CM मनोहर लाल खट्टर ने अपने OSD भूपेश्वर दयाल को सरपंचों से बातचीत के लिए भेजा। मगर, सरपंचों ने उनकी कोई बात सुनने से इनकार कर बैरंग लौटा दिया। अब वे वहीं चंडीगढ़-पंचकूला बॉर्डर पर पक्का धरना लगाकर बैठ गए हैं। जिस वजह से माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकुला – 01 मार्च :
हरियाणा में ई-टेंडरिंग के विरोध में चंडीगढ़ कूज करने जा रहे सरपंचों को पुलिस ने पंचकूला में ही रोक लिया। इस दौरान पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स पर सरपंच चढ़ गए। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए हल्के बल का प्रयोग भी किया। जिससे पुलिस और प्रदर्शनकारी सरपंचों के बीच धक्का मुक्की भी हुई। प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी और नवीन जयहिंद भी सरपंचों के प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पहुंच गए हैं। प्रदर्शन से हरकत में आई सरकार ने CM के OSD भूपेश्वर दयाल को सरपंचों से बातचीत के लिए भेजा है।
पुलिस के द्वारा पंचकूला-चंडीगढ़ बॉर्डर पर पुलिस के द्वारा रोके जाने के बाद सरपंच धरने पर बैठ गए हैं। प्रदर्शनकारी सरपंचों ने कहा है कि अब यह पक्का धरना तभी उठेगा जब उनकी सभी मांगे मान ली जाएंगी। उन्होंने ई-टेंडरिंग पर सरकार के रवैये को लेकर मुख्यमंत्री की हठधर्मिता को जिम्मेदार ठहराया।
ई-टेंडरिंग के विरोध में सरपंच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आवास घेरने के लिए कूच कर रहे हैं। सरपंचों ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें पुलिस के द्वारा रोका जाता है तो वह वहीं पर पक्का धरना लगाएंगे। हरियाणा में ई-टेंडरिंग के विरोध में आंदोलन कर रहे सरपंचों और पंचायत मंत्री के बीच वार्ता विफल होने के बाद सीएम आवास घेरने की चेतावनी दी थी।
सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश प्रधान रणबीर समैण ने इस आंदोलन को गांव देहात बचाओ आंदोलन नाम दिया है। वह मंगलवार को एक वीडियो जारी कर प्रदेशभर के सरपंचों, ग्रामीणों व मनरेगा वर्करों से 1 मार्च को पंचकूला पहुंचने की अपील कर चुके हैं। वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की धक्काशाही के खिलाफ लड़ाई है। वह इस लड़ाई को मिलकर ही जीत पाएंगे।
सरपंच एसोसिएशन के प्रधान ने बताया कि कल लाखों की संख्या में लोग पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित शालिग्राम ग्राउंड में जुटेंगे, जहां से 12 बजे सभी पैदल मार्च करते हुए CM आवास चंडीगढ़ की तरफ बढ़ेंगे। उन्होंने बताया 28 फरवरी 12 बजे तक का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन सरकार का कोई जवाब नहीं आया, इसलिए वे चंडीगढ़ कूच करने को मजबूर हुए।
सरपंचों के चंडीगढ़ कूच को देखते हुए पंचकूला के साथ ही चंडीगढ़ पुलिस अलर्ट हो गई है। सीमाओं पर पर्याप्त पुलिस बल के साथ ही अग्निशमन वाहनों को तैनात कर दिया गया है। पुलिस के साथ ही खुफिया विभाग भी एक्टिव हो गया है, जिसके द्वारा हर पल की सूचना वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और हरियाणा CMO तक दी जाएगी।