगों को कोई परेशानियों का सामना ना करना पड़े