वीरेश शांडिल्य की हत्या की मंशा से नकाबपोश हमलावरों को सुपारी देकर भेजने वाले सतपाल सत्ता की जमानत रद्द
- वीरेश शांडिल्य ने खुद की कोर्ट में अपने केस की पैरवी और कहा सतपाल सत्ता जैसे अपराधी समाज के लिए खतरा, पुलिस ने सतपाल सत्ता का अपराधिक रिकार्ड पेश किया और बताया कि सतपाल सत्ता पर 14 मामले हैं दर्ज
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अम्बाला – 01 मार्च :
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य की हत्या की मंशा से सुपारी देकर नकाबपोश हमलावरों को भेजने वाले सतपाल उर्फ सत्ता की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है और आज अम्बाला के सीजेएम सौरभ गुप्ता की कोर्ट ने सतपाल उर्फ सत्ता की नियमित जमानत रद्द कर दी।
सतपाल उर्फ सत्ता ने हाईकोर्ट के आदेश पर 23 फरवरी को एसपी ऑफिस में सरेंडर किया था। और 24 फरवरी को सतपाल उर्फ सत्ता को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया जहां से आरोपी को सीजेएम अम्बाला कोर्ट ने 3 दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेजा। आरोपी सतपाल को 27 फरवरी को पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में पेश किया जहां से उसे अदालत ने अम्बाला जेल भेज दिया। आरोपी के वकील शेलेंद्र शैली ने 27 फरवरी को आरोपी की नियमित जमानत याचिका दायर की। जिस पर आज सीजेएम सौरभ गुप्ता ने सुनवाई की।
वीरेश शांडिल्य ने अपने केस की पैरवी खुद की और कोर्ट को एक एप्लीकेशन दी और बताया कि वह एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के माध्यम से आतंकवाद व खालिस्तान के खिलाफ लड़ रहा है जिस कारण उसे लगातार खालिस्तानी मौत के घाट उतारने की धमकियां दे रहे हैं और मास्टरमाइंड सतपाल उर्फ सत्ता ने नकाबपोश हमलावरों को भेजकर मेरी हत्या की साजिश रची। उन्होंने कोर्ट को बताया कि सतपाल उर्फ सत्ता यह समझता था कि उसकी हत्या का नाम खालिस्तानियों व आतंकवादियों का आएगा। लेकिन पुरानी कहावत है अपराध करने वाला अपने निशान छोड़ जाता है और सतपाल उर्फ सत्ता नकाबपोश हमलावरों के साथ सीसीटीवी कैमरे की चपेट में आ गया । वहीं वीरेश शांडिल्य ने कहा कि सतपाल उर्फ सत्ता ने फर्जी आधार कार्ड व फर्जी पते पर जगुआर गाड़ी चंडीगढ़ रजिस्टर्ड करवाई हुई है। जिसकी शिकायत पुलिस को दी और पुलिस ने जिस फर्जी पते पर सतपाल ने गाड़ी रजिस्टर्ड करवाई है उस कोठी के बयान भी पुलिस पोस्ट नंबर 4 के अधिकारी रोहताश ने ले लिए हैं और वीरेश शांडिल्य ने कोर्ट को बताया कि सतपाल उर्फ सत्ता गैंगस्टरों के साथ जुड़ा हुआ है। वहीं पुलिस ने अदालत को सतपाल उर्फ सत्ता की बेल का विरोध करते हुए लिखित रिप्लाई दिया और कहा कि सतपाल उर्फ सत्ता अपराधिक छवि का है और उसके ऊपर इरादतन हत्या सहित धोखाधड़ी, घर में घुसकर मारपीट करने, अवैध शराब बेचने के 14 केस चल रहे हैं। साथ ही पुलिस ने अदालत को बताया कि सतपाल उर्फ सत्ता ने अपने इंशकाप में बताया कि वह वीरेश शांडिल्य की दिनचर्या से नफरत करता है, इसलिए उस पर हमला किया। लेकिन वीरेश शांडिल्य ने इस बात का विरोध किया और कहा कि अभी सच्चाई सामने नहीं आई। सत्ता को किसने मेरी हत्या के लिए भेजा? साथ ही वीरेश शांडिल्य ने एप्लीकेशन दी कि सतपाल उर्फ सत्ता का ब्रेन मैपिंग व नार्को टेस्ट करवाया जाए और उसके 6 नंबरों की कॉल डिटेल ली जाए। उन्होंने कहा कि इस केस की जांच साइंटिफिकली होनी चाहिए कि उनकी हत्या का फायदा किसको होना था। सतपाल उर्फ सत्ता के वकील शेलेंद्र शैली ने कहा कि उसके ऊपर कोई आरोप नहीं है। न उसके खिलाफ बाइनेम मुकद्दमा है और कहा कि वह 23 फरवरी से पुलिस हिरासत में है। सीजेएम सौरभ गुप्ता ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद आज सतपाल उर्फ सत्ता की जमानत रद्द कर दी।