Wednesday, December 25

उल्लेखनीय है कि चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू हो रही है जो कि 30 मार्च रामनवमी तक चलेगी। नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा होती है। इन दिनों रामायण पाठ भी किया जाता है।  बताया जा रहा है कि जिला, तहसील और ब्लॉक स्तर पर अखंड पाठ के आयोजन होंगे। योगी सरकार ने जिले के अधिकारियों को 21 मार्च तक सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए हैं। इन आयोजनों में महिलाओं की सहभागिता को लेकर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।आदेशों में कहा गया है कि जिले के जिन मंदिरों में ये सरकारी आयोजन होंगे, उनका नाम पता और अन्य जानकारियां जिला प्रशासन को जुटानी होगी। आयोजन के फोटो और वीडियो भी संस्कृति विभाग की वेबसाइट पर डाले जाएंगे।

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चैत्र नवरात्रि में रामायण पाठ

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 14 मार्च :

नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती और रामनवमी पर योगी सरकार अखंड रामायण का पाठ करवाएगी। इस दौरान सरकारी तौर पर कार्यक्रमों का आयोजन होगा। यूपी के देवी मंदिरों, शक्तिपीठों में दुर्गा सप्तशती पाठ देवी गायक देवी जागरण, झांकियां अखंड रामायण का पाठ का आयोजन होगा। यूपी के जिला तहसील और ब्लॉक स्तर पर देवी आयोजन समितियां गठित की जाएगी। योगी सरकार सांस्कृतिक आयोजनों के लिए हर जिले को एक-एक लाख रुपये कराएगी मुहैया। यूपी के सभी डीएम को देवी मंदिर और शक्ति पीठों में कलाकार चयन और समितियां बनाने के निर्देश दिए गए हैं।

जानकारी के अनुसार, ज़िला, तहसील और ब्लॉक स्तर पर अखंड पाठ के आयोजन होंगे। इन आयोजनों में महिलाओं की सहभागिता को लेकर खास तवज्जो दी जाएगी। योगी सरकार ने जिले के अधिकारियों को 21 मार्च तक सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए हैं।

उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम ने जिला अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी किया है। इसके अनुसार जिला अधिकारी अपने जिले में चयनित देवी मंदिर व शक्तिपीठों में कार्यक्रम के लिए कलाकारों का चयन करेंगे। आयोजित कार्यक्रमों में अधिक से अधिक महिलाओं और बालिकाओं की सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है। इतना ही नहीं इन कार्यक्रमों के सफल संचालन के लिए सरकार की तरफ से एक लाख रुपए का फंड भी दिया जाएगा।

वहीं, मैनपुरी में एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे सपा के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस आयोजन को लेकर भाजपा पर हमला बोला है। स्वामी ने कहा, ”सरकार इस समय रामचरितमानस का पाठ कराने को मजबूर है। जो रामचरितमानस का पाठ कराने का बात कर रहे हैं, वे इस देश की महिलाओं, आदिवासियों और दलितों, पिछड़ों के सम्मान के दुश्मन हैं। किसी भी पंथ निरपेक्ष व धर्म निरपेक्ष लोकतांत्रिक सरकार का एक धर्म विशेष को बढ़ावा देना संविधान के नियमों का उल्लंघन है।” यहां पढ़ें पूरी

सभी कमिश्नर और DM को 21 मार्च तक तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। जिन मंदिरों में कार्यक्रम होंगे उनके नाम-पता, मंदिर की तस्वीरें, मंदिर प्रबंधन की डिटेल साझा करने का निर्देश दिया गया है। इसको लेकर राज्य स्तर पर दो नोडल अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है। ये अधिकारी इन कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक संपन्न कराएंगे। इसके लिए जिला, तहसील और ब्लॉक स्तर पर समितियों का गठन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग्स लगाए जाएंगे। इसे सोशल मीडिया पर भी प्रचारित किया जाएगा।

प्रमुख सचिव ने DM को निर्देश दिए हैं कि वे अपने जिले में चयनित देवी मंदिर और शक्तिपीठों में कार्यक्रम के लिए कलाकारों का चयन कर लें। नवरात्रि के दौरान साफ-सफाई, पेयजल, बिजली, प्रकाश आदि की बेहतर व्यवस्था करें। मंदिरों में जो भी कार्यक्रम होंगे, उनके फोटोग्राफ संस्कृति विभाग की वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे।

कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने दुर्गा सप्तशती, रामनवमी पाठ पर कहा, ‘मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं। सरकारी दफ्तरों में रोजाना रामायण का पाठ होना चाहिए। साथ ही विधानसभा, लोकसभा में भी भगवान श्रीराम की बड़ी मूर्ति लगानी चाहिए। तभी तो हिंदू राष्ट्र जैसा दिखेगा।’

सपा प्रवक्ता अमीक जामेई ने कहा, ‘CM योगी से समाजवादी पार्टी कहना चाहती है कि राज्य का कोई धर्म नहीं होता है। राज्य के लिए सभी धर्म, उसके फेस्टिवल बराबर होने चाहिए। उनको बराबर से ट्रीट किया जाना चाहिए, जो उत्तर प्रदेश में नहीं हो रहा है। आपने एक-एक लाख रुपए धार्मिक आयोजन के लिए जिलेवार जारी किए हैं। लेकिन, हम आपसे एक निवेदन और भी करना चाहते हैं। ये जो एक-एक लाख रुपए आपने दिया है, इसका इस्तेमाल पूरा-पूरा हो जाए। क्योंकि पिछले साल का बजट 50 फीसदी लेप्स हुआ। खर्च नही हुआ। जांच नहीं हुई। चलो मान लो वह हिंदू हैं, आपको हिंदू से मतलब है। दूसरी तरफ मुसलमान, ईसाई, और दूसरे समाज के लोगों के लिए आपका दूसरा नजरिया होगा, वह आप जानें। लेकिन, जब शिक्षा स्वास्थ्य आप की सरकार नहीं दे सकी, तो आपकी सरकार को क्या कहा जाना चाहिए। यह ध्यान बदलने के लिए जो आपने एक-एक लाख रुपए बांटे हैं। उत्तर प्रदेश के लोग आपकी नियत जानते हैं।’

जिन मंदिरों में कार्यक्रमों का आयोजन होगा, वहाँ की तस्वीर सरकार के पोर्टल (संस्कृति विभाग) पर भी अपलोड की जाएगी। कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियाँ देंगे। इन आयोजनों में जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे। बता दें कि 22 मार्च से लेकर 30 मार्च तक चैत्र नवरात्रि का त्योहार मनाया जाएगा। 30 मार्च, 2023 को रामनवमी का त्योहार है। इसी दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का जन्म हुआ था।