Sunday, December 22

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्टÑीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि 4 फरवरी को पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को ज्ञापन देकर कहा था कि मोहाली में कौमी इंसाफ मोर्चा को तुरंत हटाया जाएं

डेमोक्रेटिक फ्रंट, अम्बाला – 10 फरवरी :

                        एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्टÑीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस पर जो हमला हुआ, वह शरारती तत्व नहीं बल्कि आतंकवादी थे। और 4 फरवरी को उनके एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया ने पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को ज्ञापन दिया था कि मोहाली में लगे कौमी इंसाफ मोर्चा को तुरंत हटाया जाए क्योंकि यह मोर्चा आतंकवादियों की रिहाई की मांग कर रहा है। और जिस तरह चंडीगढ़ पुलिस पर जानलेवा हमला हुआ, यह पंजाब चंडीगढ़ में आतंकवाद वापसी  के संकेत हो गए हैं।

                        जब चंडीगढ़ पुलिस सुरक्षित नहीं तो पूरा देश सुरक्षित नहीं। भले ही चंडीगढ़ पुलिस ने 307 के तहत मुकद्दमा दर्ज कर लिया। लेकिन इस दर्ज मुकद्दमे से कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि कौमी इंसाफ मोर्चा के साथ खालिस्तान, जरनैल सिंह भिंडरावाला समर्थक, अमृतपाल समर्थक सहित गैंगस्टर शामिल है। ऐसे लोगों को अब पंजाब और देश  को बचाने के लिए अब गोली के आदेश पुलिस को गृह मंत्री अमित शाह को देने होंगे। कौमी इंसाफ मोर्चा में आतंकवादी शामिल है और कौमी इंसाफ  मोर्चा अपने आप को कानून से, संविधान से, भारतीय तिरंगे से हथियार के दम पर लड़ना चाहता है।

                        एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्टÑीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि अब देश की जनता को जागना होगा। पंजाब में आतंकवाद फैल चुका है जो जनता को नजर नहीं आ रहा है।

                        उन्होंने कहा कि यदि पंजाब के डीजीपी ने पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ आतंकवादी धाराओं, देशद्रोही धाराएं मुकद्दमा के साथ न जोड़ी तो वह एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया की तरफ से पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करेंगे और वीरेश शांडिल्य ने मांग की है कि तुरंत अमृतपाल सिंह, जगतार सिंह हवारा के परिजनों सहित कौमी इंसाफ मोर्चा के तमाम लोगों को आतंकवादी धाराओं में गिरफ्तार किया जाए। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस पर निहंगों द्वारा हमले से देश की जनता का मनोबल गिर चुका है। अब सरकार को हथियार उठा लेने चाहिए और पंजाब में सेना तैनात कर देनी चाहिए।

                         अगर केंद्र सरकार एक एक दिन लेट होती रही, फिर पंजाब में आतंकवाद सिर चढ़कर बोलेगा और पंजाब की सड़कें खून से लाल होगी और पंजाब खाली हो जाएगा। पहले ही पंजाब से इंडस्ट्री पलायन कर रही है।