स्वच्छ भारत अभियान और फिट इंडिया मूवमेंट विषय पर एनएसएस  शिविर  शुरू


डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़  – 21 मार्च :

पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज सेक्टर 46 की एनएसएस इकाई ने “स्वच्छ भारत अभियान और फिट इंडिया मूवमेंट” विषय पर सात दिवसीय शिविर का उद्घाटन किया। शिविर का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. आभा सुदर्शन की सौम्य उपस्थिति में  हुआ। राज्य संपर्क अधिकारी, एनएसएस, चंडीगढ़ डॉ. नेमी चंद इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थीं।  प्रिंसिपल डॉ. आभा सुदर्शन ने एनएसएस स्वयंसेवकों को इस शानदार अवसर का हिस्सा बनने के लिए बधाई दी।

उन्होंने उनसे सीखने के इन सात दिनों के अनुभव का अधिकतम लाभ उठाने का आग्रह किया। डॉ. नेमी चंद ने स्वयंसेवकों को  प्रेरित किया और कहा कि यह उनके प्रबंधन और संगठनात्मक कौशल को बढ़ाने के लिए एक शानदार मंच है। रूसा के तत्वावधान में एचआर एंटरप्राइजेज के निशांत महाजन और राजवीर सिंह  ने स्वयंसेवकों के लिए प्रेरक कार्यशालाएं भी आयोजित कीं। शिविर का आयोजन कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सिद्धार्थ कुमार, सुश्री पूजा गुप्ता, डॉ. अमनप्रीत कौर और डॉ. अरविंदर सिंह ने किया।

इससे पहले दिन में कॉलेज की “धारिणी” पर्यावरण जागरूकता सोसाइटी ने छात्रों के साथ-साथ कॉलेज के संकाय के लिए पर्यावरण विभाग, चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा प्रायोजित एक दिवसीय हर्बल कलर मेकिंग कार्यशाला का आयोजन किया। श्री ओम प्रकाश, पूर्व प्रधान समन्वयक, इको-क्लब, यूटी, चंडीगढ़ ने कार्यशाला का संचालन किया और प्राकृतिक रंगों और अन्य पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता साझा की। कार्यशाला में विभिन्न प्राकृतिक उत्पादों और सामग्रियों पर प्रकाश डाला गया, जिनका उपयोग हर्बल रंगों को तैयार करने के लिए किया जा सकता है। श्री ओम प्रकाश ने पर्यावरण के अनुकूल होली के रंग बनाने के लिए कीकर छाल, चुकंदर, धनिया, हल्दी और कॉर्नफ्लोर के उपयोग का प्रदर्शन किया। लगभग 70 छात्रों और संकाय सदस्यों ने कार्यशाला में भाग लिया और सुरक्षित और प्राकृतिक रंगों को तैयार करने का अत्यधिक उपयोगी तरीका सीखा।

कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ आभा सुदर्शन ने रिसोर्स पर्सन द्वारा दी गई नई अवधारणा की सराहना की और इसे वास्तविक जीवन सीखने और बहुत उपयोगी बताया। इस अवसर पर डीन डॉ. राजेश कुमार और वाइस प्रिंसिपल डॉ. बलजीत सिंह भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन डॉ रितु सरसोहा, डॉ अमनप्रीत कौर और डॉ बलजिंदर कौर ने किया।