नयी नीति किसान हितैषी और राज्य की तरक्की के लिए लाभदायक होगी : कृषि मंत्री
31 मार्च तक आम लोगों को सुझाव भेजने की अपील
राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने आज यहाँ पंजाब भवन में राज्य की बन रही नयी कृषि नीति सम्बन्धी एक उच्च स्तरीय समीक्षा मीटिंग की। कृषि विभाग के उच्च अधिकारियों और माहिरों की टीम के साथ उन्होंने नयी कृषि नीति के सभी पहलूओं पर विचार-चर्चा की। मीटिंग में प्रसिद्ध कृषि विज्ञानी डा. गुरदेव सिंह खुश और डॉ. बी एस गिल ने ख़ास तौर पर शिरकत की। डॉ. खुश का चावलों की किस्मों विकसित करने और डा. गिल्ल का गेहूँ की किस्मों विकसित करने में बहुमूल्य अनुभव है और विश्व स्तर पर दोनों वैज्ञानिकों का विशेष नाम है।
बाद में पत्रकारों के साथ बात करते हुये धालीवाल ने कहा कि कृषि को लाभदायक बनाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार नयी कृषि नीति पर बहुत गंभीरता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद किसी भी सरकार ने किसानों की भलाई ख़ास तौर पर कृषि को लाभदायक पेशा बनाने पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि आज भगत सिंह और उनके साथियों के शहीदी दिवस पर वह प्रण करते हैं कि भगत सिंह के सपनों का पंजाब बनाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। उन्होंने राज्य को ‘रंगला पंजाब’ बनाने की वचनबद्धता दोहरायी।
कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य में ऐसी व्यवस्था बनायी जायेगी कि हमारे बच्चों को बाहर जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। इस मौके पर उन्होंने आम लोगों को नयी कृषि नीति सम्बन्धी 31 मार्च तक सुझाव भेजने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि कोई भी पंजाब निवासी वट्टसऐप नंबर 75080-18998 या फ़ोन नंबर 0172-2969340 या ईमेल farmercomm@punjabmail.gov.in पर अपने सुझाव भेज सकता है। इसके इलावा पंजाब राज्य किसान और कृषि श्रमिक आयोग, एयरपोर्ट रोड, मोहाली के पते पर चिट्ठी के द्वारा भी सुझाव भेजे जा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार किसानों के साथ खड़ी है और राज्य की कृषि के लिए अच्छी, ठोस और सार्थक नीतियाँ लेकर आना उनकी ज़िम्मेदारी है। धालीवाल ने उम्मीद जताई कि पंजाब निवासियों को इस साल जून के अंत नयी कृषि नीति मिल सकती है। उन्होंने कहा कि नयी कृषि नीति पंजाब की भौगोलिक स्थिति, मिट्टी की सेहत, फसलों और पानी की उपलब्धता को मुख्य रख कर तैयार की जा रही है और इसमें लोगों के सुझावों को भी प्रमुखता दी जायेगी।
धालीवाल ने इस बात पर चिंता जतायी की कि पिछली सरकारों के ग़ैर जिम्मेदाराना रवैये और गलत नीतियों के कारण पंजाब का शुद्ध पानी, शुद्ध हवा और वातावरण और सेहतमंद उपजाऊ भूमि अब दूषित पानी, ज़हरीली हवा और ग़ैर-उपजाऊ भूमि में बदल रही है। उन्होंने कहा कि इस दृश्य को अब साफ़ नीति और नीयत के साथ बदला जायेगा।
उन्होंने कहा कि कृषि सिर्फ़ एक धंधा नहीं, यह जीवन के साथ जुड़ा हुआ मुद्दा है। कृषि मंत्री ने कृषि में आयी गिरावट को दूर करने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुये कहा कि राज्य सरकार कृषि को बचाने की दिशा में सबके सहयोग के साथ आगे बढ़ेगी। पंजाब की फसलों, पानी और मिट्टी और वातावरण को केंद्र में रख कर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कृषि माहिरों, कृषि वैज्ञानिकों और तजुर्बेकार लोगों की मदद के साथ कृषि क्षेत्र को मज़बूत करने का हर संभव यत्न कर रही है।