Saturday, December 21

अधिकारियों के आश्वासन के बाद परिजनों ने उठाया शव
टै्रक्टर चालक आत्माराम की हत्या कर नाले में फैंका था शव
दो दिन से सिविल अस्पताल में डटे हुए थे परिजन व अन्य लोग

हिसार/पवन सैनी
ट्रैक्टर चालक मिल गेट वासी आत्माराम हत्या मामले में आज शाम तक परिजनों व अन्य लोगों का सिविल अस्पताल में धरना जारी रहा और परिजनों ने शव नहीं उठाया। सुबह सेअधिकारियों व धरनारत लोगों के बीच चली बातचीत शाम को सिरे चढ़ गई। देर शाम को अधिकारियों के आश्वासन के बाद परिजन शव लेने के लिए मान गए। मांगों पर आश्वासन के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया। आज दूसरे दिन शाम तक परिजन व अन्य लोग अस्पताल में डटे रहे। परिजनों की मांग थी कि आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी, परिवार को आर्थिक सहायता व नौकरी की दी जाए। सुबह सिविल अस्पताल में पहुंचे एसडीएम ने कहा कि वे उनकी मांग डीसी के माध्यम से सरकार तक पहुंचाएंगे। एक घंटे का समय दें। बाद में एसडीएम जयबीर यादव धरनास्थल से चले गए। उसके बाद शाम को अधिकारियों की मृतक के परिजनों व अन्य लोगों से बातचीत शुरू हुई और आपसी सहमति बन गई और धरना समाप्त कर  शव सिविल अस्पताल से ले गए और अंतिम संस्कार किया। कल शुक्रवार को परिजनों ने सिविल अस्पताल के पास जाम लगाकर रोष जताया था। पुलिस अधिकारियों ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पांच दिन का समय मांगा था।
आत्माराम सैनी एक शटरिंग स्टोर पर ट्रैक्टर ट्रॉली चलाता थिा। गत 5 फरवरी को एक व्यक्ति उन्हें सिरसा से लकड़ी लाने के लिए किराए पर ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर गया था। उस दिन से वे लापता हो गया था। वह लगभग साढ़े तीन बजे घर से निकला था। इसके बाद से उसका कोई अता-पता नहीं था। 7 फरवरी तक उनका फोन ऑन था, लेकिन इसके बाद फोन बंद हो गया। परिजनों ने कहा कि आरोपी उनका ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर फरार हो गए। मृतक ट्रैक्टर चालक आत्माराम के परिजनों ने बताया कि सिरसा के गांव चोबुर्जा के पास खेतों के पास बने नाले में शव पड़ा था। खेत मेंं पानी लगाने के लिए जब कोई किसान गया तो उसने नाले में शव को देखा था। शव मिलने की सूचना मिलने पर उन्होंने जाकर देखा तो शव आत्माराम का था।  
नागरिक अस्पताल  में धरने पर बोलते हुए हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार को तुरंत प्रभाव से अपराधियों को पकड़ कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रही है। धरने पर रामनिवास राड़ा, जितेन्द्र श्योराण,मनोज राठी, पार्षद प्रीतम सैनी, अमित ग्रोवर, मनोहर लाल, ईश्वर नाटा, मुकेश सैनी, रमेश सैनी, कृष्ण सैनी, महेंद्र सांखला, राजेश हिंदुस्तानी, मुकेश सैनी मोनू, अजय सैनी, शिवकुमार सैनी, सुरेंद्र सोनी, राजेंद्र बंसल, सूबेसिंह पहलवान, जगजीत सिंह, बिल्लू सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।