पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 08 फरवरी :
पंचायतों को पूरे अधिकार देने, राइट टू रिकॉल व ई टेंडरिंग के खिलाफ आंदोलन कर रहे सरपंचों का धरना डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा के आवास के समक्ष दूसरे दिन भी जारी रहा। सरपंचों ने धरने के 23वें दिन डिप्टी स्पीकर के आवास पर नारेबाजी करते हुए इस बात पर रोष जताया कि गांवों में जाने पर जनता से आदर सत्कार करवाने वाले डिप्टी स्पीकर के आवास पर दो दिनों से छोटी सरकार बैठी है लेकिन उनके आवास से किसी ने छोटी सरकार के नुमाइंदों को पानी तक नहीं पिलाया।
सरपंचों ने सवाल उठाया कि क्या सामाजिक परिवेश में रणबीर गंगवा ने यही आदर सत्कार करना सीखा है। इसी बीच काम करवाने के लिए सरपंचों पर अधिकारियों के बढ़ते दबाव के चलते सभी सरपंचों ने अपने कार्रवाई रजिस्टर सरपंच एसोसिएशन के ब्लॉक प्रधानों के पास जमा करवा दिए हैं। धरने की अध्यक्षता करते हुए हिसार सरपंच एसोसिएशन के जिला कोषाध्यक्ष आजाद सिंह हिन्दुस्तानी ने कहा कि किसी के घर कोई जाए तो सामाजिक कर्तव्य निभाते हुए जलपान का अवश्य पूछा जाता है। इसके बावजूद डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा व उनके परिवार की ओर से किसी ने सरपंचों को जलपान के लिए नहीं पूछा जो डिप्टी स्पीकर व उनके परिवार के अहंकार का प्रतीक है।
इस अवसर पर किसान सभा से सतबीर रुहिल, सूबे सिंह बुरा, कामरेड बलराज मलिक, बीडीसी प्रदीप बेनीवाल सहित अनेक संगठनों के नेता व कार्यकर्ता धरनास्थल पर पहुंचे और सरपंचों के आंदोलन को समर्थन दिया।