Sunday, December 22

 मोदी सरकार बड़ी-बड़ी बातें महिला सुरक्षा की पिछले 9 साल से करती आ रही है लेकिन बजट में महिलाओं के लिए कुछ भी नहीं 

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : वित्त मंत्री ने भारत सरकार का बजट पेश किया जिसमें चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की अध्यक्षा दीपा दुबे ने चंडीगढ़ की महिलाओं का दुख बयान करते हुए कहा है कि महिलाओं की रसोई का बढ़ता हुआ खर्च मोदी सरकार के बजट से कोसों दूर है।

दीपा ने कहा कि महिला की सुरक्षा और महिलाओं की हाइजीन और युवतियों की पढ़ाई और रोजगार पर कोई भी बजट में प्रावधान नहीं रखा गया। 
चंडीगढ़ महिला कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार का बजट मध्यमवर्गीय और गरीब रेखा की महिलाओं के विरुद्ध है।
उन्होंने कहा कि जो सर्राफा महिलाओं के लिए ₹200000 पर 7:30 पर्सेंट ब्याज 2 साल के लिए दिया है वह एक बहुत बड़ा महिलाओं के साथ धोखा है। क्योंकि नोट बंदी के कारण आज के समय में महिलाओं के पास इतना धन कहां पर है और जो धन महिलाएं अपने परिवार के लिए इकट्ठा कर कर रखती थी वह आज के समय में इतनी महंगाई में इतना धन और देश में बहुत से मध्यम वर्ग और निम्न वर्ग की महिलाओं का बैंकों में खाता भी नहीं खुला हुआ अगर यही सही ढंग से बजट में प्रस्तुत करना ही था तो प्रतिमाह महिला द्वारा अपने खाते में जमा कराई गई कोई भी राशि पर ब्याज दिया जाता जिससे महिला मजबूत होती। 
अंत में दीपा दुबे ने कहा की मोदी सरकार द्वारा 2023 का बजट महिला विरोधी है।