गुरू शिष्य की परंपरा हो रही तार तार आगें आए संगठन
विनोद कुमार तुषावर, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ :
डेपुटेशन पंजाब ओर हरियाणा के अधयक्ष रणबीर, समग्र शिक्षा युनियन चनङीगढ के अधयक्ष अरविंद राणा,महासचिव अजय शर्मा ने चिंता जाहिर करतें हुए कहा कि प्राचीन काल में लोग अपनें बच्चो को शिक्षा दिलाने के लिए गुरूकुल में भेज दिया करतें थे,या यूँ कहें कि अपनें बच्चो को गुरू के हवाले कर दिया करतें थे,ताकि वह निपुण हो सकें ,लेकिन आज गुरु शिष्य की परंपरा तार तार होती नजर आ रही है ?? आज चनङीगढ प्रैस क्लब में आयोजित एक पत्रकार वार्ता का आयोजन डेपुटेशन पंजाब ओर हरियाणा,समग्र शिक्षा युनियन चनङीगढ,यूटी कैडर चनङीगढ द्वारा किया गया, जिसमें समग्र शिक्षा युनियन के महासचिव अजय शर्मा ने डेमोक्रेटिक फ्रंट से विशेष बातचीत करते हुए बताया कि उन्होंने कि आज सभी ओर प्रिंसीपल राजबाला और अध्यापक मेधावी को लेकर चर्चाएं चल रही है, पुलिस प्रशासन को अपील की गई है कि यह अध्यापकों के सम्मान की बात है,पुलिस द्वारा बिना किसी दबाव के निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए, वो भी प्रिंसीपल ओर अध्यापक के रिश्तो को सामने रख कर,सभी दस्तावेजों को जांच शामिल किए जाने चाहिए,उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता मेधावी एवं प्रिंसीपल के बीच 2017 से 26 जनवरी तक पारिवारिक रिश्तों जैसें सम्बंध रहें हैं,जिसके उन्होंने कुछ प्रमाण भी मीडिया के सामने पेश किए गए, समाज के कुछ ठेकेदारों द्वारा इसे जातीय मुद्दा बनाया जा रहा हैं,जो कि तथ्यहीन है,अगर कोई ऐसी बात है तो शिक्षा विभाग,प्रशासनिक अधिकारीयों द्वारा एक हाई लेवल कमेटी बनाकर दोनों को एक साथ बैठाकर इस मामले को हल किया जाना बहुत जरूरी हैं, यदि इसे समय रहते हल नहीं किया गया तो आने वाले समय में शिक्षा और शिक्षक का स्तर गिर जाएगा, एक अधयापक ओर प्रिंसीपल का रिश्ता बेहद ही सम्मानीय है, अगर इनकी गरिमा को इंसाफ नहीं मिला तो भविष्य में विधालयों में काम करना ओर अच्छा माहौल बनाना मुश्किल हो जाएगा , उन्होंने कहा कि इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता कि दोनों ही पक्षों के लोग अपना कोई लालच पूरा कर रहे हो, क्या पता यह किसी साजिश का शिकार हो गए हो, या किए गए हो, युनियन ने दोनों पक्षों से मांग की हैं कि वह आपस में बैठकर उनके बीच जो भी गिले शिकवे है, उन्हे दूर किया जाए, यही अध्यापक वर्ग के हित में होगा ?? युनियन ने सभी राजनीतिक दलों,सामाजिक संस्थाओं से आहवान किया हैं कि वह समाज हित को आगें रखते हुए दोनों पक्षों में सुलह करवाने के लिए आगे आए ना कि उन्हे उकसाने के लिए ?? आजकल बच्चो की परीक्षाएं चल रही है,इससे बच्चो के भविष्य पर बुरा असर पङेगा,इस मौके युनियन के कई अध्यापक मौजूद रहें ।