सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 01 अप्रैल :
युवा परिवार सेवा समिति(YPSS) के युवाओं ने युवा बचाओ अभियान के तहत OTT व सोशल प्लेटफार्म पर चलने वाले अश्लील,हिंसक व नशे को प्रमोट करने वाले कंटेंट पर रोक लगाने की माँग की गई।
इस रैली में भारी संख्या में युवकों ने भाग लिया और सरकार से जल्द से जल्द सिनेमैटोग्राफी एक्ट1952 में संशोधन कर OTT व सोशल प्लेटफॉर्म्स पर एक नया सेंसर बोर्ड बनाने की मांग की।
युवा परिवार सेवा समिति के महासचिव डॉ. राजवीर जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति को छिन्न-भिन्न करने के उद्देश्य से बॉलीवुड के एक वर्ग द्वारा कई दशकों से अश्लीलता, हिंसा व नशा परोसा जा रहा था। लेकिन यदि इस पर थोड़ी बहुत लगाम आज भी लगी हुई थी तो उसका कारण सेंसर बोर्ड था।बॉलीवुड लगातार इस कोशिश में लगा हुआ था कि किसी तरह इस आखिरी बची हुई मर्यादा की दीवार को भी गिराया जाए ताकि वो अपनी फिल्मों को बेचने और लोकप्रिय बनाने के लिए किसी भी हद को पार कर जाए और इनकी सालों की कोशिशें अब कामयाब हो चुकी हैं। वेब सीरीज़ ऐसी ही फ़िल्मों को कहा जाता है जो बिना किसी सेंसर बोर्ड की चेकिंग के सीधे तौर पर मोबाइलों तक पहुँचाई जा सकती हैं।
आज फ़िल्मों और वेब सीरीज़ के लिए OTT प्लेटफॉर्म्स जैसे कि एमएक्स प्लेयर, नेटफ़्लिक्स, एमेजॉन प्राइम, हॉटस्टार इत्यादि काफी ऐसे प्रचलन हैं कि मोबाइल्स के माध्यम से इनकी पहुंच हर घर और व्यक्ति तक हो गई है। इन प्लेटफॉर्म्स पर कोई सेंसर बोर्ड ना होने के कारण बेहद अश्लील, हिंसक व नशे को प्रमोट करने वाला कंटेंट परोसा जा रहा है। जिसका सीधा असर भारतीय संस्कृत, सभ्यता और मूल्यों पर पड़ रहा है।इसलिए देश के ज़िम्मेदार युवा होने के नाते उन्होंने कहा कि देश के नौजवानों के मन में ज़हर भरने वाले ऐसे अश्लील और हिंसक कंटेंट पर रोक लगाई जाए।
इस मौके पर युवा परिवार सेवा समिति की ओर से स. जसबीर सिंह, कुल्विंदर परहार, कुलवंत जी, पवन शर्मा, डॉ. मेघम शर्मा, अमन प्रभाकर, अमन खोखर व गुरुमेल सिंह भी मौजूद थे।