चेतन भारत लर्निंग का हरियाणा पब्लिक सर्विस की परीक्षा में धमाल
कमल परिवार में दूसरे नंबर पर हैं। उसने तमिलनाडु से बीटेक की पढ़ाई की हुई है। पिता के कहने पर उन्होंने दिल्ली स्थित एक निजी संस्थान से सिविल सर्विसेज की तैयारी की थी। पहली बार में ही उन्होंने पूरे हरियाणा में पहला स्थान हासिल किया है। पूरे गांव पर हमेशा ही माता जयंती देवी का आशीर्वाद रहा है। वहीं कमल के पिता ने बताया कि उनके घर पर गांव के लोग बधाई देने के लिए आ रहे हैं। बेटे की सफलता में गांव के सभी लोग एवं उसकी शिक्षकों का पूरा सहयोग रहा है श। पूरे गांव में मिठाई बांटकर इसकी खुशी मनाई जा रही है।
- हाल ही में हुए एचसीएस, डीएसपी, ईटीओ और डीएफएससी के 156 पदों में सीबीएल के 80 परीक्षार्थियों का चयन
- मुफ्त शिक्षा का प्रावधान करता है सीबीएल : रैंक 1 कमल चौधरी ने भी सीबीएल से ली है कोचिंग
अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली – 07 फरवरी :
चेतन भारत लर्निंग (सीबीएल ) ने हरियाणा पब्लिक सर्विस के हाल ही में 156 पदों के लिए हुए चयन में 80 परीक्षार्थी उत्तीर्ण कर धमाल कर दिया। पहले 10 रैंक में सीबीएल के 5 बच्चों का चयन हुआ। सीबीएल के कमल चौधरी ने पहला रैंक हासिल किया। चेतन भारत लर्निंग ने इससे पहले पीसीएस और आईएएस में भी क्रमशः 48 और 4 बच्चों का चयन करवा चुके हैं। सीबीएल ने इनके लिए मुफ्त शिक्षा का प्रावधान किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार देशराज चौधरी हरियाणा ट्रांसपोर्ट विभाग में सहायक के पद पर कार्यरत हैं। वह अपने दफ्तर में अधिकारियों को आते-जाते देख अपने बच्चों को भी इसी पद पर पहुंचाना चाहते थे। उनके तीन बच्चे हैं। सबसे बड़ी उनकी बेटी कामिनी ने भी हरियाणा न्यायिक सेवा की परीक्षा पास कर ली थी, लेकिन लेकिन साक्षात्कार में उन्हें सफलता नहीं मिली। वह आजकल पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में वकालत के साथ आगे की तैयारी कर रही हैं।
कमल परिवार में दूसरे नंबर पर हैं। उसने तमिलनाडु से बीटेक की पढ़ाई की हुई है। पिता के कहने पर उन्होंने दिल्ली स्थित एक निजी संस्थान से सिविल सर्विसेज की तैयारी की थी। पहली बार में ही उन्होंने पूरे हरियाणा में पहला स्थान हासिल किया है।
कमल का छोटा भाई अभी ग्रेजुएशन कर रहा है। वह भी इसी साल 26 जनवरी की परेड में नेशनल कैडेट कोर एनसीसी की तरफ से शामिल हुआ था। उसकी टीम को पूरे देश में तीसरा स्थान हासिल हुआ था। कमल की मां एक ग्रहणी है। कमल की मां संतोष का कहना है कि उनके बेटे को मिली सफलता माता जयंती देवी का आशीर्वाद है।
पूरे गांव पर हमेशा ही माता जयंती देवी का आशीर्वाद रहा है। वहीं कमल के पिता ने बताया कि उनके घर पर गांव के लोग बधाई देने के लिए आ रहे हैं। बेटे की सफलता में गांव के सभी लोग एवं उसकी शिक्षकों का पूरा सहयोग रहा है श। पूरे गांव में मिठाई बांटकर इसकी खुशी मनाई जा रही है।