मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार/उकलाना – 6 फरवरी :
सन्त गुरु रविदास समिति शंकरपुरा (हिसार) के तत्वावधान में गुरु रविदास के जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य सेवक के रूप में भारतीय दलित साहित्य अकादमी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ सुरेन्द्र सेलवाल ने शिरकत की जबकि विशिष्ट सेवक के रूप में मास्टर ईश्वर सिंह खेदड़ शामिल रहे। गुरु रविदास मन्दिर पर कलश की स्थापना की गई।
मुख्य सेवक डॉ सूरेन्द्र सेलवाल ने एक शोध पत्र “सामाजिक क्रांति के अग्रदूत गुरु रविदास” का विमोचन सन्त गुरु रविदास समिति व उपस्थित बुजुर्गों के हाथों करवाया। डॉ सुरेन्द्र सेलवाल ने कहा कि गुरु रविदास जी स्वतंत्रता, समानता बन्धुता के रक्षक थे, प्रस्तुत शोध पत्र पर विस्तृत जानकारी देते हुए डॉ सेलवाल ने बताया कि मुगल आक्रांताओं के काल मे गुरु रविदास जी ने अपने आपको व हिन्दू समाज के एक बहुत बड़े समूह को धर्म परिवर्तन से मुक्त रखा।गुरु रविदास के विभिन्न प्रचलित नाम, उनकी शिक्षा, गुरु, कर्म, जाती, धर्म, ज्ञान, भृमण एंव वाणी में मनुष्य को जीवन जीने की राह का मार्गदर्शन करती है। गुरु रविदास का सम्पूर्ण जीवन एंव शिक्षाएं सशक्त एंव न्याय संगत समाज के गठन का मार्ग प्रशस्त करती है। धर्म नाम से रचे गए पाखण्डों, आडम्बरों , ऊंच नीच की परम्पराओ का खंडन किया है। उन्होंने जाति व्यवस्था और वर्ण व्यवस्था का खण्डन किया। जबकि सबकी चेतना को बराबर बताया ।
गुरु रविदास की वाणी वर्तमान में भी सामाजिक क्रांति के अग्रदूत का आभास कराती है।विशिष्ट सेवक मास्टर ईश्वर सिंह खेदड़ ने कहा गुरु रविदास की वाणी बेगमपुरा शहर की ओर इशारा करती है। हमे उनके आदर्शों को अपनाना चाहिए। उकलाना थाना के एस एच ओ श्री महेन्द्र सिंह चोपड़ा ने भी अपने विचार रखते हुए गुरु रविदास की वाणी को सभी के लिए अनुशासन और जीवन सुधार के लिए उत्तम बताया।
इस अवसर पर ब्लॉक समिति अध्यक्ष रविंद्र सिंह मलिक ,सरपंच प्रतिनिधि मंगल राम खारोलिया, प्रखंड समिति सदस्य रजत काली,एसएचओ श्री महेंद्र सिंह चोपड़ा, जय भगवान चौहान,गुरु रविदास समिति के प्रधान संजय सेलवाल, सचिव सतपाल, कोषाध्यक्ष मनोज लांबा ,ओम प्रकाश लांबा, पूर्व सरपंच, धूपसिंह, भजनलाल, वज़ीर सेल वाल , ईश्वर सिंह ,कृष्ण सेलवाल पंच प्रतिनिधि ,रविकांत , जोगिंदर सिंह,एसडीओ संदीप,सोहनलाल, जगदीश लांबा ,अजीत लांबा ,अभय सिंह लांबा,दिलदार ,वीरेंद्र सेलवाल,प्रोफ़ेसर कृष्ण सेलवाल,सजंय सोढ़ी आदि, गांव बिठमड़ा, सुरेवाला मुगलपुरा शंकरपुरा से बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिलायें व पुरुष एंव बच्चे उपस्थित थे।