इनकाऊंटर के बाद सीआईए ने दबोचा ‘खलनायक
- नोहरिया बाजार में गोलीबारी मामले में वांछित था अमन खलनायक
- हाऊसिंग बोर्ड फ्लैट पर तड़के सीआईए सिरसा प्रभारी प्रदीप कुमार ने दी दबिश
- पुलिस से बचने को टीम पर की गोलीबारी, जिंदा कारतूस सहित दो असले बरामद
- पुलिस के लिए चुनौती बने अमन पर एनडीपीएस सहित डेढ़ दर्जन मामले है दर्ज
डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सिरसा – 08 फरवरी :
सिरसा में भय और आतंक का पर्याय बने अमन उर्फ खलनायक को सीआईए सिरसा ने बुधवार तड़के इनकाऊंटर के बाद धर दबोचा। गोलीबारी में अमन घायल हो गया, जिसे उपचार के लिए सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। नोहरिया बाजार में बीती 5 जनवरी को सरेआम गोलीबारी के मामले में पुलिस को अमन उर्फ खलनायक की तलाश थी।
जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन ने अमन उर्फ खलनायक को धर दबोचने के लिए विभिन्न टीमें गठित की हुई थी। चूंकि अमन सिरसा पुलिस के लिए चुनौती बन गया था। सीआईए सिरसा प्रभारी इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार को किसी विश्वस्त सूत्र से इस बारे सूचना मिलीं। जिसके बाद पुलिस पार्टी ने बुधवार सुबह 4 बजे ही हुडा स्थित हाऊसिंग बोर्ड के फ्लैट की घेराबंदी कर दी। पुलिस द्वारा दबिश दिए जाने पर अमन उर्फ खलनायक ने भागने की कोशिश की लेकिन जब पुलिस पार्टी ने उसे ललकारा तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में अमन उर्फ खलनायक के पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया। जिसके बाद पुलिस ने उसे दबोचकर उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया।
जानकारी के अनुसार पुलिस ने अमन उर्फ खलनायक के पास से दो असले के साथ ही कई जिंदा कारतूस भी बरामद किए है। बताया जाता है कि अमन न केवल 5 जनवरी को नोहरिया बाजार में गोलीबारी मामले में वांछित है, बल्कि एनडीपीएस के दो मामलों में भी पुलिस को उसकी तलाश थी। बताया जाता है कि उसके खिलाफ लगभग डेढ़ दर्जन अपराधिक मामले दर्ज है। वह नशा तस्करी के कारोबार से जुड़ा हुआ है।
- नाक का सवाल बना था खलनायक
अमन उर्फ खलनायक की गिरफ्तारी सिरसा पुलिस के नाक का सवाल बन गई थी। चूंकि 25 जनवरी को रानियां गेट निवासी महेंद्र व उसके साथी को गोली मारकर घायल कर दिया था। हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सर्व समाज की ओर से 28 जनवरी को रानियां गेट पर जाम लगाया गया। साथ ही 30 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया गया था। पुलिस की ओर से अमन उर्फ खलनायक की धरपकड़ के लिए लगातार दबिश दी गई लेकिन वह ठिकाने बदलकर बचता रहा। सर्व समाज की ओर से 31 जनवरी को सुबह से दोपहर तक सिरसा बंद का आह्वान किया गया। जिसकी वजह से सिरसा पुलिस के लिए अमन को धर दबोचना नाक का सवाल बन गया।
- क्या था मामला
दरअसल, 25 जनवरी को नोहरिया बाजार की गली मस्जिद वाली में महेंद्र नामक व्यक्ति को गोली मार दी गई थी। घायल की शिकायत पर अमन खलनायक व उसके दोस्त के खिलाफ भादंसं की धारा 307 व आर्म एक्ट के मामला दर्ज किया था। अपनी शिकायत में महेंद्र ने बताया था कि वह 25 जनवरी की सांय को अपने दोस्त के साथ प्रकाश भार्गव के निधन पर शोक जताकर अपने घर आ रहा था। गली मस्जिद वाली से अपने घर रानियां गेट की ओर जाते वक्त अचानक पीछे से बाइक पर आए 3 लोगों ने उन पर फायरिंग कर दी, जिसमें वे दोनों घायल हो गए।
- सीआईए सिरसा का जवाब नहीं
सीआईए सिरसा हर कसौटी पर खरी उतरी है। जब-जब पुलिस के सामने चुनौती आई, तब-तब सीआईए ने उस चुनौती का सामना किया। सीआईए प्रभारी इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार अपने अनुभव, कौशल व अपने मुखबीरों के बलबूते अनेक ब्लाइंड गुत्थियों को सुलझाने का कारनामा कर दिखाया है। हाल ही में हिसार रोड पर अंडा कारोबारी से हुई लूट की गुत्थी को भी सीआईए ने सुलझाकर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम किया। सीआईए सिरसा प्रभारी प्रदीप कुमार वर्तमान में पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन की मजबूत एवं विश्वस्त टीम के ‘हीरोÓ है।