गुरुकुल-यमुनानगर बिलासपुर में निशुल्क आँख, दांत व स्वास्थ्य मेगा कैंप का आयोजन : डॉ एम के सहगल
सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 11 मार्च :
गुरुकुल-यमुनानगर बिलासपुर में मदर-मेरी चैरिटी होम संस्था व श्री सिद्धिविनायक एजुकेशनल ट्रस्ट के सहयोग से “एक कदम स्वास्थ्य की ओर” लक्ष्य के तहत 41 वा आखों, दाँतो व जनरल चेकअप कैम्प चैयरमैन डॉ एम के सहगल, गुरूकुल यमुनानगर की अध्यक्षता में मदर मेरी चैरिटी होम संस्था की अध्यक्षा खुशी, निदेशक विक्रम सिंह व सेंट लॉरेंस इंटरनेशनल स्कूल की चेयरपर्सन डॉ रजनी सहगल के सहयोग से श्री सिद्धिविनायक कॉम्प्लेक्स, बिलासपुर- यमुनानगर में आयोजित किया गया। शिविर के दौरान डा अनिल अग्रवाल मुख्यातिथि के रूप में व पैनल एडवोकेट मीडिएटर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट सरदार वीरेंदर पाल सिंह संधु विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहें । श्री सिद्धिविनायक एजुकेशनल ट्रस्ट के चेयरमैन विख्यात शिक्षाविद डा एम् के सहगल ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया। कैम्प का शुभारंभ डॉ अनिल अग्रवाल प्रख्यात सर्जन, पैनल एडवोकेट सरदार वीरेंद्र पाल सिंह संधु व डॉ एम के सहगल के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कैंप का आयोजन फिलाडेल्फिआ मिशन हस्पताल अम्बाला के निदेशक डा सुनील सादिक, डॉ के जी गुप्ता व उनकी टीम व डी ए वी डेंटल कॉलेज से डा सुमित भाटिया व उनकी टीम की देखरेख में किया गया। स्वास्थ्य जांच शिविर में बिलासपुर और दूरदराज क्षेत्र के के लोगों की उपस्थित डाक्टरों की टीम द्वारा स्वास्थ्य की जांच की गई और साथ ही दवा का वितरण भी किया गया। कैम्प में लगभग 450 मरीजों व बच्चों का चेकअप किया गया।
मदर मेरी चेरिटी होम संस्था के ख़ुशी व विक्रम सिंह ने बताया कि समाज के हित में कार्य करना संस्था का प्रथम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि समाज में ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो अपनी बीमारी के उपचार के लिए किसी चिकित्सक या अस्पताल में जाने में असमर्थ होते हैं। निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन में लोगो की उपस्थिति से उनके उदेशय की सार्थकता सिद्ध हो जाती है। उन्होंने सबको प्रेरित किया कि निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविरों का लोगों को लाभ उठाना चाहिए क्यूंकि स्वस्थ जीवन ही सबसे बड़ा धन है। संस्था द्वारा मुख्यातिथि व विशिष्ठ अतिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। डा. अनिल अग्रवाल ने कहा कि दूर दराज के क्षेत्र में ऐसे मेडिकल शिविरों का आयोजन होने से कई लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलती हैं और जांच में कोई बड़ी बीमारी सामने आती है तो वह इससे बच सकते हैं। शिविर का आयोजन करने का हमारा यही उद्देश्य है कि वो लोग जो अपनी बीमारी के चलते अस्पतालों तक नहीं पहुंचते उनको उनके घर में ही इलाज पहुंचाया जाए। ग्रामीणों को ऐसे शिविरों में भाग लेकर इसका लाभ लेना चाहिए।
विख्यात शिक्षाविद व गुरुकुल यमुनानगर के संस्थापक डा एम् के सहगल ने अपने संबोधन में कहा इस धरती पर डाक्टर भगवान का स्वरूप होते हैं। भगवान जीवन देता है तो डाक्टर उस जीवन को बचाने का काम करता है। उन्होंने कहा कि आजकल का हमारा खान-पान चिताजनक है। फसल जल्दी तैयार करने के लिए रसायनिक दवाएं हम उपयोग में लाते हैं, उनका असर काफी दिनों तक रहता है। जब वही अनाज हम खाते हैं तो उसका असर हमारे ऊपर भी होता है। फिर कई बार बीमार हो जाते हैं और पता ही नहीं चलता कि कैसे बीमार हो गए। तब स्वास्थ्य जांच जरूरी हो जाती है। हर व्यक्ति अपने स्वास्थ्य जांच के लिए महंगे स्वास्थ्य संस्थानों में नहीं जा सकते। ज्यादा पैसे नहीं खर्च सकते। आपको डाक्टर के पास में ना जाना पड़े बल्कि डाक्टर आपके घरद्वार पर आए, इसलिए निशुल्क चिकित्सा शिविर कि व्यवस्था उपलब्ध करवाई गयी है। इस मेडिकल कैंप में हर तरह के विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध रहे जिन्होंने लोगो की जांच की, जिसके लिए सभी बधाई के पात्र है ।
शिविर में पहुंचे गणमान्य लोगों ने निशुल्क चिकित्सा शिविर की तारीफ करते हुए भविष्य में भी इस प्रकार के शिविर कराने का आग्रह किया। उन्होंने संस्था द्वारा किए जा रहे समाज सेवी कार्यों की भरपूर सराहना की। मौके पर डॉ रजनी सहगल, नीलम बंसल, ऐश्वर्या कौशिक, सुमित भाटिया, रमेश चंद शर्मा एडवोकेट, वाईस प्रिंसिपल शैली चौहान, ममता बत्रा, रविंदर सिंह प्रिंसिपल, गगन बजाज डिप्टी जनरल मैनेजर, दीपक शर्मा सीनियर मैनेजर, कुलजीत सिंह आदि उपस्थित थे।