डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकूला – 13 मार्च :
श्री माता मनसा देवी गौधाम के नंदी अंगद ने 39वीं राज्य स्तरीय पशुधन प्रदर्शनी में प्रथम पुरस्कार जीता। इस प्रतियोगिता में साहिवाल कैटेगरी में 12 नंदियों ने हिस्सा लिया, जो कि अलग-अलग स्थानों से आए थे। माता मनसा देवी गौधाम को सर्टिफिकेट और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया माता।
श्री माता मनसा देवी गौशाला ट्रस्ट के प्रधान एवं महापौर कुलभूषण गोयल और महासचिव डा. नरेश मित्तल ने बताया कि गौशाला में शहर के अलग-अलग स्थानों से पकड़े गए बेसहारा पशुओं को रखा गया है। बेसहारा गाय और नंदियों के खान पान स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। गौधाम से भी नंदी गए थे और हर्ष का विषय है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पंचकूला के नंदी ने प्रथम पुरस्कार जीता है। श्री माता मनसा देवी परिसर के पास बनी श्री माता मनसा देवी गौधाम में रोजाना गऊओं को 150 से 200 क्विंटल चारा खिलाया जा रहा है और 4 से 5 हजार टन तूड़ी हर वर्ष गऊओं के लिए खरीदी जा रही है।
30 लाख रुपये तूड़ी प्रतिवर्ष खर्च किये जा रहे हैं, जबकि हरे चारे का खर्च इससे कई गुणा अधिक है। एक बाड़े में 150 से 200 गायों को रखा है। नये पैदा बछड़ों के लिए अलग व्यवस्था है और दूध देने वाले गायों को अलग से रखा गया है। इसी तरह बैल एवं सांडों के लिए अलग बाड़ा बनाया गया है। गौशाला में ट्रस्ट की ओर से हर महीने 18 से 20 लाख रुपये का खर्च किया जा रहा है। गौशाला ट्रस्ट में सभी गाय सरकारी हैं, जोकि नगर निगम द्वारा शहर के विभिन्न कोनों से पकडक़र यहां छोड़ी गई है, जिनकी संख्या लगभग 1300 से अधिक हो चुकी है।
यह गाय पहले कूड़ा प्लास्टिक खाती थी, जिन्हें हरा चारा खाने की आदत डालने में कम से कम तीन महीने लग जाते हैं। गायों के खाने, पीने के लिए पर्याप्त तूड़ी, चारा, पानी एवं अन्य सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है। गायों के लिए डाक्टर एवं फार्मासिस्ट रखे गए हैं, जोकि बीमार होने पर गायों का इलाज करते हैं और रूटीन चैकअप भी किया जाता है। इसके अलावा सरकारी डाक्टर भी आकर गऊओं की जांच करते हैं।