Saturday, December 21

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में ऐलान किया कि 19 नए जिले और तीन नए संभाग बनाए जाएंगे। इस हिसाब से अब राजस्थान में 50 जिले और 10 संभाग होंगे। लंबे समय से राजस्थान में नए ज़िले बनाए जाने की मांग उठ रही थी। राजस्थान में अब अनूपगढ़ (श्रीगंगानगर), बालोतरा (बाड़मेर), ब्यावर (अजमेर), डीग (भरतपुर), डीडवाना-कुचामनसिटी (नागौर), दूदू (जयपुर), गंगापुर सिटी (सवाईमाधोपुर), जयपुर-उत्तर, जयपुर-दक्षिण, जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम, केकड़ी (अजमेर), कोटपूतली-बहरोड़ (जयपुर), खैरथल (अलवर), नीम का थाना (सीकर), फलोदी (जोधपुर), सलूंबर (उदयपुर), सांचोर (जालोर), शाहपुरा (भीलवाड़ा) नए जिले होंगे।

Rajasthan Ashok Gehlot Government May Announce New Districts Before  Assembly Elections ANN | Rajasthan News: नए जिलों के गठन से मतदाताओं को  साधेगी गहलोत सरकार, आखिरी बजट में CM कर सकते हैं

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/जयपुर :

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का चुनावी साल में बड़ा ऐलान किया है. राजस्थान में 19 नए जिले बनाने की घोषणा की है। राज्य में पहले से 33 जिले थे। अब राजस्थान में कुल 50 जिले होंगे. यहां में पिछले कई दशक से नए जिले बनाने की मांग की जा रही थी। राजस्थान में तीन नए संभाग यानी डिवीजन बनाने का भी ऐलान किया गया है। इसके साथ ही अब राज्य में 10 डिवीजन होंगे।

सीएम ने सदन में नए जिले बनाने की घोषणा हुए बताया कि जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम, कोटपुतली, बहरोड़, डीडवाना, दूदू, सांचौर, डीग, शाहपुरा, केकड़ी, सलूंबर, अनूपगढ़, ब्यावर, बालोतरा, गंगापुर सिटी, फलौदी, खैरथल, नीमकथाना, ब्यावर नए जिले होंगे। वहीं, बांसवाड़ा, सीकर और पाली नए संभाग बनेंगे।

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य होने के कारण राजस्थान में हमारे कई जिले ऐसे हैं, जहां जिला मुख्यालय से कई इलाकों की दूरी 100 किलोमीटर से भी ज्यादा है। इस कारण आमलोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही कई जिलों की जनसंख्या भी अत्यधिक होने के कारण प्रशासन का हर परिवार तक पहुंचना कठिन हो जाता है।

उन्होंने आगे कहा कि जिला अपेक्षाकृत छोटा होने से प्रशासन प्रबंधन और कानून-व्यवस्था पर निगरानी-नियंत्रण सहज और सुगम हो जाता है। देश के विभिन्न राज्य नए जिले बनाने में हमसे आगे रहे हैं। वहां पर जिलों की संख्या दोगुनी-तीन गुनी हो गई है। अभी हाल ही में भौगोलिक दृष्टि से हमसे छोटे राज्य पश्चिम बंगाल ने भी सात नए जिलों की घोषणा की है।

चुनावी साल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का यह मास्टर स्ट्रोक बताया जा रहा है। पिछले कई सालों से नए जिले बनाने की मांग उठ रही थी, जिसको मुख्यमंत्री गहलोत ने आज बजट बहस के जवाब में पूरा कर दिया है।  एक साथ 19 नए जिलों की घोषणा एक बड़ा कदम माना जा रहा है।