About 4000 pharmacy colleges in the country are in a tizzy after the Pharmacy Council of India, New Delhi increased the professional regulatory charge by 4 to 5 times and asked for 1 to 5 crore security deposit per college
Dr. Anshu Kataria, President, Federation of Self Financing Technical Institutions, All India (FSFTI) and Punjab Unaided Colleges Association (PUCA) said that this year the Pharmacy Council of India has asked for a security deposit of around 1 to 5 crores from each pharma college , which is very surprising because the Medical Council of India; Dental Council of India, India; All India Council for Technical Education (AICTE); Indian Nursing Council (INC); too don’t ask for such high security deposit . Even the National Council for Teacher Education (NCTE) also don’t ask for such hefty security.
Kataria further said that all these colleges were earlier established by depositing Rs 15 lakh to AICTE, New Delhi and that amount is also returned by AICTE on completion of 10 years. But according to the new rules of PCI, not only new but also existing colleges will have to deposit Rs 1 to 5 crore. This will put the entire burden on the students and pharma education will be out of reach of the students.
Jaipal Reddy, President, Telangana Pharmacy Association said that PCI has revised the fees for B.Pharma from 1.00 lakh to 4.00 lakh and for D.Pharma from 0.5 lakh to 2.00 lakh. Now the colleges will have to pay around Rs 25 to 26 lakhs, which was only Rs 3.5 lakhs earlier.
KVK Rao, Secretary General, FSFTI, said that the delegation of FSFTI led by Dr. Anshu Kataria had a meeting with Mansukh Mandaviya, Minister of Health & Family Welfare and Chemicals & Fertilizers, Government of India last month and the delegation met him and requested to intervene at the earliest and take up the matter.
Dr. CP Gupta, President, Pharmacy Colleges Association of Haryana and Dr. Sachindra, General Secretary, Karnataka Pharmacy Colleges Association said that if we do not get justice, we will have to approach the Hon’ble High Court as neither the colleges can pay such a huge amount Nor will the students be able to bear its burden.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/IMG-20230208-WA0053.jpg11811181Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-08 13:53:572023-02-08 13:54:00New order of Pharmacy Council of India, New Delhi stirs up 4000 pharmacy colleges in the country
पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त सुमेर प्रताप सिंह के मार्गदर्शन मे इन्सपेक्टर क्राईम ब्रांच सेक्टर 26 मोहिन्द्र सिंह के सहयोग से थाना सेक्टर 20 प्रबंधक अरुण बिश्नोई व उसकी टीम द्वारा मूंगफली विक्रेता के मर्डर के मामलें में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो की पहचान प्रदीप कुमार पुत्र विजय कुमार वासी गाँव नोडेगा दरबंगा बिहार हाल किरायेदार हाऊसिंग बोर्ड सेक्टर 26 पंचकूला तथा अविनाश शर्मा पुत्र सुनील कुमार वासी गांव बैंस नाभा पटियाला हाल सुर्या होमज मौहाली पजांब के रुप में हुई ।
जानकारी के मुताबिक दिनांक 24.01.2023 को बृजेश पुत्र जोहरी वासी सेक्टर 20 पंचकूला नें थाना सेक्टर 20 में शिकायत दर्ज करवाई कि उसके पिता जोहरी उम्र 50 साल जो कि सेक्टर 20 पार्ट 2 पंचकूला टयूबवेल के पास मूंगफली की रेहडी लगाते है जो दिनांक 24.01.2023 हर रोज की तरह टयूबवेल के पास मूंगफली बेच रहे थे जो कि दो स्कूटी सवार लडको नें शिकायतकर्ता के पिता के साथ बहसबाजी करते हुए चाकू से वार करके भाग गये । जिस बारे थाना में प्राप्त शिकायत पर भा.द.स की धारा 302/34 के तहत थाना सेक्टर 20 में मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में आगामी छानबीन करते हुए उपरोक्त मामलें में मर्डर के मामलें मे दो आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो को पेश अदालत 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया ।
पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त सुमेर प्रताप सिंह के मार्गदर्शन मे डिटेक्टिव स्टाफ पंचकूला इन्चार्ज इन्सपेक्टर सतबीर सिंह व उसकी टीम नें स्नैचिंग की वारदातो का खुलासा करते हुए 2 मामलों में 3 आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो की पहचान रोहित पुत्र सुभाष वासी मौली जाँगरा चण्डीगढ, सन्दीप उर्फ सोडा पुत्र स्व. रणधीर वासी राजीव कालौनी सेक्टर 17 पंचकूला तथा सोहित उर्फ खाऊ पुत्र सुनील कुमार वासी राजीव कालौनी सेक्टर 17 पंचकूला के रुप में हुई ।
वारदात-1 :
दिनांक 03.02.2023 को जब पीडित करण प्रताप वासी हाल किरायेदार सेक्टर 8 पंचकूला जब वह घर से सेक्टर 8 जिम के लिए जा रहा था तो रास्ते में फोन पर बात करते समय पीछे से एक्टिवा पर सवार दो युवक आये और पीछे बैठे हुए युवक ने पीडित के हाथ से मोबाइल स्नैच करके भाग गये जिस वारदात पर थाना सेक्टर 07 में धारा 379-ए भा.द.स. के तहत मामला दर्ज किया गया और मामलें में आगामी कार्रवाई डिटेक्टिव स्टाफ पंचकूला के द्वारा अमल में लाई गई जिस मामलें में दो आरोपी उपरोक्त रोहित पुत्र सुभाष तथा सन्दीप उर्फ सोडा को कल दिनांक 07 फरवरी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो के पास से मोबाइल बरामद करके पेश अदालत न्यायिक हिरासत भेजे गये ।
वारदात-2 :
दिनांक 03.02.2023 को पीडित सुभम उर्फ भगतलाल वासी दहिया चन्डीगढ जब वह सेक्टर 16 पंचकूला भारत सैनेटरी स्टोर से काम करके घर जा रहा था तो सेक्टर 17 अस्पताल के पास से स्कूटी सवार व्यक्तियो नें हाथ से मोबाइल छिनकर भाग गये । जिस बारे थाना सेक्टर 14 में प्राप्त शिकायत पर भा.द.स. की धारा 379-ए के तहत मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में डिटेक्टव स्टाफ पंचकूला की टीम द्वारा कल दिनांक 07 फरवरी को आऱोपी सोचित उर्फ खाऊ को गिरफ्तार करके पेश अदालत न्यायिक हिरासत भेजा गया ।
मोटरसाईकिल चोरी की 4 वारदातों में शामिल आरोपित गिरफ्तार
पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त सुमेर प्रताप सिंह के मार्गदर्शन मे क्राईम ब्रांच सेक्टर 26 इन्चार्ज मोहिन्द्र सिंह ढाण्डा व उसकी टीम द्वारा मोटरसाईकिल चोरी की 4 वारदातों में शामिल आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान मनीष कुमार पुत्र सुरिन्द्र कुमार वासी गाँव सियूडी कालका उम्र 24 साल के रुप में हुई । जिस आरोपी से मोटरसाईकिल चोरी करीब 4 वारदातों का खुलासा किया गया है ।
वारदात-1 :
दिनांक 10.12.2022 को उपरोक्त आरोपी नें नागरिक अस्पताल सेक्टर 6 पंचकूला से मोटरसाईकिल चोरी की वारदात को अन्जाम दिया था जो पीडित मुकेश वासी परवाणु की शिकायत पर भा.द.स. की धारा 379 के तहत थाना सेक्टर 7 में मामला दर्ज किया गया जिस वारदात को अन्जाम देनें वाले आरोपी को क्राईम ब्रांच सेक्टर 26 नें उपरोक्त वारदात को अन्जाम देनें वाले आरोपी को गिरफ्तार करके चोरी की हुई मोटरसाईकिल बरामद करके पेश अदालत न्यायिक हिरासत भेजा गया ।
वारदात-2 :
दिनांक 08.01.2023 को उपरोक्त आरोपी नें नागरिक अस्पताल सेक्टर 6 पंचकूला के पास से मोटरसाईकिल चोरी की वारदात को अन्जाम दिया था जो पीडित मोहनलाल पुत्र भजन वासी गांव कुण्डी सेक्टर 20 पंचकूला की शिकायत पर भा.द.स. की धारा 379 के तहत थाना सेक्टर 7 में मामला दर्ज किया गया जिस वारदात को अन्जाम देनें वाले आरोपी को क्राईम ब्रांच सेक्टर 26 नें उपरोक्त वारदात को अन्जाम देनें वाले आरोपी को गिरफ्तार करके चोरी की हुई मोटरसाईकिल बरामद करके पेश अदालत न्यायिक हिरासत भेजा गया ।
वारदात-3 :
दिनांक 06.01.2023 को उपरोक्त आरोपी नें नागरिक अस्पताल सेक्टर 6 पंचकूला के पास से मोटरसाईकिल चोरी की वारदात को अन्जाम दिया था जो पीडित विशाल पुत्र मांगेराम वासी सेक्टर 25 डी चण्डीगढ की शिकायत पर भा.द.स. की धारा 379 के तहत थाना सेक्टर 7 में मामला दर्ज किया गया जिस वारदात को अन्जाम देनें वाले आरोपी को क्राईम ब्रांच सेक्टर 26 नें उपरोक्त वारदात को अन्जाम देनें वाले आरोपी को गिरफ्तार करके चोरी की हुई मोटरसाईकिल बरामद करके पेश अदालत न्यायिक हिरासत भेजा गया ।
वारदात-4 :
दिनांक 06.01.2023 को उपरोक्त आरोपी नें नागरिक अस्पताल सेक्टर 6 पंचकूला के पास से मोटरसाईकिल चोरी की वारदात को अन्जाम दिया था जो पीडित किशन लाल पुत्र राजा राम वासी भैंसा टिब्बा मन्सा देवी की शिकायत पर भा.द.स. की धारा 379 के तहत थाना सेक्टर 7 में मामला दर्ज किया गया जिस वारदात को अन्जाम देनें वाले आरोपी को क्राईम ब्रांच सेक्टर 26 नें उपरोक्त वारदात को अन्जाम देनें वाले आरोपी को गिरफ्तार करके चोरी की हुई मोटरसाईकिल बरामद करके पेश अदालत न्यायिक हिरासत भेजा गया ।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2022/12/drunk6.jpg12001600Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-08 13:37:272023-02-08 13:49:28Police Files, Panchkula – 08 February, 2023
नारनौंद में रेलगाड़ी चलाने का सपना साकार होने का समय आ रहा नजदीक : कैप्टन अभिमन्यु
मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 08फरवरी :
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा है कि मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के कारण ही देश आर्थिक रूप से मजबूत हो रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कंगाली के कगार पर है, दुनिया के बड़े—बड़े देश आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं लेकिन विश्व बैंक, आईएमएफ व दुनिया की सभी रेटिंग एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में एक चमकते हुए सूर्य व आशा की किरण के समान हैं।
कैप्टन अभिमन्यु आज नारनौंद हलके के गांवों में आयोजित कार्यक्रमों के दौरान नारनौंद में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने आजादी के अमृतकाल का पहला ऐसा बजट पेश किया है, जो हर वर्ग को भाया है। बजट में गरीब, किसान, मजदूूर, छोटे उद्यमी व हर आम करदाता को लाभ देने वाला बजट है जो मील का पत्थर साबित होगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राखी गढ़ी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकाने, नारनौंद में रेलवे लाईन शुरू करवाने व हिसार में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पूर्ण होने का सपना भी अवश्य पूरा होगा और इसका समय आ रहा है।
पत्रकारों द्वारा खेड़ी चौपटा के किसानों द्वारा मुआवजे की मांग पर दिए जा रहे धरने बारे पूछे जाने पर कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि हो सकता है, इस मामले में अधिकारी स्तर पर कोई कमी रही हो। जब वे खुद मंत्री थे तो उस समय किसानों को मुआवजा देने में किसी तरह की देरी नहीं की गई लेकिन अब देरी क्यों हो रही है, सरकार को इसका संज्ञान लेना चाहिए । प्राकृतिक आपदा आने पर विशेष गिरदावरी व मुआवजा देने की एक नीति बनी हुई है, उसी अनुसार तुरंत राहत किसानों को दी जानी चाहिए। अधिकारियों को किसानों के प्रति हमदर्दीपूर्ण रवैये के साथ एक सवाल के जवाब में उन्होंने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने अनुभव के चलते विकासोन्मुखी व प्रदेश जनता को राहत देने वाला बजट पेश करेंगे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/IMG-20230208-WA0003.jpg8331280Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-08 13:28:082023-02-08 13:28:25मोदी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था बन रही चमकता सूर्य, देश हो रहा मजबूत
डीएवी गल्र्स काॅलेज की छात्राओं ने राष्ट्र स्तरीर हवय यज्ञ प्रतियोगिता में दूसरा स्थान अर्जित किया है। छात्राओं को सिल्वर मेडल व प्रमाण पत्र से नवाजा गया। प्रतियोगिता का आयोजन सोहन लाल डीएवी काॅलेज फार एजुकेशन अंबाला सिटी में किया गया था। काॅलेज प्रिंसिपल डाॅ मीनू जैन ने विजेता टीम को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
योग विभाग की प्राध्यापिका डाॅ रंजना ने बताया कि बी काॅम जनरल द्वितीय वर्ष की छात्रा अनुष्का नरूला व कनिष्का सिंह तथा बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा दिव्या व काजल ने सोहन लाल काॅलेज फार एजुकेशन में आयोजित राष्ट स्तरीय हवन यज्ञ प्रतियोगिता में भाग लिया था। जिसमें उन्हें उत्कृष्ठ प्रदर्शन करते हुए काॅलेज का नाम रोशन कर दूसरा स्थान अर्जित किया।
योग विभाग की प्राध्यापिका नीलम कांबोज ने बताया कि योग विभाग की ओर से काॅलेज में नियमित रूप से छात्राओं को हवन यज्ञ करने की विधि के बारे में जानकारी मुहैया करवाई जाती है। हवन यज्ञ करने से जहां छात्राएं संस्कृति से रूबरू होती है, वहीं उन्हें यज्ञ के फायदों में भी विस्तार से जानकारी दी जाती है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/DSC_5353-scaled.jpg16962560Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-08 13:22:172023-02-08 13:22:29राष्ट्र स्तरीय हवन यज्ञ प्रतियोगिता में डीएवी ने अर्जित किया दूसरा स्थान
आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में 75 लाख सूर्य नमस्कार अभियान के तहत बीटीसी,आई0टी0बी0पी0 के मुखिया ईश्वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक, के मार्ग दर्शन में बीटीसी के जवानों ने 41लाख सूर्य नमस्कार का आंकडा किया पार
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, पंचकुला – 08 फरवरी :
प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, भानू, (हरियाणा) में शिक्षा आयुष, शिक्षा, खेल विभाग और हरियाणा योग आयोग व आईटीबीपी के सहयोग से आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में 75 लाख सूर्य नमस्कार अभियान का शुभारंभ दिनांक- 11.01.2023 हरियाणा के महामहिम राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय द्वारा किया गया। इस अभियान के तहत पूरे हरियाणा प्रदेशभर में 14 फरवरी 2023 तक 75 लाख सूर्य नमस्कार करने का लक्ष्य रखा गया है। दिनांक-14.02.2023 तक बीटीसी, आईटीबीपी भानु द्वारा 51 लाख सूर्य नमस्कार करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसे पूर्ण कर लिया जायेगा।
निरन्तर इस मुहिम को आगे बढाते हुए बीटीसी, आईटीबीपी, भानु द्वारा दिनांक-08.02.2023 तक कुल 41,77,548 सूर्य नमस्कार को पूर्ण कर चुके हैं, जिसमें प्रतिदिन केन्द्र के कुल 2469 पदाधिकारी भाग ले रहे हैं प्रत्येक जवान द्वारा प्रतिदिन 101 बार सूर्य नमस्कार किया जा रहा है।
सूर्य नमस्कार 12 योगासनों को मिलाकर बनाया गया है, हर एक आसान का अपना महत्व है, इसे करने वाले का कार्डियोवस्कुलर स्वास्थ्य अच्छा होता है. साथ ही शरीर में खून का संचार भी दुरूस्त होता है। सूर्य नमस्कार के जरिए तनाव कम कर सकते हैं और बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है, तथा पाचन तंत्र अच्छा होता है चिंता दूर होती है, हृदय, यकृत, ऑत, पेट, छाती, गला, पैर आदि अंगों के लिए बहुत लाभ मिलता है और सिर से लेकर पैर तक शरीर के सभी अंगों को लाभांविंत करता है।
ईश्वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक, प्रा0प्रशि0केन्द्र ने सभी पदाधिकारियों से कहा, कि वे सूर्य नमस्कार को अपने दैनिक दिनचर्या में नियमित रूप से शामिल करें तथा अपने परिवारजनों तथा आस-पास के लोगों भी सूर्य नमस्कार करने हेतु प्रेरित करें।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/IMG-20230208-WA0068.jpg8531280Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-08 13:18:312023-02-08 13:18:55आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में बीटीसी के जवानों ने 41लाख सूर्य नमस्कार का आंकडा किया पार
आज आम आदमी पार्टी की जिला इकाई द्वारा प्रधानमंत्री व अडानी का पुतला फूंका गया। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने मांग रखी कि संसद में जेपीसी का गठन किया जाए संसद के लोकसभा व राज्यसभा दोनों सदनों में इस पर बहस करवाई जाए जिससे यह पता चल सके कि आज देश की अर्थव्यवस्था किस स्थिति में है। देश में एलआईसी व एसबीआई बैंक का कितना पैसा डूबा हुआ है यह पैसा देश की आम जनता का पैसा है जिससे पूरे देश में त्राहि-त्राहि मची हुई है। संसद के दोनों सदनों में बहस होने के बाद देश की जनता को यह पता चल सकेगा कि देश की आर्थिक स्थिति क्या है।
आम आदमी के पार्टी के वरिष्ठ नेता आदर्श पाल सिंह ने बताया कि मोदी व बड़े उद्योगपतियों की मिलीभगत से इस देश को लूटा जा रहा है। युवा नेता आम आदमी पार्टी रघुबीर सिंह छिंदा ने बताया कि आज उन्हें 4 दिन हो गए हैं,एलआईसी की पॉलिसी को सरेंडर किए हुए लेकिन अभी तक उसका पैसा मेरे अकाउंट में नहीं आया तो इससे जाहिर होता है कि किस तरह से गरीब जनता को पूंजीपतियों द्वारा लूटने का काम किया जा रहा है।
इस अवसर पर योगेंद्र चौहान,लक्ष्मण विनायक,रघुवीर सिंह छीदा,ललित त्यागी,शालू मल्होत्रा,अनुराधा,गगनदीप सिंह,राहुल भान,सुशील जैन,कुलविंदर राणा,जसपाल सिंह,लखविंदर सिंह लक्खा,प्रदीप काका पूर्व एमसी,कर्मवीर बुट्टर,राय सिंह,प्रीतम सिंह,इंद्रजीत सिंह,सतप्रकाश,जगमाल सिंह,रूपेश पलाका,शिव कुमार शास्त्री,पूजा नागरा,भीर सिंह, मांगेराम एडवोकेट,ईश्वर नंबरदार आदि पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/IMG-20230208-WA0013.jpg6511156Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-08 13:13:012023-02-08 13:13:16आम आदमी पार्टी यमुनानगर द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गौतम अडानी का पुतला फूंका गया
आम आदमी पार्टी के द्वारा जिला सचिवालय के समक्ष जमकर प्रदर्शन किया गया और पार्टी के वरिष्ठ नेता एडवोकेट कर्मवीर सिंह बुटर व पार्टी के अन्य पदाधिकारियों ने अडानी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका गया। इस बारे में जानकारी देते हुए बुटर ने बताया कि मोदी सरकार ने देश नही बिकने दूँगा उद्घोष के विपरीत काम करते हुए देश की जनता की मेहनत की कमाई को पूंजीपतियों के हवाले कर दिया है। आज देश को बेचने की रणनीति मोदी सरकार द्वारा तैयार कर ली गई है।
कर्मवीर सिंह ने कहा कि एसबीआई बैंक और एलआईसी में जमा लोगों के खून पसीने की जमापूंजी को अडानी जैसे पूंजीपतियों के हवाले कर दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन काल में देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के मायने बदल चुके हैं, वर्तमान में सीधे तौर पर तानशाही दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था के आंकड़ों के अनुसार अडानी ग्रुप की 4 कंपनियां 24 जनवरी के बाद से 50 फीसदी से ज्यादा और तीन कंपनियां 30 फीसदी से ज्यादा डूब चुकी है। जिनमें एक कंपनी का मार्केट कैप 60 फीसदी से ज्यादा डूब चुका है। अडानी ग्रुप के शेयरों में लगातार गिरावट आने की वजह से एलआईसी को लगभग 2 हजार करोड़ रुपये के नुकसान हो चुका है।
उन्होंने बताया कि एलआईसी और एसबीआई में जमा देश की जनता की खून पसीने की कमाई का पैसा अडानी को बांटा जा रहा है देश की सरकारी सम्पत्ति को चंद घरानों पर गिरवी रखा जा रहा है। बुटर ने कहा कि इससे पहले भी देश के कई पूंजीपतियों द्वारा जनता का पैसा हड़प कर लिया गया परन्तु सरकार द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। आज देश व्यवस्था चंद पूंजीपतियों के हवाले कर दी गई है जो सीधे तौर पर जनता की अपेक्षाओं के साथ कुठाराघात है।
उन्होंने मोदी सरकार का आह्वान करते हुए कहा कि यदि जल्द ही सरकार ने अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं किया तो भविष्य में इसका खामियाजा जनता की वोट से लगने वाली चोट से भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को साथ जनता का सहयोग मिल रहा है और यही कारण है कि भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों का पुरजोर विरोध आप पार्टी द्वारा निरन्तर किया जा रहा है।
बुटर ने कहा कि आम आदमी पार्टी द्वारा इस संदर्भ में जनता की सहभागिता से बड़ा आंदोलन चलाया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी मौजूदा सरकार की होगी और पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता भाजपा द्वारा देश को बेचने वाले मंसूबों को सफ़ल नही होने देगा।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/IMG-20230208-WA0011.jpg8201024Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-08 13:08:392023-02-08 13:09:03भाजपा द्वारा देश की जनता का पैसा पूंजीपतियों के हवाले करना अलोकतांत्रिक : कर्मवीर सिंह बुटर
आज आम आदमी पार्टी (आ.आ.पा.) ने घोषणा कि 8 फरवरी को अडानी घोटाले के खिलाफ गौतम अदानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंकेगी। एक प्रेस रिलीज में राष्ट्रीय परिषद के सदस्य सुरेंद्र राठी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक दोस्त को फायदा पहुंचाने के लिए देश के लोगों की गाढ़ी कमाई का 11.50 लाख करोड़ रुपये डुबो दिए हैं। इतना बड़ा घोटाला होने के बाद भी नरेंद्र मोदी चुप है, वित्तमंत्री चुप है, सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया चुप है।
अब लोगों को पता चल गया होगा कि मोदी सरकार में सिर्फ एक आदमी का विकास हुआ है, वह है गौतम अडानी। सुरेंद्र राठी ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि देश के बहुत सारे संसाधन एक आदमी के नाम कर दिए एक व्यक्ति को फायदा पहुंचाने के लिए पूरे देश को बेच दिया। रेल, सेल ,पोर्ट, एयरपोर्ट कोयला,गैस,स्टील सीमेंट, सडक़ सब कुछ अडानी को बेच दिया है। इस घोटाले के खिलाफ आम आदमी पार्टी पूरे हरियाणा में नरेंद्र मोदी और अदानी का पुतला फूंकेगी।
सुरेंद्र राठी ने कहा कि करोना काल में जब लोगों को खाने के लिए रोटी नहीं मिल रही थी, तब अडानी की संपत्ति दिनों दिन बढ़ रही थी। जिन लोगों की मेहनत की गाढ़ी कमाई एसबीआई और एलआईसी में जमा है, वह लोग परेशान हैं, क्योंकि मोदी ने ढाई लाख करोड़ का कर्जा बैंकों से अडानी को दिलवाया था।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/IMG-20230201-WA0118.jpg1095774Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-08 12:59:352023-02-08 13:00:00मोदी अडानी का पुतला फूंकेगी आ.आ.पा. – सुरेंद्र राठी
तुलसीदासजी रामायण में लिखते हैं कि “ढोल गंवार शूद्रपसु नारी, सकल ताडऩा के अधिकारी…।” इस कथन को लेकर बहुत से लोगों ने तुलसीदासजी पर शुद्रों और नारियों के प्रति भेदभाव और असम्मान की भावना रखने का आरोप लगाया। कहा कि वे तो शुद्रों और नारियों को डांटने- फटकराने और प्रताडि़त करने का पक्ष लेते हैं। पर वास्तव में देखें तो तुलसीदास जी नहीं बल्कि इस चौपाई का अपने हिसाब से मतलब निकालने वाले लोग गलत है। दरअसल ताडऩा का अर्थ किसी को देखते रहना, सीख, शिक्षा या संरक्षण देने के अर्थ में भी लिया जाता है। और संतों की व्याख्या के अनुसार तुलसीदास जी यहां यही कहना चाहते हैं कि ढोल, गंवार, शुद्र और नारी को शिक्षा व सीख देने के साथ उनके कार्यों को देखते रहना चाहिए। वरना दोष उनका नहीं, बल्कि उनके संरक्षकों का होगा। जैसे शादी के बाद यदि बहु कोई गलत काम करती है तो उलाहना आज भी उसकी मां को ही दिया जाता है कि उसने अच्छी सीख नहीं दी। इसी तरह ढोल ठीक नहीं बजेगा तो दोष ढोल वादक का होगा। गवांर गवांरुपन दिखाए तो दोष उसके शिक्षक का होगा और शुद्र यानी सेवक सलीका नहीं रखे और पशु भी ठीक नहीं है तो दोष उनके मालिकों का ही माना जाएगा कि उनकी सीख में कोई कमी है। इसलिए तुलसीदासजी की चौपाई का अर्थ यही निकालना चाहिए कि वे ढोल, गवांर, सेवक, पशु व नारी को शिक्षा और संरक्षण पाने का अधिकारी मानते हैं। ना कि प्रताडऩा का।
पीयूष पयोधी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, बिहार :
ढोल गंवार शूद्र पशु नारी
मुझे आज तक यह समझ नहीं आया कि “कोटि विध बध लागहिं जाहू/ आएँ सरन तजउ नहि ताहू”– “जिसे करोड़ों ब्राह्मणों की हत्या लगी हो, शरण में आने पर मैं उसे भी नहीं त्यागता” जैसे कथनों के आधार पर अब तक किसी ने तुलसी को ब्राह्मण विरोधी क्यों नही बताया?
किसी ने जैसे उस एक कथन को शास्त्र से निकालना चाहा, वैसे इस एक कथन को क्यों नहीं निकलवाना चाहा।
पहला कथन तो समुद्र जैसे जड़ पात्र के द्वारा तुलसी ने कहलवाया है–“इन्ह कइ नाथ सहज जड़ करनी।” वह भी ऐसे जड़ के जो गहरी आत्म-ग्लानि में ग्रस्त है।
पर ‘कोटि बिप्र बध’ वाला उद्गार साक्षात ‘प्रभु’ के मुखारविंद से कहते हुए बतलाया है।
संवेदना का यह कौन सा ध्रुवांत है जिसके तहत एक का ‘ताड़न’ भी सहन योग्य नहीं दूसरे का ‘वध’ भी आपत्ति के लायक नहीं लगता।
संवेदना की यह कौन-सी सरहद है जहां ‘एक’ और ‘कोटि’ का भी फर्क समाप्त हो जाता है।
कोटि बिप्र बध तो एक तरह का जेनोसाइड हुआ!
यदि वह एक कोटि( श्रेणी) है तो यह कोटि भी कोटि है। संख्या नहीं, वर्ग। संवेदना के ये कौन से कोष्ठक हैं? करुणा के ये कौन से कारागार हैं?
क्या इनकी पूर्ति यह कहकर हो सकती है कि अन्यत्र ‘द्विज-पद-प्रेम’ की बात कहकर इसका परिहार किया है? तो यह परिहार गुह निषाद केवट शबरी आदि से क्यों नहीं संभव हुआ?
क्या तुलसी को यह आशंका रामचरितमानस समय लिखते समय बहुत पहले से नहीं थी?कि ‘पैहहिं सुख सुनि सुजन सब खल करिहहिं उपहास’- इस रचना को सुनकर सज्जन सभी सुख पावेंगे और दुष्ट सब हंसी उड़ावेंगे।
संवेदना का स्वस्तिक एक गतिमय स्वस्तिक है। उसकी गति चक्रानुगमन करती है और वही विष्णु का सुदर्शन चक्र हो जाता है।
यदि ईश्वर की करुणा जातिभेद करती होती तो ईश्वर भी करुणा का कोटा निर्धारित कर रहा होता। ‘कोटि’ से कोटे तक पहुंचने में वक्त कितना लगता है।
लेकिन तुलसी वर्ग-भेद का लक्ष्य लेकर नहीं चल रहे। उनके रामराज में जो बात सबसे ज्यादा ध्यान देने योग्य है, वह है ‘सब’ शब्द का उपयोग। ‘सब नर करहिं परस्पर प्रीती।’ ‘सब सुन्दर सब बिरुज सरीरा।’ सब निर्दंभ धर्मरत पुनी/नर अरु नारि चतुर सब गुनी’ / सब गुनग्य पंडित सब ग्यानी/सब कृतग्य नहिं कपट सयानी।’ यदि तुलसी की निष्पत्ति किसी पूंजीवादी, किसी वर्ग-वैषम्यवादी, किसी सर्वहारा की तानाशाही वाले समाज की होती तो वे ‘सब’ की यह रट नहीं लगा रहे होते। वे ‘सब उदार सब पर उपकारी’ भी नहीं कह रहे होते।
विप्रों ने इस करोड़ों विप्रों के वध वाली पंक्ति पर आक्षेप नहीं किया तो इसलिए कि उन्हें किसी महाकाव्य को कैसे पढ़ा जाता है, इसका पता था और है।
जिन्हें यह कला नहीं मालूम और पढ़ाई लिखाई की गहराई से जिनका दूर दूर तक वास्ता नहीं, उनकी ही व्यभिचारिणी बुद्धि के तमाशे चलते रहे हैं।
कुछ लोगों ने इस पंक्ति की व्याख्या यों की है कि वह व्याख्या नहीं, सफ़ाई अधिक लगती है। ज़रूरत टीका की है लेकिन दिए स्पष्टीकरण जा रहे हैं। मसलन एक बंधु यह कहते हैं कि तुलसी के समय हिंदी में अंग्रेज़ी का हाइफन नहीं होता था।
इस कारण तुलसी के जिन शब्दों को 5 वर्ग समझा जाता है- ढोल, गंवार, शूद्र, पशु, नारी वे वस्तुतः तीन वर्ग हैं : एक ढोल, दूसरा गंवार-शूद्र और तीसरा पशु-नारी ये तीनों प्रताड़ना, दंड, पिटाई के योग्य हैं। हर शूद्र पिटाई के लायक नहीं है। पहले एक विशेषण उसे क्वालिफाई करता है हर नारी भी पिटाई के लायक नहीं है। पहले एक विशेषण उसे भी क्वालिफाई करता है। गंवार-शूद्र और पशु-नारी पृथक- पृथक संज्ञाएं नहीं हैं। उनके बीच विशेषण- विशेष्य संबंध है।
यह व्याख्या इन पंक्तियों की कर्कशता को कम करने की और उन्हें सहय बनाने की कोशिश है। एक तरह की नैरोकास्टिंग। लेकिन यह उचित नहीं है, औचित्यीकृत है।
एक पल को इसे मान भी लिया जाए कि बात गंवार-शूद्र के बारे में कही जा रही है तो उससे समाधान जितना नहीं होता, सवाल उतने ज्यादा उठते हैं। प्रतिप्रश्न ये है कि यदि गंवार शूद्र ताड़ना के काबिल हैं तो गंवार ब्राह्मण क्यों नहीं? मनु तो अपमान को ब्राह्मण का पथ्य कहते थे। स्मृतियों में तो यहाँ तक कहा गया कि अर्चित और पूजित ब्राह्मण दुही जाती हुई गाय के समान खिन्न हो जाता है। गंवार ब्राह्मण को तो शास्त्रों में पंक्तिदूषक ब्राह्मण या अपांक्तेय ब्राह्मण के रूप में वर्णित किया गया है। वेदव्यास ने महाभारत के वनपर्व में ‘चतुर्वेदोऽपि दुर्वृत्तः स शूद्रादतिरिच्यते’ क्यों कहा था? देवी भागवत में ‘यस्त्वाचार विहीनोऽत्र वर्तते द्विजसत्तमः’ को बहिष्कार योग्य क्यों कहा गया? गंवार-शूद्र ही क्यों, गंवार वैश्य और गंवार- क्षत्रिय को भी ताड़ना मिलनी चाहिए। बात तो आचरण की है।
वाल्मीकि ने यही तो कहा था : ‘कुलीनमकुलीन वा वीरं पुरुषमानिनम् / चारित्र्यमेव व्याख्याति शुचि वा यदि वाशुचिम‘– मनुष्य का चरित्र ही यह बतलाता है कि वह कुलीन है या अकुलीन, वीर है या कायर, अथवा पवित्र है या अपवित्र तो गंवार शूद्र को किसी विशेष ताड़ना का हिस्सा बनाना कवि तुलसीदास का अभिप्रेत नहीं हो सकता था।
यही बात पशु-नारी के संदर्भ में है। क्या तुलसी उत्तरपूर्वी कंबोडिया के जंगलों में अभी जनवरी 2007 में पाई गई उस स्त्री के बारे में बात कर रहे थे जो 6 साल की उम्र में जंगलों में खो गई, 19 साल जंगलों में जानवरों के बीच रही और जब पुलिस ने उसे बरामद किया तो वह पूर्णतः जानवरों जैसी हरकतें कर रही थी ? क्या वे ‘वाइल्ड वोल्फ वूमन’ (जंगली भेड़िया – स्त्रियों) के बारे में प्रतिक्रिया दे रहे थे ? क्या तुलसी अरस्तू की तरह स्त्री को ‘आत्म विहीन’ प्राणी मान रहे थे ? क्या नारी की ‘एनीमलिटी’ पुरुष के पशुत्व से विशेष बदतर है ? तुलसी पशु-पुरुष को प्रताड़ना योग्य क्यों नहीं मानते ? क्या तुलसी ‘पशु-नारी’ के रूप में किन्हीं ‘गुरिल्ला नारियों’ को ताड़ना योग्य बता रहे थे?
स्त्रीवादी लेखिका एलिजाबेथ स्पेलमेन ने ‘सोमाटोफोबिया’ नामक एक मानसिक व्याधि की चर्चा की है जिसमें स्त्री को पशु से समीकृत किया जाता है। क्या तुलसी इस सोमाटोफोबिया के शिकार थे? क्या ‘पशु- नारी’ शब्द अपने आप में ही पशु और मनुष्य के बीच में किसी द्वैत के होने का परिचायक नहीं है? शैव दर्शन में पशुपति की संकल्पना ‘पशु’ की व्याख्या किस तरह से करती है ? क्या अंग्रेजी में स्त्रियों को ‘कैटी’ (Catty ), श्रू (Shrew), काउ (cow), बिच (bitch), डम बन्नी (Dumb bunny), ओल्ड क्रौ (old crow), विक्सन (vixen) कहने वाले अभिधान इसी ‘ पशु-नारी’ के बारे में हैं? जोरू के गुलाम के लिए अंग्रेजी में जो ‘हेन्पेक्ड’ शब्द चलता है वह स्त्री को ‘मुर्गी’ मानता है। ये तो नकारात्मक अर्थों वाले शब्द हैं लेकिन ‘फॉक्सी’ जैसे स्त्री-विश्लेषण भी स्त्री की पशु-पहचान को ही उभारते हैं।
तो तुलसीदास किसी सैक्सुअल हैरासमेंट के समर्थक थे? क्या तुलसीदास भारत में पशु और मनुष्य के बीच सांस्कृतिक रिश्तेदारी से अनभिज्ञ थे? पशु नारी हमेशा ही नकारात्मक हो, यह भी कैसे मान लिया जाए? मेरी वेब का उपन्यास ‘गोन टू अर्थ’ (1917) पढ़िए जिसमें उसने हेज़ेल नामक एक ऐसे स्त्री पात्र की रचना की है जिसमें जंगली निर्दोषिता और ऊर्जस्विता है, जो अपने आसपास के सामाजिक विश्व को जैसे ‘बिलांग’ ही नहीं करती, क्या वह ‘पशु-नारी’ ताड़ना योग्य लगती है ? हेज़ेल पशुओं की मूक वेदना को समझती है और एक छोटी लोमड़ी को बचाने की कोशिश में प्राण भी दे देती है। क्या तुलसी जैसा संवेदनशील कवि ऐसी प्रकृत सहज नारी की प्रताड़ना के बारे में कभी सोच भी सकेगा? जब ‘बैटमैन’, स्पाइडर मैन, एनीमल मैन आदि के रूप में आधुनिक कॉमिक हीरो लोकप्रिय हो रहे हैं तो पशु-नारी में ऐसी क्या कमी है कि आधुनिक व्याख्याकार उसे प्रताड़नीय समझ रहे हैं ?
क्रमशः….
(सहयोग : अश्विनी कुमार तिवारी)
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/td.jpg469840Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-08 11:28:502023-02-08 11:29:36तुलसीदासजी ने क्यों लिखा, ढोल गंवार शूद्र पशु नारी
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।
झगड़ालू स्वभाव को क़ाबू में रखें, नहीं तो रिश्तों में कभी न मिटने वाली खटास पैदा हो सकती है। इससे बचने के लिए अपने नज़रिए में खुलापन अपनाएँ और पूर्वाग्रहों को छोड़ें। अपने निवेश और भविष्य की योजनाओं को गुप्त रखें। अगर आप दफ़्तर में अतिरिक्त समय लगाएंगे, तो आपकी घरेलू ज़िंदगी पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। एकतरफ़ा लगाव आपके लिए सिर्फ दिल तोड़ने का काम करेगा। अगर आप सीधा जवाब नहीं देंगे तो आपके सहयोगी आपसे नाराज़ हो सकते हैं। आप खुद को समय देना जानते हैं और आज तो आपको काफी खाली समय मिलने की संभावना है। खाली समय में आज आप कोई खेल-खेल सकते हैं या जिम जा सकते हैं। सम्भव है कि आपके जीवनसाथी की वजह से आपकी प्रतिष्ठा को थोड़ी ठेस पहुँचे।
अपनीव्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्या से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327
08 फरवरी 2023 :
असहजता आपकी मानसिक शांति में बाधा पैदा कर सकती है, लेकिन कोई दोस्त आपकी परेशानियों के समाधान में काफ़ी मददगार साबित होगा। तनाव से बचने के लिए मधुर संगीत का सहारा लें। भाई बहनों की मदद से आज आपको आर्थिक लाभ मिल पाएगा। अपने भाई बहनों की सलाह लें। दोस्तों को अपने उदार स्वभाव का ग़लत फ़ायदा न उठाने दें। आज आप जीवन में सच्चे प्रेम की कमी का अनुभव करेंगे। ज़्यादा चिंता न करें, हर चीज़ समय के साथ बदलती है और इसलिए आपकी रोमांटिक ज़िंदगी में भी बदलाव आएगा। अपना रवैया ईमानदार और स्पष्टवादी रखें। लोग आपकी दृढ़ता और क्षमताओं को सराहेंगे। चिट्ठी-पत्री में सावधानी बरतने की ज़रूरत है। अगर आप और आपका जीवनसाथी खाने-पीने पर ज़्यादा ध्यान देंगे, तो सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
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