डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 21 फरवरी :
चंडीगढ़ के पीड़ित शेयरहोल्डरस आज अपनी मांगों को लेकर चंडीगढ़ के डिप्टी कमिश्नर को मिलने पहुंचने पर उन्होंने तहसीलदार से मिलने को कहा व तहसीलदार ने सभी की एप्लीकेशंस को खुद रिसीव किया व वह प्रॉपर्टी ओनर ने उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत करवाया , तहसीलदार ने प्रॉपर्टी ऑनर्स को आश्वस्त किया कि वह सभी एप्लीकेशन डीसी साहब तक पहुंचा दी जाएंगी।
गौरतलब है कि गलत एसओपी जारी होने के बाद शहर में प्रॉपर्टी ओनर में खलबली मची हुई है व हजारों प्रॉपर्टी के ट्रांजैक्शन रुके हुए हैं। इस सिलसिले में आज लगभग 500 पीड़ित प्रापर्टी ओनर्स का तहसीलदार से मिला ।
क्या है मामला
आमजन को जानकारी हो कि चंडीगढ़ में आप अपनी प्रॉपर्टी के मालिक हो कर भी अब मालिक नहीं रहेंगे
चंडीगढ़ वासी बधाई का पात्र हैं क्योंकि अब चंडीगढ़ देश का ऐसा पहला शहर बन गया है जहां आप अपनी प्रॉपर्टी की अपनी मर्जी से वसीयत तक नहीं कर सकते।
विपत्ति का सहारा बनने वाली प्रॉपर्टी अब प्रोपेर्टी ओनर्स के दुख का सबसे बड़ा कारण बनेगी चंडीगढ़ में।
यदि आप चंडीगढ़ में शेयर में घर लेने का सपना संजोए है तो प्रशासन को जी भर कर कोसिए ; अब आप चंडीगढ़ में घर नहीं ले पाएंगे , दरअसल सुप्रीम कोर्ट के 1 से 30 सेक्टर तक हेरिटेज मेंटेन करने के फैसले को उलझाते हुए चंडीगढ़ प्रशासन ने गलत एसओपी जारी कर दी थी इससे ही यह सारा मामला उलझा है ।