Friday, January 10

कहा जाता है कि सागर मंथन के समय  बांदीपोरा के कालूसा और कुपवाड़ा के गगलूसा में अमृत की दो बूंदें छलक गईं, जिससे प्राकृतिक शिला बन गई।  जानकारी के मुताबिक  लंबी तपस्या के बाद, ऋषि शांडिल्य को शारदा पीठ के आसपास के तेजुवन गांव के पास शारदा माई के दर्शन हुए थी, लेकिन विभाजन और आदिवासी छापे के बाद दिसंबर 1948 में शारदा मंदिर को जला दिया गया था। इसके बाद आदिवासी आक्रमणों की वजह से पवित्र तीर्थ यात्रा को छोड़ दिया गया था। इस मंदिर के बगल में एक गुरुद्वारा था, उसे भी नष्ट कर दिया गया था।  स्थानीय लोगों ने इस भूखंड में बारे में बताया और 14 सितंबर 2021 को तीतवाल में एलओसी के वार्षिक शारदा यात्रा के अवसर पर रविंदर पंडिता की अध्यक्षता में शारदा समिति कश्मीर को बचाने के लिए सौंप दिया गया।

कश्मीर में LoC के पास शारदा मंदिर का निर्माण शुरू, PoK स्थित पीठ की Details  | Construction of Sharda Temple started near LoC in Kashmir details of  Sharda Peeth located in Pok -
टीटवाल में पंचलोहा शारदा मंदिर

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट संवाददाता, काश्मीर – 22 मार्च :  

उत्तरी कश्मीर के सीमांत जिले कुपवाड़ा में एलओसी के टीटवाल गांव में सेव शारदा समिति कश्मीर के ओर से नवनिर्मित शारदा मंदिर और गुरुद्वारा साहिब का बुधवार को शुभारंभ किया जाएगा। इस दौरान मंदिर में मूर्ति प्रतिष्ठापित की जाएगी। इसका शुभारंभ गृहमंत्री अमित शाह वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से करेंगे। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष रविंदर पंडिता, ऐजाज़ खान, जोगिंदर सिंह और कश्मीरी पंडित समुदाय के लोग और स्थानीय लोग उपस्थित रहेंगे।


जानकारी के अनुसार सेव शारदा समिति कश्मीर ने 24 जनवरी को मां शारदा की मूर्ति को कर्नाटक के श्रृंगेरी से उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा के करीब स्थित टीटवाल तक ले जाने के लिए राष्ट्र यात्रा शुरू की। यात्रा बंगलुरु, मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, जयपुर, गुड़गांव और जम्मू आदि स्थानों से होते हुए सोमवार को टीटवाल पहुंची। इससे पहले श्रृंगेरी दक्षिणायम शारदा मठ के निमंत्रण पर समिति ने एलओसी टीटवाल में नवनिर्मित शारदा मंदिर के लिए पंचलोहा (5 धातु) मां शारदा की मूर्ति प्राप्त कर नए वाहन से लाया गया।

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खान ने बताया कि जिस जगह मंदिर और गुरुद्वारा था उसी स्थान पर इनका फिर से निर्माण किया जा रहा है। दो दिसंबर 2021 को इसके निर्माण का कार्य शुरू किया गया था। इस बीच तंगधार निवासी और समिति के सदस्य जोगिंदर सिंह ने बताया कि 11 दिसंबर 2022 को गुरुद्वारे को टेक ओवर किया। अब रोज़ाना यहां पाठ और शबद कीर्तन किया जाएगा। इसकी गूंज एलओसी के पार चिलियाना गांव तक गूंजेगी।

समिति के अध्यक्ष रविंदर पंडिता ने बताया कि पंचलोहा शारदा मूर्ति को चैत्र मास शुक्ल पक्ष प्रतिपदा को नवरेह (प्रथम नवरात्र) को टीटवाल मंदिर में 22 मार्च को स्थापित किया जाएगा। समिति के स्थानीय सदस्य एजाज खान ने बताया कि 1947 से पहले यहां पर एमएमजी (मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारा) हुआ करता था। इसके बाद बाद हुए कबायली हमले में इस टीटवाल गांव को जला दिया था। हमने सोचा कि एक बार फिर से मज़हब से ऊपर उठकर इंसानियत का एक नया मज़हब बनाया जाए। इसलिए यह शुरुआत की और यह संदेश विश्व में देना चाहते हैं। हमने इन सभी धर्म स्थलों को दोबारा से बनाने की शुरुआत की, ताकि एक बार फिर से मंदिर से पूजा, मस्जिद से अज़ान और गुरुद्वारे से शबद-कीर्तन की आवाजें एक बार फिर से गूंजें।