सडक़ों पर घूम रहे पशुओं को लेकर नगर निगम व पुलिस प्रशासन सख्त
पशुपालकों के साथ बैठक कर दी आखरी चेतावनी
डेमोक्रेटिक फ्रंट/पवन सैनी
हिसार। शहर की सडक़ों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को लेकर नगर निगम प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है। सोमवार को नगर निगम के मुख्य सभागार में नगर निगम आयुक्त प्रदीप दहिया, पुलिस अधीक्षक लोकेन्द्र सिंह ने शहर के पशुपालकों के साथ बैठक की। बैठक में एएमसी प्रदीप हुड्डा, डीएसपी अभिमन्यु लोहान, ट्रैफिक पुलिस इंचार्ज जसवंत सिंह, सिटी एसएचओ कप्तान सिंह, सिविल लाइन एसएचओ विनोद, इंस्पेक्टर बलवंत सिंह आदि मौजूद थे। बैठक में पशुपालकों ने निगम व पुलिस प्रशासन का पूर्ण सहयोग देने की बात कही। निगम आयुक्त प्रदीप दहिया ने कहा कि शहर में खुले में पशु छोडऩे वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी के घर का चिराग बुझाने का अधिकार किसी को नहीं हैं। उन्होंने पशुपालकों से कहा कि लम्बे समय से उन्हें समझाया जा रहा है लेकिन सहयोग देने की बजाय टीम पर हमला किया जा रहा है। ऐसा कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार नशा तस्करों पर कारवाही की जा रही है, उसी प्रकार खुले में पशु छोडऩे वालों के घर तोड़े जायेंगे। आगामी 1 अप्रैल तक सभी अपनी व्यवस्था कर लो। उसके बाद दोनों विभाग मिलकर कारवाही करेंगे। निगम आयुक्त ने कहा कि निगम द्वारा एक अप्रैल से कई प्रोजेक्ट लांच किए जाएंगे। इसमें डेयरी संचालकों के लिए भी काम किया जाएगा। गोबर उठाने के लिए कई ट्रॉलियां लगाई जाएगी जिससे डेरी संचालक अब अपने पशुओं का गोबर सीवर मे न बहा कर उसे ट्रॉली मेंं डाले।
पशु से हादसा हुआ तो मालिक पर दर्ज होगा 307 का मुकदमा : एसपी
पुलिस अधीक्षक लोकेन्द्र सिंह ने कहा कि सडक़ पर पशु के कारण हादसा होता हैं तो उसके मालिक के खिलाफ 304 वे 307 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं के साथ सडक़ दुर्घटना मे लोगों के घरों के चिराग बुझ रहे हैं। यह गलती पशु की नहीं उसे छोडऩे वाले की होती है। एसपी ने कहा कि मीटिंग का मुख्य उद्देश्य उन्हें आखिरी बार चेतावनी देना है। इसके बाद प्रशासन आवारा पशु छोडऩे वालों को कोई मौका नहीं देगा। इस दौरान प्रधान रामकुमार, नरेश, सतबीर, कमल, कुलदीप, मुकेश, कृष्ण, अशोक, विनोद आदि मौजूद थे।