- टोल टैक्स बचाने के दौरान हो रही है दुर्घटनाएं, स्थानीय ग्रामीण भी होते हैं परेशान
राष्ट्रीय राज मार्ग प्राधिकरण NHAI के माध्यम से नई सड़को के निमार्ण और रखरखाव को लेकर वसूल किया जाने वाला टोल टैक्स, वर्तमान में चार पहिया वाहन स्वामियों के लिए सामान्य परिक्रिया बन गया है। वहीं यदि टोल टैक्स के बदले में एनएचएआई द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं पर ध्यान दिया जाए तो यह टैक्स सड़क पर सफ़र करते समय एक सच्चे मित्र की भांति होता हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा प्रदान की जाने वाली यह सभी सुविधाएं एनएचएआई के टोल फ्री नंबर 1033 पर डायल करके सरलतापूर्वक प्राप्त की जा सकती है। भारत मे टोल प्लाजा पर आम जनता और टोल कर्मचारियों के बीच वादविवाद की घटनाएं सामान्यतः देखी व सुनी जाती हैं हालांकि टोल प्लाजा पर जनता और कर्मचारियों के बीच विवाद की स्थिति पैदा होने के अन्य कई कारण भी हो सकते है,झगड़ा कई बार टोल प्लाजा के कर्मचारियों द्वारा किए गए दुर्व्यवहार से हो जाता है परंतु इन घटनाओं के घटित होने के पीछे का कारण हमारी स्वंम की अनिभिज्ञता भी हो सकती है।
टोल प्लाजा विवाद उत्पन्न न हो इसके लिए जनता और टोल कर्मचारियों के बीच सामंजस्य स्थापित होने चाहिए तथा दोनों ओर से सौहार्द व संयम अति आवश्यक है। इन्हीं कुछ पहलूओं का गहराई से संज्ञान लेने के उद्देश्य से जिला युमनानगर के अंबाला हाईवे पर आने वाले गाँव मिल्क माजरा के नजदीक बने टोल प्लाजा की कार्यप्रणाली को समझने का प्रयास किया गया। इस दौरान टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहन चालकों,टोल प्लाजा के अधिकारियों एवं टोल के आसपास के गाँव में रहने वाले लोगों से बातचीत की।
बता दें कि मिल्क माजरा टोल प्लाजा से प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहनों का आवागमन होता है। इसी संदर्भ में मिल्क माजरा टोल प्लाजा के प्रबंधक आबिद हुसैन व सहायक प्रबंधक विवेक पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि वह भारत के विभिन्न टोल प्लाजा पर अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके हैं तथा 4 मार्च 2023 से उन्हें मिल्क माजरा टोल प्लाजा का चार्ज मिला है। आबिद हुसैन ने कहा कि उनकी कंपनी मंदीप इंटरप्राइजेज राष्ट्रीय राज मार्ग प्राधिकरण की ओर से केवल कलेक्टिंग एजेंसी के रूप में काम कर रही है तथा टोल टैक्स की एवज़ में टैक्स देने वाले वाहन स्वामियों को सम्बंधित सभी सुविधाएं शांति ग्रुप द्वारा प्रदान की जा रही है। यह ग्रुप एनएचएआई अधिनस्थ कार्य कर रहा है, शांति ग्रुप के द्वारा टोल टैक्स देने वाले लोगों को हाईवे पर सफ़र करते समय एम्बुलेंस, क्रेन, प्राथमिक उपचार तथा पैट्रोल डीजल की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
आबिद ने बताया कि टोल प्लाजा पर 14 सामान्य लेन तथा 2 एमरजेंसी लेन बनाई गई है ताकि जनता को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा के प्रशासनिक भवन में साफ सुथरे शौचालयों का निर्माण किया गया इसके अलावा वह स्वंम भी कंट्रोल रूम के माध्यम से व्यवस्था को सुचारू बनाए रखते हैं।
टोल प्लाजा क्षेत्र के 20 किलोमीटर की दूरी में आने वाले सभी गाँवो के चौपहिया वाहन स्वामियों का गाड़ी के रजिस्ट्रेशन व आधार कार्ड के अनुसार मासिक पास बनाया जा रहा है ताकि स्थानीय लोगों को आवागमन में असुविधा न हो।
विवेक पांडे ने एक महत्त्वपूर्ण जानकारी देते हुए कहा कि टोल टैक्स में छूट के लिए सुनिश्चित की गई श्रेणियों में आने वाले वाहन चालकों के लिए भी ज़ीरो बैलेंस का फ़ास्ट टैग लगवाना अनिवार्य कर दिया गया है। पांडे ने कहा कि इन श्रेणियों का बैलेंस में से जीरो पैसे डिटेक्ट होगा और यह विशेष फ़ास्ट टैग विभाग की औपचारिकताओं को पूरा करने पर ही एक्टिवेट किया जाता है।
उन्होंने बताया कि एनएचएआई की गाइडलाइंस के अनुसार एक टोल प्लाजा पर न्यूनतम 109 कर्मचारियों का होना अनिवार्य होता है जबकि उनकी कंपनी द्वारा 140 कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाया गया है ताकि यातायात व्यवस्था बाधित न हो। साहयक प्रबंधक विवेक पांडे ने बताया कि वाहन चालकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सभी प्रकार की जानकारी टोल प्लाजा पर लिखित रूप में दी गई है तथा सन्तुष्टि के लिए प्लाजा प्रशासनिक भवन में सरकार के दिशा निर्देशों से भी अवगत करवाया जाता है।
पांडे ने बताया कि 1 अप्रैल 2023 से टोल टैक्स की दरों में हुई वृद्धि की जानकारी भी सभी लेन के बाहर अंकित कर दी गई है। उन्होंने बताया कि टोल प्लाजा पर विवादस्पद परिस्थितियाँ जानकारी के अभाव के कारण पैदा होती है। जिनमें विशेष रूप से आईडी का दुरूपयोग करने पर, बिना छूट के जबरन वाहन निकालने, ड्यूटी पर न होते हुए किसी विशेष पद या विभाग का हवाला देंने तथा तकनीकी खराबी के कारण होने वाले विलंब पर बिना टोल टैक्स दिए जाने का अधिकार जताना शामिल हैं। इस समय कैश में टोल टैक्स लेने की परिक्रिया पूरी तरह से बंद हो चुकी है वर्तमान में फास्ट टैग के माध्यम से टोल टैक्स वसूल किया जा रहा है। प्लाजा प्रबंधक ने बताया कि यदि फ़ास्ट टैग से सम्बंधित खाते में बेलेंस नही पाया जाता तो दोगुना टोल टैक्स देना पड़ता है और यह एनएचएआई के नियमानुसार निर्धारित किया गया है।
टोल प्लाजा के प्रबंधक आबिद ने बताया कि टोल टैक्स के रूप में दिया गया पैसा सरकार के राजस्व बढ़ोतरी का माध्यम है जो किसी न किसी रूप में जनता को सुविधाएं उपलब्ध कराने का सशक्त माध्यम माना जाता है परंतु कई लोग टोल टैक्स बचाने के लिए नजदीकी गांवों के लिए बनाए गए कट का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसके कारण गांव के लोंगो को आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ता है तथा टोल टैक्स बचाने के चक्कर में लोग दुर्घटनाओं का शिकार भी हो रहे हैं।
विवेक पांडे ने कहा कि इन परिस्थितियों में स्थानीय लोग शिकायत लेकर उनके पास आ रहे हैं जबकि जनता को स्वंम इस ओर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने चौपहिया वाहन चालकों का आह्वान करते हुए कहा कि टोल टैक्स को सुविधा शुल्क समझकर ईमानदारी और जिम्मेदारी से प्रदान करें ताकि सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी हो एवं सुंदर सड़को के निर्माण आप सभी की भागीदारी सुनिश्चित हो सके तथा सभी की यात्रा सुगमतापूर्वक पूर्ण हो सके।