डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अम्बाला = 22 फरवरी :
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व ब्राह्मण महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने श्री हिंदू तख्त के धर्माधीश एवं श्री काली माता मंदिर पटियाला एवं श्री कामख्या देवी असम के पीठाधीश्वर अनंत विभूषित जूना अखाड़ा के जगतगुरु पंचानंद गिरी को अंतिम विदाई दी। वीरेश शांडिल्य ने जगतगुरु पंचानंद गिरी के पार्थिव शरीर पर भगवा दोशाला देकर श्रद्धांजलि दी व उनके पार्थिव शरीर को कंधा दिया। जूना अखाड़ा के प्रमुख हरि गिरी जी ने जगत गुरु पंचानंद को समाधि की प्रक्रिया पूरी करवाई। वीरेश शांडिल्य ने काली माता मंदिर पटियाला, कमाख्या देवी मंदिर आसाम व हिमाचल में स्थित ज्वाला जी मंदिर के पीठाधीश्वर जगतगुरु पंचानंद गिरी को दोनों हाथ जोड़कर अंतिम विदाई दी।
इस मौके पर हजारों की तादाद में जगत गुरु पंचानंद के श्रद्धालु व श्री हिन्दू तख्त के पदाधिकारी मौजूद थे। वीरेश शांडिल्य ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जगत गुरु पंचानंद गिरी ने पंजाब में खालिस्तान के खिलाफ आमने सामने की लड़ाई लड़ी और जब पंजाब में आतंकवाद के भय से पंजाब खाली हो रहा था, उस वक्त सनातन धर्म को मजबूत करने की मुहिम चलाई और आतंकवादियों के साथ लोहा लिया। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि जगतगुरु पंचानंद गिरी का हमारे बीच से चले जाना सनातन धर्म के लिए बहुत बड़ी क्षति है। जिसे पूरा नहीं किया जा सकता। लेकिन वीेरेश शांडिल्य ने कहा कि उनका एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया जगतगुरु पंचानंद गिरी की सोच पर पहरा देता रहेगा। और खालिस्तान के खिलाफ व देशद्रोही ताकतों के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी। सनातन धर्म को मजबूत करने के लिए वह जगत गुरु पंचानंद की तरह ही काम करेंगे और सनातन संस्कृति को कमजोर करने वाली ताकतों व देश को तोड़ने वाली ताकतों व खालिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देंगे।