खालिस्तानियों से मिल रही धमकियों के बाद केंद्र व राज्य सरकार, शांडिल्य की सुरक्षा को लेकर गभीर फैसला ले : चंद्रमोहन
- आज शांडिल्य के जेल लैंड निवास पर कंजकों की पूजा भी हुई
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अम्बाला – 30 मार्च :
एंटी टेरोरिस्ट कॉउंसिल के चेयरमैन वीरेश शांडिल्य एक मात्र हरियाणा भगवान कृष्ण की धरती से देश मे खालिस्तानी मुहिम सहित आतंकवादी संगठनों के खिलाफ जमानी कानूनी लड़ाई सहित देश मे देशद्रोही ताकतों के खिलाफ जनांदोलन छेडे हुए है और शांडिल्य को लगातार खालिस्तानियों की मौत के घाट उतारने की धमकियां मिल रही हैं जिसको लेकर केंद्र व राज्य सरकार को वीरेश शांडिल्य की सुरक्षा को लेकर गभीर होना चाहिए।
उपरोक्त शब्द हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम एव भजन लाल के बड़े बेटे चंद्रमोहन ने वीरेश शांडिल्य के निवास पर पत्रकारो से बातचीत करते हुए कहे । शांडिल्य का जेल लैंड आगमन पर शांडिल्य समर्थको ने जोरदार स्वागत किया और चंद्रमोहन को भगवा दोशला व माँ शेरावाली का स्मृति चिन्ह भेंट किया। कालका से 4 बार विधायक रहे पूर्व सीएम भजन लाल के बेटे न कहा कि ख़ालिस्तानी मुहिम व आतंकवाद का मुकाबला उनके पिता भजन लाल ने पंजाब के सीएम बेअंत सिंह के साथ कंधे से कंधा मिलाकर दिया क्योंकि उनके पिता जब आतकवाद पंजाब में चरम सीएम था तो भजन लाल हरियाणा के सीएम थे और उन्होंने आतंकवादियो को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हुए थे जिस कारण भजन लाल पर अंबाला के नजदीक हिसार रोड पर बुलाना में आरडीएक्स लगाई गई और अमेरिका तक भजन लाल को बब्बर खालसा के आतंकवादियो ने मौत के घाट उतारने की साजिश रची।
जिज़ जब्बे से खलिस्तानी आतकवाद व बब्बर खालसा के आतंकवादियो के खिलाफ वीरेश शांडिल्य जमीनी व कांनूनी लड़ाई लड़ रहे और उन्हें लगातार मौत के घाट उतारने की धमकियां मिल रही और बब्बर खालसा, खलिस्तानी समर्थको के खिलाफ पुलिस अंबाला में 14 से अधिक मुकदमे दर्ज कर चुकी है लेकिन सुरक्षा जितनी होनी चाहिए उतनी नही क्योंकि शांडिल्य को बुलेट प्रूफ गाड़ी केंद्र व राज्य दोनों की सुरक्षा दी जानी चाहिए क्योंकि वीरेश शांडिल्य जैसे देशभक्तों की जरूरत है और कम सुरक्षा शांडिल्य को आतंकवादियो का निवाला न बना दे।चंद्रमोहन ने कहा शांडिल्य को केंद्र की सुरक्षा मिले क्योंकि वो हरियाणा पंजाब नही पूरे देश मे आतकवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं।
चंद्रमोहन ने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल, गृह मंत्री अमित शाह व अनिल विज से शांडिल्य को प्रयाप्त सुरक्षा दस्ता देने की मांग की क्योंकि शांडिल्य की रेकी भारत में तो आतकवादी कर ही रहे बल्कि विदेशों में बैठे खालिस्तानी आतंकवादी शांडिल्य को बड़ी चुनौती या बाधा मानते है इसलिए उन्हें मौत के घाट उतारना खालिस्तानी जरूरी मानने लग गए। क्योंकि शांडिल्य खालिस्तानी मुहिम के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहे है । दिसम्बर 2022 में शांडिल्य ने बब्बर खालसा आतंकवादी जिस जगतार सिंह हवारा ने बेअंत सिंह को मारा उस हवारा को शांडिल्य ने तिहाड़ से जेल से चंडीगढ़ शिफ्ट नही होने दिया जिस कारण शांडिल्य को बब्बर खालसा के आतकवादी भी मारना चाहते है ऐसे में शांडिल्य की सुरक्षा को बढ़ाया जाए।