बजट गरीब , युवा बेरोजगार ,छोटे व्यापारी व किसान विरोधी : हनुमान वर्मा 

केन्द्र सरकार ने 2024 लोकसभा में राजनीतिक लाभ साधने वाला बजट पेश किया , जनमानस से कोई सरोकार नहीं : वर्मा 

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, हिसार  – 03 फरवरी :

                        कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हनुमान वर्मा ने प्रैस में जारी बयान में कहा कि ये बजट गरीब,युवा बेरोजगार ,छोटे व्यापारी व किसान विरोधी है । बजट दिशाहीन ओर धरातल से विपरीत है। 

                        वर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा जीएसटी में कोई कटौती नहीं की गई । पैट्रोल-डीजल , सीमेंट और उर्वरक के दाम कम किए जाने की संभावना थी, उन उम्मीदों पर पानी फिर गया । जिसका सीधा असर किसान ,छोटे व्यापारी और आम जनमानस पर पड़ेगा।

                        वर्मा ने कहा कि आटा-दाल, चावल, दही, छाछ, परांठे अर्थात रोजमर्रा की चीजों पर टैक्स हटाने की संभावनाएं थीं । पर ऐसा नहीं हुआ । गरीबों पर इस बजट का सीधा असर पड़ेगा । सोना-चांदी बजट के बाद तेजी से बढ़ा है। गरीब हो या अमीर हर शादी-ब्याह में सोना-चांदी की जरूरत पड़ती है लेकिन शायद सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं । फिर भी भाजपा वाले राग अलाप रहे हैं कि बजट बहुत अच्छा ?? 

                        वर्मा ने कहा इस बजट के कारण आने वाले समय में महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी बढ़ेगी। देश के हालात बिगडेंगे। नौजवानों के सामने रोजगार के संकट खड़े होंगे। ऐसा शायद पहली बार हुआ है कि जब बजट में किसी भी वर्ग को कुछ मिला नहीं। सभी वर्गों के साथ खाली । 

                         वर्मा ने कहा ये बजट अमीरों को ओर अमीर बनाने का योजनाबद्ध तरिका है जो बजट के माध्यम से सरकार ने कर दिया । इस बजट में अमीरों को इस तरह से फायदा दिया गया है कि कोई विरोध भी न कर सके। 

                        वर्मा ने कहा कि इस बजट से पहले जीवन बीमा पर मिलने वाली मैच्योरिटी की रकम आयकर से मुक्त थी। बीमा प्रीमीयिम पर पहले जीएसटी लगाया गया और अब इस बजट में प्रावधान है कि मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम पर भी आयकर लिया जाएगा। जीवन बीमा करवा कर लोग अपना बुढ़ापा सुरक्षित करते थे । उस पर आयकर लगाकर बुड्ढों का बुढ़ापा भी असुरक्षित कर दिया । फिर भी भाजपा के नेताओं में होड़ लगी है इस बजट को अच्छा बताने की । 

                        वर्मा ने कहा कि बजट में जीएसटी में भी कोई छूट नहीं दी गई । सरकार ने ऐसा बजट सिर्फ 2024 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए किया । ये सिर्फ राजनीतिक बजट है । इसका आमजन मानस से कोई लेना देना नहीं ।