Friday, December 27

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़  – 29  मार्च :

भारत की सबसे अग्रणी हॉस्पिटैलिटी कंपनी इंडियन होटल्स कंपनी (आईएचसीएल) ने अपने ईएसजी प्लस फ्रेमवर्क ’’पथ्य’’ के अंतर्गत सस्टेनेबिलिटी व सामाजिक प्रभाव हेतु किए जा रहे उपायों को निरंतर आगे बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। कंपनी ने एक साल पहले ’’पथ्य’’ की शुरुआत की थी, इसका लक्ष्य ऐसे अनवरत परिणामों की रचना करना है जो पर्यावरण व समाज को मजबूत करते हुए मूल्यों को आगे बढ़ाएं और वृद्धि को बल प्रदान करें।

इस अवसर पर आईएचसीएल के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री पुनीत छटवाल ने कहा, ’’पथ्य आईएचसीएल का एक ऐसा प्रयास है जिसके जरिए कंपनी के सभी स्टेकहोल्डरों के लिए साझे मूल्य कायम करने हेतु एक सहयोगात्मक पथ पर हम आगे बढ़ रहे हैं। हमारे सभी कार्यों में ईएसजी गहराई से घुलमिला है और इससे हमें आज की सबसे बड़ी चुनौतियों को हल करने में मदद मिलेगी तथा हम भविष्य के सर्वश्रेष्ठ अवसरों को प्राप्त कर पाएंगे।’’

उन्होंने बताया कि पर्यावरण के लिए किए जा रहे आईएचसीएल के प्रयासों में शामिल हैं- नवीकरणीय ऊर्जा की खपत बढ़ाना, आईएचसीएल के 77 होटलों के लिए अर्थ चैक प्रमाणन, कंपनी की 115 प्रॉपर्टीज में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशनों का इंस्टॉलेशन और इनोवेटिव कूलिंग टेक्नोलॉजीस के लिए आईएफसी के टैक्इमर्ज प्रोग्राम के साथ साझेदारी। कंपनी ने अपने 20 होटलों में बॉटलिंग प्लांट लगाकर सभी प्लास्टिक बोतलों को रियूजेबल ग्लास बोतलों के साथ बदल दिया है और इसके अलावा मेहमानों के कमरों में ड्राइ अमेनिटीज के लिए बायो डिग्रेडेबल रैपिंग को अपनाया है।