पीआरआई सदस्यों को दी जल जीवन मिशन की जानकारी, पानी को जांचने के लिए एफटी किटे की वितरित

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 09 फरवरी :

                        विकास एवं पंचायत विभाग एवं ग्रामीण विकास संस्थान हरियाणा के तत्वाधान में स्थानीय पंचायत भवन में नव चयनित पंचायती राज संस्थान के सदस्यों, जिला पार्षद चैयरमैन, पंचायत समिति चैयरमैन व ग्राम पंचायत सरपंचों के लिए आयोजित तीन दिवसीय फाउंडेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे बैच के चौथे दिन वीरवार को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन की जिला सलाहकार रजनी गोयल ने उपस्थित पीआरआई सदस्यों को जल जीवन मिशन की विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर सभी को पानी की शुद्धता की जांच करने के लिए फील्ड टेस्टिंग कीटे भी वितरित की गई। इसके साथ-साथ ग्राम पंचायतों में बनने वाली ग्राम जल एवं सीवरेज समिति के उद्दश्यों व कार्यों के बारे में अवगत करवाते हुए उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल प्रदान करने का कार्य सरकार द्वारा किया जा रहा है।

                        पेयजल व्यवस्था के संचालन एवं रखरखाव की जिम्मेदारी भी अब ग्राम जल एवं सीवरेज समिति व जन समुदाय के भागीदारी से ही संभव है। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन में जहां भारत सरकार का हर घर नल से जल देने का लक्ष्य 2024 है वहीं हरियाणा सरकार ने यह लक्ष्य 2022 में ही पूरा कर लिया है। गोयल ने बताया कि ग्राम जल एवं सीवरेज समिति को भी नया पेयजल कनैक्शन प्रदान करने व कनैक्शन को काटने का अधिकार प्राप्त है। अब प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्राम जल एवं सीवरेज समितियों का पुनर्गठन होना है। जिसका अध्यक्ष ग्राम सरपंच, संयोजक ग्राम सचिव, तकनीकी सहायक जन स्वास्थ्य विभाग का जेई व पंचायती राज का जेई भी शामिल होगा। इसके अलावा 4 पंच के साथ-साथ नलकूप चालक, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता, आशा वर्कर, ग्राम चौकीदार, युवा मंडल के सदस्य, सेवानिवृत कर्मचारी, स्वयं सहायता समूह सदस्य, महिला मंडल प्रदान आदि को शामिल किया जा सकता है।

                        ग्राम जल एवं सीवरेज समिति में कुल 16 सदस्य होंगे जिनमें 50 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना जरूरी है। यह समिति गांव में पेयजल के समान वितरण, पानी का शुल्क निर्धारण व एकत्रित करना, पेयजल की जीवाणु व रसायन जांच करवाना, नया कनैक्शन देना, पेयजल का रखरखाव व संचालन करना, पानी की बर्बादी को रोकने का कार्य करना, पानी बर्बाद करने वालों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही करना, पेयजल संबंधित आय व वित्त की देखभाल करना व पेयजल व्यवस्था में सुधार करना, संबंधित विभाग के साथ तालमेल कर आवश्यक योजना बनाना आदि कार्य करेगी ताकि हर नागरिक को जल जीवन मिशन के मापदंड के अनुसार 55 लीटर प्रतिदिन प्रतिव्यक्ति पेयजल मिल सके।

                        इस मौके पर पीओ युवराज सिंह, अमित कुमार, प्रशिक्षक , बीआरसी  राजवीर सिंह, बीआरसी मुनीश कुमार सहित जिला परिषद के सदस्य एवं बिलासपुर ब्लॉक के सरपंच उपस्थित रहे।