पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, हिसार – 02 मार्च :
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं प्रवक्ता मनोज राठी ने ई टेंडरिंग का विरोध कर रहे सरपंचों पर बेरहमी से लाठीचार्ज किए जाने की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस लाठीचार्ज के साथ ही भाजपा—जजपा सरकार का सबका साथ—सबका विकास का दावा टांय—टांय फिस्स हो गया है वहीं महिला सम्मान के दावे की धज्जियां भी उड़ चुकी है।
मनोज राठी ने लाठीचार्ज की आलोचना करते हुए ग्राम पंचायतें लोकतंत्र की सबसे छोटी इकाई है और यहीं से लोकतंत्र प्रक्रिया की शुरूआत होती है। सरकार इस शुरूआत को ही दबाना चाहती है। राज्यभर के सरपंच पिछले एक माह से अधिक समय से ई टेंडरिंग का विरोध करते हुए पंचायतों के लिए पूरे अधिकार देने की मांग पर आंदोलन चला रहे हैं। इस दौरान सरपंचों ने धरने दिए, प्रदर्शन किए और सरकार तक ज्ञापन भेजे लेकिन सरकार ने एक बार भी आंदोलनकारियों से बातचीत करके मामले का हल निकालने का प्रयास नहीं किया, उल्टा प्रदेश के पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली सत्ता के नशे में चूर होकर सरपंचों को भ्रष्ट, चोर व बेइमान तक कहते रहे, जो निंदनीय है। उन्होंने कहा कि देवेन्द्र बबली पर सत्ता का नशा इस कदर हावी है कि वे अपनी पार्टी जजपा व सहयोगी पार्टी भाजपा के अध्यक्षों को भी सरेआम संगठन चलाने की नसीहत देकर उनकी बेइज्जती कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरपंचों की मांग बिल्कुल जायज है और सरकार को उनकी मांगे अविलंब पूरी करनी चाहिए।
मनोज राठी ने कहा कि भाजपा—जजपा सरकार महिला सम्मान का दावा करते नहीं थकती लेकिन सरपंचों पर लाठीचार्ज के दौरान अनेक महिला सरपंचों को भी पुलिस ने बेरहमी से पीटकर सरकार के महिला सम्मान के दावे की हवा निकाल दी। उन्होंने कहा कि समान विकास, सबका साथ—सबका विकास व महिला सम्मान इस सरकार के लिए कहने की बातें हैं।