एटीएफआई सुप्रीमो वीरेश शांडिल्य को गोली मारने की धमकी, धमकी देने वाला बोला: जब आऊँगा चल जाएगा पता

  • शांडिल्य को खालिस्तानियों ने फिर दी मौत के घाट उतारने की धमकी, शांडिल्य की शिकायत पर पुलिस ने किया केस दर्ज
  • एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि खालिस्तान न बनेगा न बनने देंगे, खालिस्तानी जब चाहे मौत के घाट उतार दें

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अंबाला  – 25  मार्च :

हरियाणा में एक मात्र एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य जो खुलेआम खालिस्तान के खिलाफ आवाज बुलंद किए हुए हैं और खालिस्तानियों को मुंह तोड़ जवाब दे रहे हैं। यहीं नहीं, वारिस पंजाब के तथाकथित मुखिया खालिस्तानी अमृतपाल सिंह को उसके साथियों सहित पंजाब में जाकर ललकार रहे हैं। जिस कारण उन्हें लगातार खालिस्तानी समर्थक, जरनैल सिंह भिंडरावाला समर्थक, बब्बर खालसा के मुखिया जगतार सिंह हवारा के समर्थक मौत के घाट उतारने की धमकियां दे रहे हैं। जिसको लेकर अम्बाला शहर, बलदेव नगर थाने में वीरेश शांडिल्य को मौत के घाट उतारने की धमकियां देने पर एक दर्जन से अधिक मुकद्दमे दर्ज हो चुके हैं और अब फिर वीरेश शांडिल्य को भारत के नंबर से खालिस्तानी समर्थक ने मौत के घाट उतारने की धमकी दी। जिस पर अम्बाला शहर पुलिस ने वीरेश शांडिल्य की शिकायत पर आईपीसी की धारा 506, 504 के तहत मुकद्दमा दर्ज कर लिया है और पुलिस जांच में जुट गई है और वीरेश शांडिल्य के जेल लैंड निवास व पालिका विहार निवास पर सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है। शांडिल्य ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह जब तक खून का अंतिम कतरा उनके शरीर में दौड़ रहा है तब तक वह खालिस्तानियों के खिलाफ लड़ते रहेंगे। खालिस्तानी उन्हें मौत के घाट उतार दें तो वा उनकी हिम्मत है। लेकिन उनके जीते खालिस्तान की मुहिम को कामयाब नहीं होने देंगे।

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि देश में एक मात्र उनका एक संगठन है जो खुलेआम जरनैस सिंह भिंडरावाला की मुहिम के खिलाफ, बब्बर खालसा के आतंकवादियों के खिलाफ और अमृतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर चुका है। उन्होंने कहा कि जिन आतंकवादियों ने पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह को मौत के घाट उतारा, उनको तिहाड़ से न लाया जाए। और उनकी पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हो। ये जनहित याचिका उन्होंने 2010 में हाईकोर्ट में दायर की थी। जिसके बाद जगतार सिंह हवारा तिहाड़ जेल से वीसी से पेश होता है। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि हवारा फिर तिहाड़ से चंडीगढ़ बड़ैल जेल में शिफ्ट होने की साज़िश में था, जहां हवारा व उनके साथी परमजीत सिंह भ्यौरा, जगतार सिंह तारी 109 फीट की सुरंग खोदकर भाग गए थे। फिर चंडीगढ़ बड़ैल जेल आकर अमृतपाल सिंह के साथ खालिस्तानी मुहिम का हिस्सा बनना चाहता था। लेकिन 15 दिसम्बर 2022 को उनके एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया ने चंडीगढ़ की एडिशनल सेशन कोर्ट में एप्लीकेशन देकर जगतार सिंह हवारा को तिहाड़ से बड़ैल जेल शिफ्ट नहीं होने दिया। जिस कारण खालिस्तानी समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाला समर्थक, जगतार सिंह हवारा समर्थक उन्हें मौत के घाट उतारने की धमकियां दे रहे हैं। लेकिन वह इन आतंकवादियों को इस तरह ही मुंह तोड़ जवाब देते रहेंगे।

शांडिल्य ने कहा कि अम्बाला शहर के एसएचओ नरेंद्र राणा ने उनकी शिकायत पर तुरंत एफआईआर दर्ज की और एसपी अम्बाला जश्नदीप सिंह रंधावा ने उनकी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हुए हैं। लेकिन वह इन आतंकवादियों की धमकियों से डरेंगे नहीं बल्कि उनकी मुहिम खालिस्तानियों के खिलाफ इस तरह ही जारी रहेगी।