ट्रैक्टर चालक आत्माराम मर्डर की गुत्थी सुलझी

पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तारडीएसपी कप्तान सिंह ने पत्रकार वार्ता में दी जानकारीबेटे का फोन सुनने लगा तो आरोपी ने आत्माराम को मारीगोलीट्रैक्टर चालक की हत्या कर ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर भाग गया आरोपी
डेमाक्रेटिक फ्रंट/पवन सैनीहिसार। पुलिस ने मिल गेट के विनोद नगर वासी ट्रैक्टर चालक आत्मराम मर्डर की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने हत्या के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पंजाब के भामेकलां निवासी गुरविन्द्र, सिरसा के धिकतानिया निवासी सरवन तथा उत्तर प्रदेश के चित्रकूट वासी श्याम राज शामिल है। गुरविंदर लगभग पिछले एक से डेढ़ साल से मिलगेट में किराये पर रहा था और चिनाई मिस्त्री का काम करता था। पुलिस उप अधीक्षक कप्तान सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि आत्माराम गोरखपुर निवासी विनोद के ट्रैक्टर पर ड्राईवरी करता था। गुरविंदर 4 फरवरी को आत्माराम से मिला और कहा कि लक्कड़ लाने है। गत 4 फरवरी को दिन में गुरविंदर लक्कड़ लेने के बहाने से आत्माराम को ट्रैक्टर सहित अग्रोहा बाइपास आदि स्थानों पर घुमा कर ले आया और कहा कि आज तो लक्कड़ नहीं मिले। हम कल बकरियांवाली गांव सिरसा चलेंगे और वहां से लक्कड़ लेकर आएंगे। साथ ही गुरविंदर ने आत्माराम को दिन भर का किराया भी दिया। गत 5 फरवरी को गुरविन्दर ट्रैक्टर चालक आत्माराम को लक्कड़ लेने के लिए बकरियांवाली गांव के लिए लेकर चल पड़ा। ये दोनों बकरियांवाली लगभग शाम के 8 बजे पहुंच गए थे।कप्तान सिंह ने बताया कि इसी दौरान आत्माराम के पास उसके छोटे बेटे का फोन आ गया। फोन में ठीक से नेटवर्क न होने के कारण आत्माराम गांव बकरियांवाली में खुदे नाले के पास खड़ा होकर फोन पर बातें कर रहा था, उसी समय पीछे से गुरविंदर ने देसी पिस्तौल से आत्माराम की गर्दन में गोली मार दी। गोली लगते ही आत्माराम नाले में गिर गया। आत्माराम को वहीं छोड़ गुरविंदर ट्रैक्टर-ट्रॉली को धिकतानिया, सिरसा लेकर गया और ट्रैक्टर-ट्रॉली को सरवन के घर खड़ा कर रात में वहीं रुका। अगले दिन जल्द सुबह गुरविंदर और सरवन ट्राली बेचने के लिए पंजाब गए। वहा इन्होंने ट्राली बेचने की कोशिश की, परंतु ट्राली बिना दस्तावेजों के नहीं बिकी। वहा से ये ट्रैक्टर ट्राली लेकर सरदूलगढ़ आ गए। वहा उन्होंने एक मिस्त्री को ट्रॉली 42 हजार 500 रुपए में बेच दी और ट्रॉली खरीददार द्वारा आईडी मांगने पर गुरविंदर ने अपना आधार कार्ड और अपना मोबाइल नंबर दे, ई रिक्शा के पीछे लगने वाली रेहड़ी बनाने का ऑर्डर दिया व 2500 रुपए का अग्रिम भुगतान किया। ट्राली बेचने के बाद गुरविंदर ने सरवन को 4 हजार रुपए दिए। सरवन वही से अपने गांव वापस चला गया। इसके बाद गुरविंदर ट्रैक्टर लेकर भटिंडा, करनाल होते हुए श्याम राज के पास उसके गांव वीर घुमई, चित्रकूट, उत्तर प्रदेश पहुंच गया। वहा इसके ट्रैक्टर बेचने को कोशिश की, परंतु ट्रैक्टर बिना कागजात के नहीं बिका। फिर वहा से गुरविंदर और श्यामराज ट्रैक्टर लेकर गुरविंदर के शाढू के चाचा के पास कुरेहा पुरवा, जिला बांदा, उत्तरप्रदेश पहुंचे। दोनों वहा 2 से 3 दिन रुके और ट्रैक्टर छोडक़र वापस आ गए। गुरविंदर और श्यामराज की पहले से जन पहचान थी। श्याम राज ने गुरविंदर को पहले कारतूस दिलवाए थे। गुरविंदर मिलगेट, हिसार में किराए पर रहता था। ये दोनो वापस हिसार अपना सामान लेने एक लिए आए थे । पुलिस ने इन्हे मिजार्पुर रोड से गिरफ्तार किया और सरवन को गांव धिकतानिया, सिरसा से गिरफ्तार किया गया है। डीएसपी कप्तान सिंह ने बताया कि मृतक आत्माराम के पुत्र उमेश ने आत्माराम की गुमशुदगी के बारे में 7 फरवरी को एचटीएम थाना में शिकायत दी थी। शव मिलने पर परिजनों ने नागरिक अस्पताल में धरना दिया। पुलिस ने आरोपियों को पांच दिन मेंं गिरफ्तार करने का समय मांगा था।