- सतपाल सत्ता से 2 गाड़ियां, 2 मोबाइल व 2 सिम बरामद, शांडिल्य ने एसपी से भी मुलाकात
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अम्बाला – 27 फरवरी :
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य की हत्या की मंशा से नकाबपोश हमलावर भेजने वाला सतपाल सत्ता को 23 फरवरी को सीआईए स्टाफ ने गिरफ्तार किया था। और 24 फरवरी को सतपाल सत्ता को सीजेएम सौरभ गुप्ता की कोर्ट में पेश कर उसका पांच दिन का पुलिस रिमांड मांगा गया था। सतपाल सत्ता की तरफ से शेलेंद्र शैली ने उनकी पैरवी की। वहीं वीरेश शांडिल्य ने खुद अपने केस की पैरवी की और दलीलें दी। और पुलिस ने भी सतपाल सत्ता के बारे में लिखा था कि सतपाल सत्ता पर 14 अपराधिक मामले दर्ज हैं और उससे तीन कारें बरामद करनी है। सीजेएम कोर्ट अम्बाला ने सतपाल सत्ता को 27 फरवरी तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया था। आज सतपाल सत्ता को अम्बाला पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में पेश किया, जहां से सतपाल सत्ता को जेल भेज दिया गया। वहीं सतपाल सत्ता के खिलाफ वीरेश शांडिल्य ने सीजेएम कोर्ट को एक एप्लीकेशन दी। जिस पर अदालत ने डिटेल ऑर्डर पास किया। वीरेश शांडिल्य ने कहा था कि जांच अधिकारी से उन्हें इंसाफ की उम्मीद नहीं है और जांच अधिकारी उनकी हत्या करवा सकता है। जांच अधिकारी पर राजनीतिक व प्रभावशाली लोगों का दबाव है। वहीं सतपाल सत्ता के वकील ने सतपाल सत्ता की जमानत की याचिका दायर की जिस पर 28 फरवरी को सुनवाई होगी।
ज्ञात रहे कि वीरेश शांडिल्य के पालिका विहार दफ्तर पर 4 फरवरी को नकाबपोश हमलावरों ने मौत के घाट उतारने की मंशा से हमला किया था। लेकिन वीरेश शांडिल्य के न मिलने पर दफ्तर के सामान को बुरी तरह तोड़कर फरार हो गए और पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर साहा निवासी प्रवीण चौहान, मनजिंद्र सिंह, शंकर, मंगलनाथ को गिरफ्तार किया था और सतपाल सत्ता को आज गिरफ्तार किया गया। जबकि इस मामले में 2 गाड़ियां पुलिस के कब्जे में है। जबकि आज सीजेएम अम्बाला सौरभ गुप्ता को सब इंस्पेक्टर रोहताश ने बताया कि सतपाल सत्ता से दो गाड़ियां रिकवर हो चुकी है। जबकि वीरेश शांडिल्य ने कहा कि गाडियां तीन रिकवरी होनी है और पुलिस ने आज तक सतपाल सत्ता के मोबाइल कब्जे में नहीं लिए जिस पर जांच अधिकारी रोहताश ने बताया कि इस केस में दो मोबाइल व दो सिम बरामद किए जा चुके हैं। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि राजनीतिक प्रभाव में और भूमाफिया उन पर फिर जानलेवा हमला करवा सकते हैं। और अब हमला ऐसी जगह हो सकता है जहां न कोई सीसीटीवी कैमरे हो। अदालत से सीधा वीरेश शांडिल्य अम्बाला के एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा को मिले और एफआईआर 69/23 की जांच निष्पक्ष नहीं हो रही, इसकी जानकारी वीरेश शांडिल्य ने एसपी को दी। एसपी ने कहा कि पुलिस उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर है और उनके दफ्तर पर हमले की जांच गहनता से की जाएगी ।