पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, हिसार – 02 मार्च :
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव बजरंग गर्ग ने सरपंचों से बातचीत करने के उपरांत कहा कि हरियाणा सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा सरपंचों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने व लाठी चार्ज करने से लगभग 50 सरपंचों के हाथ-पैर व सिर में गंभीर चोटें आई है। चुनी हुई छोटे सरकार को लाठियों से पीटने की जितनी भी निंदा की जाए थोड़ी है। यह लाठी सरकार ने 6200 सरपंचों पर नहीं 6200 गांव वासियों को मारी है जिसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा। हरियाणा सरकार लाठी-डंडों व दमनकारी नीतियों से जनता की आवाज दबाने में लगी हुई है। सरकारें लाठी व गोलियों से नहीं चलती। समस्याओं का समाधान हमेशा बातचीत से ही होता है इसी प्रकार ओल्ड पेंशन बहाल करने पर प्रदर्शन कर रहे हजारों कर्मचारियों पर आंसू गैस के गोले, वाटर कैनन व लाठीचार्ज चंडीगढ़ में करना उचित नहीं था।
गर्ग ने कहा कि सरकार चुनें हुए सरपंचों का अधिकार छीन कर अपने पास रखना चाहती है। सरपंच गांव के मुखिया होते हैं जो सरपंच,पंच व गांव वासी मिलजुल कर भाईचारे से गांव का विकास करवाते हैं। 2 सालों से गांवों में कोई काम ना होने के कारण गांवों में किसी प्रकार का विकास नहीं हुआ मगर सरकार के चहेतों ने कागजों में विकास दिखाकर करोड़ों रुपए का घोटाला करने का काम किया है।
पंचायत मंत्री कहता है कि मैं सरपंचों को राइट टू रिकॉल करूंगा कभी कहता है सरपंचों के अधिकार पंचों को दे दूंगा, इतना ही नहीं चुने हुए सरपंचों को चोर समझता है। जिसके कारण सरपंच, पंच व गांव वासियों में बड़ी भारी नाराजगी है। सरकार को तुरंत प्रभाव से सरपंचों की मांगे मानकर इस समस्या का समाधान करना चाहिए। बजरंग गर्ग ने कहा कि व्यापार मंडल का पूरा समर्थन सरपंचों के साथ है और हर संघर्ष में सरपंचों के साथ खड़ा है।