आवारा पशुओं की देखभाल के लिए सरकारी/प्राइवेट गौशालाओं को लगभग 85.92 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता मुहैया करवाईः डा. इन्दरबीर सिंह निज्जर

स्थानीय निकाय मंत्री डा. निज्जर ने पंजाब विधान सभा में कॉल अटैंशन का दिया जवाब

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : स्थानीय निकाय मंत्री डा. इन्दरबीर सिंह निज्जर ने बताया कि शहरी स्थानीय संस्थाओं ( यू. एल. बीज़) ने आवारा पशुओं की देखभाल के लिए लगभग 85.92 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता मुहैया की गई है। यह बात स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर ने आज पंजाब विधान सभा के चल रहे बजट सैशन के दौरान विधायक दलजीत सिंह ग्रेवाल (भोला) और  गुरप्रीत सिंह बणावाली की तरफ से लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुये कही।

इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुये स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर ने कहा कि राज्य में लगभग 417 प्राईवेट रजिस्टर्ड गौशालाओं में 1.70 लाख आवारा पशु हैं। इसके इलावा ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग पंजाब की तरफ से राज्य में 20 सरकारी केटल पौंडज में 77 केटल सैड बनाए गए हैं, जिनमें लगभग 10,024 आवारा पशु हैं।

डा. निज्जर ने आगे कहा कि शहरी स्थानीय संस्थाओं की तरफ से अपने स्तर पर 10 गौशालाएं चलाईं जा रही हैं, जिनमें लगभग 3385 के करीब आवारा पशु रखे गए हैं। उन्होंने कहा कि शहरी स्थानीय संस्थाओं की तरफ से उनकी सीमा के अंदर घूम रहे आवारा पशुओं को पकड़ कर सरकारी/प्राइवेट गौशालाओं में छोड़ा जाता है। उनकी तरफ से पिछले पाँच सालों के दौरान लगभग 33575 आवारा पशुओं को पकड़ कर गौशालाओं में छोड़ा गया है।

डॉ. निज्जर ने कहा कि शहरी स्थानीय संस्थाओं की तरफ से लगभग 185 सरकारी/ प्राइवेट गौशालाओं को अपनी वित्तीय स्थिति और उनके पास उपलब्ध काऊसैस के फंडों के मुताबिक 10 से 30 रुपए प्रति पशु प्रति दिन या महीनावार वित्तीय सहायता दी जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अब तक शहरी स्थानीय संस्थाओं की तरफ से काऊसैस्स के तौर पर 183.44 करोड़ रुपए इकठ्ठा किये जा चुके हैं।