Sunday, December 22
  • कलयुग में प्राणी को हमेशा संतो का संघ , सत्संग , प्रभु सिमरन करते रहना चाहिए – कथा व्यास 

डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, कालांवाली – 01 मार्च :

उपमंडल के गांव रोड़ी स्थित श्री दुर्गा माईसर मंदिर प्रांगण में  श्री शिव महापुराण कथा का आयोजन किया गया । पंडित कृष्ण मुरारी द्वारा जजमानों से गणेश जी व व्यास गद्दी की पूजा करवाई गई ।

व्यास गद्दी पर विराजमान 1008 महामंडलेश्वर श्री श्री यमुणापुरी महाराज ने कथा का सार सुनाते हुए बताया कि भगवान शिव मात्र जल चढ़ाने से या सिमरन से खुश हो जाते हैं । इसलिए इन्हें देवाधिदेव महादेव भोलेनाथ कहा जाता है , क्योंकि यह भोले हैं और बहुत जल्द खुश हो जाते हैं ।

कथा सुनाते हुए बताया कि इस कलयुग में प्राणी को हमेशा संतो का संघ , सत्संग , प्रभु सिमरन करते रहना चाहिए । इसीलिए कहा गया है कि ‘ कलयुग केवल नाम अधारा , सुमिर – सुमिर नर उतरा ही पारा ‘ कहने का भाव – इस कलयुग काल में प्रभु का नाम ही एक आधार है जिसका सुमिरन करने से प्राणी भवसागर से पार हो जाता है । प्रभु को भोग लगा भगवान की आरती कर आए हुए प्रभु प्रेमी भक्तजनों को प्रसाद वितरित किया गया ।

इस अवसर पर प्रधान महेंद्र पाल गर्ग,खुशी राम जिंदल, तीरथ जिंदल, पूर्व सांसद चरणजीत सिंह, बंसीलाल अरोड़ा, कश्मीरी लाल,  कृष्ण लाल सिंगला, सुशील गोयल, सौरभ गर्ग,  रमेश गोयल, बलदेव दास महंत, सरपंच दर्शन सिंह, बलविंद्र सिंह, पूर्व सरपंच मेजर सिंह, तरसेम सिंह दंदीवाल, शाहजिंद्र दंदीवाल, हरविंदर सिंह, एस एच ओ अनिल कुमार , रुलदू सिंह नंबरदार आदि सहित अनेक लोग मौजूद थे।