खराब हुई फसल के नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा तुरंत उचित मुआवजा दे -चन्द्रमोहन
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकुला –21 मार्च :
हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य चन्द्र मोहन व सलीम डबकोरी पार्षद व कांग्रेस के नेता प्रति पक्ष नगर निगम पचकुलां ने
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मांग की है कि पंचकूला ज़िले में हाल ही में हुई बेमौसम बारिश और तेज अंधड़ ने किसानों कीफसलों को बर्बाद कर दिया है और सरकार द्वारा इन ख़राब फसलों की स्पेशल गिरदावरी करवाकर खराब हुई फसल के नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा तुरंत उचित मुआवजा किया जाना चाहिए।
चन्द्र मोहन ने कहा कि पंचकूला ही नहीं अपितु हरियाणा के कई ज़िलों में बेमौसम की बारिश और कही कही पर हुई ओलावृष्टि ने किसानों के सपनों पर बड़ा कुठाराघात किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की नीतियों के कारण इस देश के किसानों की हालत दिन प्रतिदिन दयनीय होती जा रही है और रही सही कसर इस बेमौसम की बारिश ने पूरी कर दी है। इस बारिश से सरसों-गेहूं और सब्जी की फसलों को भारी नुक़सान हुआ है। आज उन्होंने स्वयं जा कर फसलों के नुकसान के बारे में देखा है और कई किसानों से मैने बात की है और उनका मानना था कि फसलों के खराब होने से उनके भूखा मरने की नौबत आ गई है। पहले वाला कर्ज तो अभी उतार नहीं पाए हैं और अब भूखा मरने का डर भी सताने लगा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों के खेतों में तैयार फसल और कई जगह कटाई के बाद रखी फसल बारिश का पानी भरने व ओले से बर्बाद हो गई है। हरियाणा सरकार को इस बारे में तुरंत कदम उठाते हुए स्पेशल गिरदावरी कराकर किसानों को हुए नुक़सान का आकलन करके उचित मुआवजा तुरंत ही प्रदान किया जाए।उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि इससे पहले भी पाले की मार से फसलों को नुक़सान हुआ था लेकिन वर्तमान बीजेपी-जेजेपी सरकार ने आज तक कोई गिरदावरी नहीं करवाई और न ही खराब फैसलों के लिए कोई मुआवजा दिया गया। हरियाणा सरकार की गलत नीतियों का परिणाम है कि सरकार और बीमा कंपनियां मिल कर किसानों को हर साल करोड़ों रुपए का चुना लगा रही हैं। एक अनमान के अनुसार निजी बीमा कंपनियां सिर्फ हरियाणा में ही बीमा योजना के नाम पर हजारों करोड़ से ज्यादा का भारी-भरकम मुनाफा कमा चुकी है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने केन्द्र में सत्ता में आने से पहले देश के किसानों से वायदा किया था कि सन् 2022 तक किसानों की आय दोगुनी की जाएगी लेकिन अफसोस इस बात का है कि किसानों की आय दोगुनी करने की बात तो दूर किसानों की फसल का लागत मूल्य भी 2000 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से बढ़ गया हैं और डीजल और यूरिया खाद की महगाई ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है। उन्होंने याद दिलाया कि किसानों के दिल्ली में हुए आन्दोलन के दौरान किसानों की उचित मांगे मानने का केन्द्र सरकार ने आश्वासन दिया था और इस किसान आंदोलन में अनेक किसान सरकार के जुर्म के शिकार हो गए और अफसोस इस बात का है कि किसानों की फसलों के समर्थन मूल्य की मांग आज भी कायम है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी-जेजेपी ने किसान, नौजवान, कर्मचारी और व्यापारियों के खिलाफ है और इसका खामियाजा वर्तमान सरकार को आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान भुगतना पड़ेगा। उन्होंने दो दर्जन गांवों का दौरा किया और फसलों के नुकसान का जायजा लिया।
उन्होंने सेकेंडों किसानों से बात की और उनके साथ पार्षद सलीम डबकोरी कांग्रेस के नेता प्रति पक्ष नगर निगम पचकुलां , कोर्ट गाँव बलबीर सरपंच,राज़िंदेर प्रषाद,गाँव टोका गुरमेल सिंह,गुरनाम सिंह गाँव शामटु,हाकिम सिंह,गाँव खतोली विनोद कुमार,किशन कुमार,शेर सिंह, नरेश कुमार,गाँव रिहोड , रवीन्द्र रिहोड शर्मा,राम करण विधुर ,दिप चन्द्,मदन लाल,देवेंद्र शर्मा,शशी भुषन,गाँव बतोड उपदेश राणों ,संजीव राणा,कुलवीर,जसबीर सिहं,बलराम सिंह,बलजीत सिंह,गाँव बेहड हेपी शर्मा भी उपस्थित थे।