Sunday, December 22

( विनोद कुमार तुषावर ) चनङीगढ ।।
चनडीगढ शहर के स्कूल की प्रिंसीपल द्वारा एक अध्यापक मेधावी को जाति सूचक शब्दो का प्रयोग कर उसे जलील किया जाता है,उसका कैरियर खराब करनें की धमकी दी जाती है,परेशान मेधावी ने चनङीगढ पुलिस एसएसपी को शिकायत दी,एसएसपी द्वारा  डीएसपी  पलक गौयल और सैक्टर 19 की एसएचओ मिनी भारद्वाज मामलें में छानबीन कर रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी भी अधिकारी ने 26 और 27 जनवरी को घटित इस घटना की सीसीटीवी फुटेज नहीं चैक किए गए है, आज मेधावी को पुलिस स्टेशन बुलाया गया जिन अध्यापकों के सामने यह सब घटना घटी थी उन पर मेधावी से मिलीभगत का आरोप लगाया जा रहा हैं, इसे कहतें हैं उल्टा चोर कौतवाल का डांटे ?? परेशान मेधावी कल युनियन के साथ प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल से मिलनें जाएंगी ओर चनङीगढ एसएसपी से जांच अधिकारी बदलने के लिए गुहार लगाएगी ?? बङे ही शर्म की बात है कि चनङीगढ जैसें सभ्य कहें जानें वाले शहर में खुद पीङित को ही पीङा दी जा रही है  ?? तो आम जनता के साथ क्या होता होगा  ?? आप स्वयं अंदाजा लगा सकतें हैं ,आपकों बता दे कि डेमोक्रेटिक फ्रंट समाचार पत्र लगातार इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं,स्कूल की प्रिंसीपल राजबाला से कई बार समपर्क करनें की कोशिश की गई है,लेकिन उनकी और से कोई जवाब नहीं दिया जा रहा,आखिर पूरे मामलें की सच्चाई जनता तक पहुंचाने के लिए कल सुबह पीङित मेधावी सामने आएंगी,उधर चनङीगढ नगर निगम की राजनीति भी तेज हो गई है,अपनें ही पार्टी के एससी पार्षदो से इस्तीफे की मांग उठ रहीं हैं,समाज सेवी कार्यकर्ता बलविंदर सिंह (बल्ली,विनोद कुमार तुषावर ने दोनों टीचरों को न्याय नहीं मिला तो वह चनङीगढ शिक्षा विभाग के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठेंगे,उधर कई टीचर से समपर्क करनें पर पता चला है कि वह मेधावी के साथ हैं,जबकि एक समाचार-पत्र में छपी रिपोर्ट के अनुसार बताया गया है कि पीड़ित कमेटी के सामने कोई साक्ष्य पेश नहीं कर पाई,जबकि प्रिंसीपल सभी साक्ष्य के साथ मोजूद रहीं हैं, आखिर  पूरा मामला हैं क्या यह जानेंगे आमने-सामने  ??