ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 07 मार्च 2023 :
नोटः फाल्गुन पूर्णिमा तथा होलाष्टक समाप्त, होली पर्व, श्री चैतन्यमहाप्रभु जयंती और होलिका विभूति धारण, धूलिवन्दन है।
होलिका विभूति धारण, धूलिवन्दन है : आर्थिक तंगी को दूर करने में होलिका की राख काफी असरदार मानी जाती है। होली की राख को एक लाल कपड़े में बांधकर और उसके साथ 7 सफेद कौड़ियां लेकर अपने घर की तिजोरी या फिर धन के स्थान में रख दें। ऐसा करने से आपके घर में कभी पैसों की कमी नहीं होती है और मां लक्ष्मी भी प्रसन्न रहती हैं।
श्री चैतन्यमहाप्रभु जयंती : इस साल उनकी जयंती आज यानी 7 मार्च दिन मंगलवार को है। चैतन्य महाप्रभु को एक महान आध्यात्मिक महापुरुष माना जाता है। वे भगवान श्री कृष्ण के परम् भक्त थे। चैतन्य महाप्रभु का जन्म 18 फरवरी 1486 में बंगाल के नादिया में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था।
विक्रमी संवत्ः 2079,
शक संवत्ः 1944,
मासः फाल्गुन,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः पूर्णिमा सांय कालः 06.10 तक है,
वारः मंगलवार।
विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर मंगलवार को धनिया खाकर, लाल चंदन,मलयागिरि चंदन का दानकर यात्रा करें।
नक्षत्रः पूर्वाफाल्गुनी रात्रि काल 02.22 तक है,
योगः धृति रात्रि काल 09.13 तक,
करणः बव,
सूर्य राशिः कुम्भ, चंद्र राशिः सिंह,
राहु कालः अपराहन् 3.00 से 4.30 बजे तक,
सूर्योदयः 06.44, सूर्यास्तः 08.20 बजे।