ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 23 मार्च 2023 :
नोटः आज गणगौरी तृतीया, श्रीमस्त्य जयंती है।
नवरात्रि के दूसरे दिन मां दुर्गा की तीसरी शक्ति हैं चंद्रघंटा। यह देवी कल्याणकारी है। नवरात्रि में तीसरे दिन इसी देवी की पूजा-आराधना की जाती है। देवी का यह स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी है। इसीलिए कहा जाता है कि हमें निरंतर उनके पवित्र विग्रह को ध्यान में रखकर साधना करना चाहिए।देवी चंद्रघंटा की पूजा इस मन्त्र से होती है…
या देवी सर्वभूतेषु मां चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
श्रीमस्त्य जयंती : मत्स्य अवतार भगवान विष्णु ने दशावतार यानी 10 अवतारों में पहला अवातर है। इस रूप में प्रकट होकर श्री हरि ने प्रलय से सृष्टि को बचाया और वेदों को पुन: प्राप्त किया था। इस साल मत्स्य जयंती शुक्रवार 24 अप्रैल 2023 को पड़ रही है. इस दिन सुबह 10 बजे से शाम 4 बजकर 15 मिनट तक का समय पूजा के लिए शुभ रहेगा।
विक्रमी संवत्ः 2080, शक संवत्ः 1945, मासः चैत्र, पक्षः शुक्ल पक्ष, तिथिः तृतीया सांय कालः 05.00 तक है, वारः शुक्रवार।
विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः अश्वनी दोपहर काल 01.22 तक है, योगः वैधृति रात्रि काल 01.42 तक, करणः गर,
सूर्य राशिः मीन, चंद्र राशिः मेष
राहु कालः प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक,
सूर्योदयः 06.25, सूर्यास्तः 06.31 बजे।