पालिका के अतिक्रमण हटाते दस्ते पर हमला दो घायल : दो गिरफ्तार – जमानत पर छूटे

करणी दान सिंह राजपूत , डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ 3 जनवरी :

 नगर पालिका अतिक्रमण निरोधक दस्ते ने आज सुबह वार्ड नंबर 26 में एक अतिक्रमण का सफाया किया। नगर पालिका स्टाफ जब अतिक्रमण हटा रहा था तब उन पर मुकेश स्वामी ने ईंटें फेंक मार कर विरोध किया।

 कब्जा धारी ने इंटें फेंकने शुरू कर दी जिससे जेसीबी का एक शीशा टूटा। कालूराम सेन के हाथ में चोट आई एक सफाई कर्मी अजय नाम के व्यक्ति के सिर में चोट लगी जिसे हॉस्पिटलाइज किया गया। अधिशासी अधिकारी विजयप्रतापसिंह भी सूचना मिलने पर घायल कर्मचारियों को देखने चिकित्सालय पहुंचे। उनकी उपस्थिति में ईलाज शुरू हुआ।

 सिटी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मौके से दो व्यक्तियों मुकेश स्वामी उर्फ फौजी सूरतगढ़ और इंद्रजीत पुत्र दयाला राम मेघवाल निवासी मोकलसर हाल निवासी वार्ड नंबर 26 को शांतिभंग में गिरफ्तार किया। उन्हें शाम के समय उपखंड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। उपखंड मजिस्ट्रेट के समक्ष वकील रविकांत शर्मा और वकील चानन मल स्वामी व एक अन्य वकील ने पैरवी की।  

वकीलों ने कहा कि शांति भंग मुकेश आदि ने नहीं की बल्कि नगरपालिका के स्टाफ ने की है।

 मुकेश तो अपने घर में सो रहा था। नगरपालिका का स्टाफ सूर्य उगने से पहले 5:30 बजे वहां अतिक्रमण को तोड़ने पहुंच गया जो गलत है।आरोप लगाया गया कि नगरपालिका ने सारा सामान उठाया सोने की चेन ₹10000 आदि भी ले गए इसलिए उन पर भी मुकदमा होना चाहिए।

शांतिभंग नगरपालिका स्टाफ ने की है।

उपखंड मजिस्ट्रेट पुलिस अधिकारी से भी गिरफ्तारी बाबत पूछा।

उपखण्ड मजिस्ट्रेट ने दोनों ओर से सुनवाई करने के बाद में आदेश दिया कि दोनों अभियुक्तों की दस दस हजार रू. की  दो दो जमानते और मुचलका दिया जाए।  जमानत दाता की मासिक आय एक लाख रू प्रतिमाह हो।

 रविकांत वकील ने बताया कि दोनों को जमानत पर छोड़ दिया गया है। 

 इन्दजीत की तरफ से उपखंड मजिस्ट्रेट के  समक्ष एक एप्लीकेशन नगरपालिका के कालूराम सेन आदि के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करने की दी गई थी। जो उपखंड मजिस्ट्रेट ने थानाधिकारी के नाम मार्क कर दी। उक्त एप्लिकेशन थानाधिकारी को प्रस्तुत कर दी गई।०

सुरतिया में 94 एकड़ भूमि से जलभराव की समस्या का होगा स्थाई समाधान : उपायुक्त पार्थ गुप्ता

  • पाइप लाइन बिछाकर रोड़ी-घग्घर ड्रेन में छोड़ा जाएगा पानी

डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालांवाली – 03 जनवरी  :  

            उपायुक्त मंगलवार को बाढ़ बचाव संबंधी प्रबंधों का जायजा लेने के लिए सबसे पहले गांव सुरतिया के खेतों का निरीक्षण करने पहुंचे तथा वहां पर जलभराव व सेम की स्थिति का जायजा लिया।

            उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र की करीब 94 एकड़ भूमि से जलभराव व सेम की समस्या का स्थाई समाधान करने के लिए करीब 25 लाख रुपये की लागत से सवा दो किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाकर रोड़ी-घग्घर ड्रेन में पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी।

            जून माह तक पाइप बिछाने का काम पूरा होना चाहिए ताकि आगामी बारिश के सीजन में इस क्षेत्र में जलभराव व सेम की समस्या न रहे।

मुख्यमंत्री ने नशा तस्करों की जायदाद ज़ब्त करने के दिए आदेश 

  • घृणित जुर्म में शामिल अधिकारियों के खि़लाफ़ सख़्त करवाई करने के लिए कहा
  • गांवों को नशा मुक्त करने के लिए गाँव वासियों को सर्वसम्मति से प्रस्ताव लाने का न्योता

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

            राज्य में नशों की कुरीति के खि़लाफ़ जंग और तेज़ करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज अधिकारियों को नशा तस्करी के घृणित जुर्म में शामिल तस्करों की जायदाद कुर्क करने के हुक्म दिए हैं।

            राज्य में अमन-कानून की व्यवस्था का जायज़ा लेने के लिए मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने नशों के बीमारी को जड़ से उखाड़ने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ वचनबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नशों की तस्करी में शामिल बड़ी मछली को पहले ही जेल की सलाखों के पीछे पहुँचा दिया है। उन्होंने कहा कि नशा तस्करों के खि़लाफ़ सख़्त कार्यवाही करते हुए तुरंत इनकी जायदाद ज़ब्त की जाये।

            मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कानून में अपेक्षित संशोधन करने की ज़रूरत हुई तो तुरंत किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी पुलिस अधिकारी के अधिकार क्षेत्र में नशा की बिक्री का मामला सामने आया तो इस कोताही के लिए वह अधिकारी ही जवाबदेह होगा। भगवंत मान ने कहा कि नशों की तस्करी में शामिल अधिकारियों के खि़लाफ़ भी सख़्त से सख़्त कार्यवाही की जायेगी।

            मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कहा कि गाँव वासियों की तरफ से अपने-अपने गाँवों को नशा मुक्त बनाने के लिए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास करने को यकीनी बनाया जाये। भगवंत मान ने कहा कि इनको ग्रामीण विकास फंड के अंतर्गत दी जातीं ग्रांटें और अन्य लाभ देने को प्राथमिकता दी जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव पास करने वाले गाँवों की सुरक्षा को पूरी तरह यकीनी बनाया जायेगा।

मान सरकार दिढ़बा और हंडिआया में सिवरेज सिस्टम की सुविधा प्रदान करने के लिए 12.07 करोड़ रुपए ख़र्च करेगी : डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर

राज्य सरकार का मुख्य मकसद राज्य के लोगों को बुनियादी सहूलतें, स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त वातावरण प्रदान करना

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर ने बताया कि पंजाब सरकार ने संगरूर के दिढ़बा और बरनाला के हंडिआया में सिवरेज सिस्टम की सुविधा मुहैया करवाने के लिए लगभग 12.07 करोड़ रुपए ख़र्च करने का फ़ैसला किया है। इस सम्बन्धी पंजाब जल सप्लाई सिवरेज बोर्ड की तरफ से दफ़्तरी कार्यवाही शुरू कर दी गई है।

स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य के लोगों को बुनियादी सहूलतें, साफ़ सुथरा और प्रदूषण रहित वातावरण मुहैया करवाने के लिए हर संभव यत्न कर रही है। इस दिशा में काम करते हुए राज्य भर में विकास कार्य करवाए जा रहे हैं।

इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर ने बताया कि संगरूर के दिढ़बा में यूपीवीसी पाईप सिवरेज बिछाने और मैनहोल के निर्माण, सीवर हाऊस कुनैकशन मुहैया करवाने और अन्य सम्बन्धित कामों के लिए लगभग 7.80 करोड़ रुपए ख़र्च किये जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसी तरह बरनाला जिले के हंडिआया में यूपीवीसी पाईप सिवरेज और मैनहोल का निर्माण, सीवर हाऊस कुनैकशन मुहैया करवाने और अन्य सम्बन्धित कामों के लिए भी लगभग 4.27 करोड़ रुपए ख़र्च किये जाएंगे।

मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार का मुख्य मकसद राज्य के लोगों को बुनियादी सहूलतें, साफ़-सुथरा और प्रदूषण रहित वातावरण मुहैया करवाना है। इसलिए पंजाब सरकार राज्य के विकास कामों को विशेष प्राथमिकता दे रही है।

उन्होंने पंजाब जल सप्लाई और सिवरेज बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभाग के कामों में पारदर्शिता और गुणवत्ता को यकीनी बनाया जाये।

बैंस द्वारा डिप्टी कमिशनरों को मौसम के मद्देनज़र राज्य के स्कूलों में छुट्टियों सम्बन्धी हुक्म की पालना न करने वाले स्कूल के खि़लाफ़ कार्यवाही के हुक्म

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने जिले के समूह डिप्टी कमिशनरज़ को आदेश दिए हैं कि जो स्कूल पंजाब सरकार की तरफ से राज्य के सरकारी और प्राईवेट स्कूलों में छुट्टी करने सम्बन्धी आदेश का उल्लंघन कर रहे हैं, उनके खि़लाफ़ तुरंत सख़्त कार्यवाही करने के हुक्म दिए हैं।

 बैंस ने बताया कि कड़ाके की ठंड और धुंध के कारण विद्यार्थियों और अध्यापकों की सेहत सुरक्षा के मद्देनज़र पंजाब सरकार की तरफ से तारीख़ 08 जनवरी, 2023 तक राज्य के सभी स्कूलों में की गयी छुट्टियों सम्बन्धी हुक्म जारी किये गए थे।

उन्होंने बताया कि राज्य के कुछ प्राईवेट स्कूलों के खि़लाफ़ शिकायतें मिलीं हैं कि वह सरकार के हुक्मों का उल्लंघन करके स्कूल खोल रहे हैं।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि उनको ज़िला रोपड़ के एक प्राईवेट स्कूल के खुलने सम्बन्धी शिकायत मिली थी, जिस पर कार्यवाही करते हुये सम्बन्धित प्राईवेट स्कूल को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है।

शिक्षा मंत्री ने राज्य सरकार के हुक्मों को यथावत लागू करवाने के लिए राज्य के समूह डिप्टी कमिशनरों को आदेश दिए हैं कि हुक्मों का उल्लंघन करने वाले स्कूल के खि़लाफ़ तुरंत सख़्त कार्यवाही अमल में लाई जाये।

 बैंस ने कहा राज्य सरकार के हुक्म हर किस्म के सभी स्कूलों पर लागू होंगे और वह किसी भी प्राईवेट अदारे को सरकारी हुक्मों का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं देंगे।

चोरमार साहिब में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश उत्सव के उपलक्ष्य में नगरकीर्तन सजाया गया 

  • नगरकीर्तन में दशमेश स्कूल के बच्चों ने किया गुरबाणी कीर्तन व गतका के दिखाए जौहर

डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालांवाली – 03 जनवरी  :  

            क्षेत्र के लोगों के लिए श्रद्धा व आस्था का केंद्र गुरद्वारा साहिब चोरमार में मंगलवार को श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश उत्सव के उपलक्ष्य में नगरकीर्तन सजाया गया। पांच प्यारों की अगुवाई में श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी की सुंदर पालकी के साथ गुरद्वारा साहिब चोरमार से शुरू होकर नगरकीर्तन गांव के मुख्य मार्गो से गुजरते हुए गुरद्वारा साहिब में समाप्त हुआ।

            गांव में सिख संगत द्वारा नगरकीर्तन का भव्य स्वागत किया गया व अनेक स्थानों पर चाय व मिष्ठान के लंगर लगाए गए। नगरकीर्तन में दशमेश स्कूल के बच्चों ने गुरबाणी कीर्तन किया व गतका के जौहर दिखाए। गुरद्वारा साहिब चोरमार के मुख्य सेवदार सन्त बाबा गुरपाल सिंह ने कहा कि श्री गुरु गोविंद सिंह सदी के संत और सिपाही दोनों रहे है। उन्होंने अपनी और अपने पूरे परिवार की शहादत दी जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।

            सिख पंथ ने हमेशा समाज की सेवा की है और बच्चों को सिख इतिहास के बारे में जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने इस पर्व पर सभी को बधाई देते हुए सुख शांति की कामना की। इस मौके पर गांव व आस पास क्षैत्र के अनेक गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया

इस साल लागू होगी नयी खेल नीति: मीत हेयर

खेल मंत्री ने नयी खेल नीति के मसौदे पर माहिरों की कमेटी के साथ की मैराथन चर्चा

खिलाडिय़ों को नौकरियाँ, नकद इनाम, नया टेलेंट ढूँढने, स्कूलों-कालेजों को खेल का केंद्र बनाने और कोचों के लिए अवार्ड शुरू किये जाएं

पंजाब खेल विभाग द्वारा बनाई जा रही नयी खेल नीति इस साल लागू कर दी जायेगी। यह बात पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने आज यहाँ पंजाब भवन में खेल नीति के मसौदे पर विचार-विमर्श करने के लिए चली मैराथन मीटिंग के उपरांत जारी प्रैस बयान में कही।

विभाग के सीनियर अधिकारियों और माहिरों की कमेटी के साथ तीन घंटे चली मीटिंग में इस बात पर ज़ोर दिया गया कि पंजाब में खेल माहौल सृजन करने के लिए रचनात्मक काम किये जाएं और खिलाडिय़ों और कोचों को उत्साहित किया जाये। मसौदे में खिलाडिय़ों को नौकरियां, नगद इनाम, नया टेलेंट ढूँढ कर उसे बढिय़ा मंच मुहैया करवाने, स्कूलों-कॉलेजों को खेल का केंद्र बनाने, कोचों के लिए अवार्ड शुरू किये जाएँ।

खेल नीति में खेल के क्षेत्र में पंजाब का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रौशन करने वाले खिलाडिय़ों को उपलब्धियां अनुसार नौकरियाँ देने को प्रमुखता देने की बात कही गई। खिलाडिय़ों को दिए जाते नकद पुरुस्कारों की सूची वाले खेल टूर्नामैंटों में वृद्धि पर विचार किया गया जैसे कि पैरागेमज़, एक साल या दो साल के दरमियान होने वाले विश्व कप और अलग-अलग खेलों के प्रतिष्ठित टूर्नामैंटों को शामिल करने का फ़ैसला किया गया।

नयी खेल नीति में कोचों की अहमीयत पर ज़ोर देते हुये जहाँ विभाग में नये कोच भर्ती करने पर ज़ोर दिया जायेगा वहीं खिलाडिय़ों को दिए जाते महाराजा रणजीत सिंह अवार्ड की तजऱ् पर कोचों के लिए भी स्टेट अवार्ड शुरू करने की सैद्धांतिक मंजूरी दी गई। महाराजा रणजीत सिंह अवार्ड को हर साल देने का प्रबंध किया जाये।

पंजाब में खेल अनुकूल माहौल सृजन करने के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों का डेटाबेस आधारित एप और वैबसाईट तैयार करने पर बातचीत हुई। अपने-अपने इलाकों में खेल के लिए कुछ करने की इच्छा रखते प्रवासी पंजाबियों की सुविधा के लिए पोर्टल बनाया जाये। इसके इलावा नामी खिलाडिय़ों के गांवों/शहरों की एंट्री पर खिलाड़ी से सम्बन्धित बोर्ड लगाए जाएँ। स्टेडियमों के नाम खिलाडिय़ों पर रखने पर भी विचार किया गया। पंजाब की खेल उपलब्धियों को दर्शाता राज्य में एक म्युजिय़म बनाने पर भी विचार किया गया।

खेल विभाग को अगले सैशन 2023-24 के लिए कैलंडर तैयार करने के निर्देश दिए गए जो स्कूल गेमज़ और यूनिवर्सिटी गेमज़ की तरीखों को ध्यान में रख कर बनाया जाये जिससे किसी अन्य खेल मुकाबले से तरीखों का मेल न हो। इसी तरह पंजाब की यूनिवर्सिटियों की अंतर- यूनिवर्सिटी खेल करवाने का प्रस्ताव रखा गया।

खेल वतन पंजाब के विजेता खिलाडिय़ों में से खिलाडिय़ों का एलीट पुल बना कर उनको राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के मुकाबलों के लिए तैयार करने पर ज़ोर दिया गया। इसी तरह चुनिन्दा खेलों की अकैडमियां स्थापित करने के बारे भी विचार किया गया। कालेजों में खेल विंग बढ़ाने और स्कूलों में खेल गतिविधियों के लिए समय निर्धारित करने पर भी विचार किया गया।

मीटिंग में प्रमुख सचिव राज कमल चौधरी, खेल विभाग के डायरैक्टर राजेश धीमान के इलावा नयी खेल नीति बनाने के लिए बनाई माहिरों की कमेटी के सदस्यों पूर्व डी. जी. पी. राजदीप सिंह गिल, द्रोणाचार्य ऐवार्डी गुरबख़श सिंह संधू, महाराजा भुपिन्दर सिंह पंजाब खेल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर लैफ्टिनैंट जनरल (रिटा.) जे. एस. चीमा और रजिस्ट्रार कर्नल एन. एस. संधू और गुरू कांशी यूनिवर्सिटी तलवंडी साबो के खेल डायरैक्टर डा. राज कुमार शर्मा ने अपने- अपने सुझाव दिए जिन पर खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने विस्तार में चर्चा की और नयी बनाई जा रही खेल नीति के मसौदे पर और विचार करने के लिए अगले हफ्ते कमेटी की मीटिंग का फ़ैसला किया।

मीटिंग में स्पोर्टस अथॉरिटी आफ इंडिया की तरफ़ से ललित लोहानी और गुरिन्दर कौर, डिप्टी डायरैक्टर (कालेज) अश्वनी भल्ला, सहायक डायरैक्टर (स्कूल) सुनील कुमार, जि़ला खेल अफ़सर गुरदीप कौर भी उपस्थित थे।

शिविर में भारतीय प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई  

डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालांवाली – 03 जनवरी  :  

            राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कालांवाली में चल रहे सात दिवसीय एनएसएस विशेष शिविर के दूसरे दिन सहीराम चाहर खंड शिक्षा अधिकारी औढा मुख्यातिथि मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे| शिविर की शुरुआत प्रार्थनासभा के साथ की गई|उन्होंने प्रथम भारतीय महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए|खंड शिक्षा अधिकारी ने स्वयंसेवकों के साथ श्रमदान करते हुए उन्हें प्रेरित किया|

            उन्होंने स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर का महत्व बताया| ये शिविर आपको अच्छे नागरिक, समाज में आपकी भूमिका, समाज सेवा की भावना पैदा करते है| युवा विद्यार्थी ही देश की रीढ़ होते है, उन्हें अच्छी दिशा में चलकर अपने भविष्य का निर्माण करना चाहिए| शिविर के प्रथम चरण में स्वयंसेवकों ने श्रमदान करते हुए विद्यालय प्रवेश द्वार के पास लगी कंटीली झाड़ियों को उखाड़ा| दीवारों के साथ उगी हुई खरपतवार को हटाते हुए स्वच्छ्ता का कार्य किया| उबड़- खावड़ रास्तों को समतल बनाने में विशेष योगदान दिया|

            दूसरे चरण में प्राध्यापक रुपिन्द्र गुरैयां ने प्रथम भारतीय महिला शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनका जीवन संघर्ष विस्तारपूर्वक स्वयंसेवकों को बताया| सावित्री बाई शिक्षक होने के साथ  भारत के नारी मुक्ति आंदोलन की पहली नेता, समाज सुधारक  थी| उन्होंने बालिकाओं को शिक्षित करने के लिए समाज का कड़ा विरोध झेलना पड़ा| कार्यक्रम अधिकारी मनोहर खनगवाल ने सावित्री बाई के बारे बताया कि उन्होंने  अपने 9छात्राओं के साथ महिलाओं के लिए पहले स्कूल की स्थापना 3 जनवरी 1848 में पुणे में की |  उन्हें इस दौरान विद्यालय चलाना बहुत मुश्किल था लोग उस पर पत्थर तथा कीचड़ फेंकने लगते थे क्योंकि उस समय महिलाओं को शिक्षा का अधिकार नहीं था| जातिवाद,छूआ-छूत, सतीप्रथा, बाल विवाह अपने चरम पर था|

            उन्होंने इन सभी सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए अपना जीवन समाज सेवा में अर्पित कर दिया| स्वयंसेवकों ने ध्यान मग्न होकर उनके जीवन संघर्ष के बारे में सुना और उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया|

            इस अवसर पर रेणु बाला, गुरप्रीत सिंह,गुरदीप सिंह,हरपाल सिंह,नम्रता गोयल, विनोद कुमार,अंजु रानी,राजन गर्ग, दीपिका, रजनी सेठी, देवेंद्र फौजी स्टाफ सदस्य मौजूद रहे|

स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जोड़ेमाजरा द्वारा छाती के कैंसर की प्राथमिक जांच के लिए सिवल अस्पताल समाना में स्थापित डिजिटल स्क्रीनिंग डिवाइस का किया उद्घाटन

डिवाइस से बिना किसी स्पर्श, दर्द या रेडीएशन के बिना होगी छाती के कैंसर की प्राथमिक जांच

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब सरकार की तरफ से पंजाब के निवासियों को मानक स्वास्थ्य सहूलतें उपलब्ध करवाने के मंतव्य से आज सिवल अस्पताल समाना में ब्रैस्ट कैंसर ए. आई. डिजिटल प्रोजैक्ट के अंतर्गत छाती के कैंसर की प्राथमिक जांच एक नयी तकनीक से करने संबंधी स्थापित किये थर्मल स्क्रीनिंग डिवाइस का उद्घाटन माननीय स्वास्थ्य मंत्री पंजाब स. चेतन सिंह जोड़ामाजरा ने करके लोगों को समर्पित किया। इस मौके पर बोलते हुये स्वास्थ्य मंत्री पंजाब स. चेतन सिंह जोड़ामाजरा कहा कि पंजाब में ब्रैस्ट कैंसर एक गंभीर बीमारी है जिसके केस हर साल 5 प्रतिशत की दर से बढ़ रहे हैं। साल 2021 के आंकड़ों के अनुसार पंजाब में 4446 मरीज़ इस बीमारी साथ पीड़ित हैं। इनमें से ज़्यादातर मरीज़ों की पहचान तीसरी या चौथी स्टेज़ पर होती है। जिसका बड़ा कारण लोगों में इस बीमारी के लक्षणों की पहचान संबंधी जागरूकता की कमी और ब्रैस्ट कैंसर की स्क्रीनिंग जल्द न होना है। उन्होंने कहा कि यदि छाती के कैंसर की पहचान समय पर हो जाती है तो जहाँ इसका इलाज आसान हो जाता है वहीं इस बीमारी की गंभीरता से भी बचा जा सकता है। इसका पूरी तरह इलाज किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस मंतव्य से स्वास्थ्य विभाग की तरफ से निरमय और रौशे इंडिया के सहयोग से पंजाब में तीस साल से अधिक उम्र की हरेक औरत का इस बीमारी संबंधी नयी डिजिटल तकनीक के द्वारा मुफ़्त टैस्ट करने के लिए एक प्रोजैक्ट शुरू किया गया है। जिसके अंतर्गत आज समाना के सिवल अस्पताल में इस टैस्ट की शुरुआत की गई है। यह टैस्ट छाती के कैंसर की जांच के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले एक और टैस्ट मैमोग्राफ़ी के समान है जिसकी लागत लगभग 2000 रुपए है, परंतु सरकार की तरफ से यह टैस्ट बिल्कुल मुफ़्त किया जायेगा। इस तरह ब्रैस्ट कैंसर की प्राथमिक जांच और मुफ़्त जांच प्रदान करने वाला पंजाब देश का पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि इस तरह की तकनीक को एक मोबायल वैन के द्वारा गाँव-गाँव तक पहुंचाने की कोशिश की जायेगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, निरमय और रौशे इंडिया को बधाई दी जो राज्य सरकार के मंतव्य अनुसार गरीब लोगों को बढ़िया स्वास्थ्य सहूलतें देने के लिए हमेशा यत्नशील रहते हैं। उन्होंने कहा कि सिवल अस्पताल समाना में दो और डायलसिस मशीनें स्थापित हो गई हैं जोकि जल्द ही काम करना शुरू कर देंगी। इसके इलावा यहाँ मरीजों के लिए अल्ट्रासांउंड की सुविधा भी जल्द शुरू करवाई जायेगी। उन्होंने कि कहा कि पंजाब के अलग-अलग अस्पतालों में स्टाफ की कमी को जल्द ही पूरा किया जायेगा।

डायरैक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पंजाब डा. रणजीत सिंह घौतरा ने आम लोगों से अपील की कि वह इस तरह की बीमारियों के बारे जागरूक हों और सरकार की तरफ से मुहैया करवाई जा रही इस मुफ़्त सुविधा का अधिक से अधिक लाभ उठाएं जिससे छाती के कैंसर जैसी घातक बीमारी को समय रहते पहचाना जा सके और शिनाख़्त किये गए मरीज़ का योग्य इलाज करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री कैंसर राहत कोष योजना के अंतर्गत हर कैंसर पीड़ित मरीज़ का 1.5 लाख रुपए तक का इलाज सरकारी और मान्यता प्राप्त अस्पतालों में मुफ़्त करवाया जा रहा है। इस मौके पर सहायक डायरैक्टर कम नोडल अफ़सर डा. सन्दीप सिंह की तरफ से प्रोग्राम के बारे विस्तार में जानकारी दी और बताया कि इस प्रोजैक्ट के अंतर्गत चरणबद्ध ढंग से पंजाब के सभी जिलों को कवर किया जा रहा है। सिवल सर्जन डा. दलबीर कौर की तरफ से मुख्य मेहमान और आये हुये सभी अधिकारियों का स्वागत किया गया और बताया कि इस प्रोजैक्ट के अंतर्गत जिले के पैरा मैडीकल स्टाफ को प्रशिक्षण देकर और सर्वे करवा कर छाती के कैंसर के लक्ष्णों वाली शक्की औरतों की सूची तैयार की गई है जिन की अलग-अलग ब्लॉकों में जाकर टीम की तरफ से इस डिवाइस के द्वारा प्राथमिक जांच की जायेगी। सीनीयर मैडीकल अफ़सर डा. रिश्मा भोरा द्वारा आये हुए सभी मेहमानों का धन्यवाद किया। इस मौके पर ज़िला परिवार कल्याण अफ़सर डा. एस. जे. सिंह, निरमय संस्था के सी. ओ. विक्की नन्दा, प्रोग्राम मैनेजर तरनजीत कौर, ज़िला मास मीडिया अधिकारी कृष्ण कुमार, समूह स्टाफ और जांच करवाने आईं औरतें भी शामिल थी।

बाग़बानी विभाग के साल अंत : मान सरकार ने किसान-हितैषी विभिन्नता का आधार बांधा

इंडो-डच्च सहयोग से प्याज़ की आधुनिक खेतीकारी के लिए संगरूर में सैंटर आफ एक्सीलेंस होगा स्थापित

प्याज़ की खेती को बढ़ावा देने के लिए अपनाई जायेगी पोस्ट हारवैस्ट तकनीक

रिवायती फसलों के विकल्प के तौर पर अन्य फसलों की खेती से किसानों की आय में होगा विस्तार और फ़सलीय विभिन्नता के लिए होगा रास्ता साफ

पोषण सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए पंजाब सरकार ने राज्य के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में 1.25 लाख से अधिक फलदार पौधे लगाए

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब सरकार द्वारा राज्य में किसानों की आय बढ़ाने और फ़सलीय विभिन्नता को यकीनी बनाने की योजनाओं को अमली जामा पाने के लिए बाग़बानी विभाग द्वारा राज्य में चलाए जा रहे सैंटर आफ एक्सीलेंस के द्वारा राज्य का दोगुना क्षेत्रफल बाग़बानी के तहत लाने के लिए सभी संभव यत्न किये जा रहे हैं।

पोषण सुरक्षा को ज़मीनी स्तर पर यकीनी बनाने के लिए पंजाब सरकार की अहम और अभिलाषी मुहिम शहीद-ए-आज़म सरदार भगत सिंह हरियाली लहर के हिस्से के तौर पर राज्य के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में 1.25 लाख से अधिक फलदार पौधे लगाए गए हैं।

इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये पंजाब के बाग़बानी और फूड प्रोसेसिंग मंत्री फौजा सिंह सरारी ने बताया कि पंजाब सरकार सरकारी स्कूलों में फलदार पौधे लगाने के इलावा राज्य के 10 प्रतिशत वन अधीन क्षेत्र को फलों के बाग़ों में तबदील करेगी। उन्होंने कहा कि फलदार वृक्ष लगाने से न केवल राज्य में हरियाली बढ़ाने में मदद मिलेगी बल्कि यह लोगों ख़ास कर बच्चों, जो फल खरीदने में असमर्थ हैं, के लिए पोषण सुरक्षा को भी यकीनी बनाऐगा।

कैबिनेट मंत्री फौजा सिंह सरारी ने कहा कि किसानों को रिवायती फसलों का विकल्प मुहैया करवाने के मद्देनजऱ एक और पहलकदमी के अंतर्गत संगरूर जिले के गाँव खेड़ी में प्याज़ के लिए एक और सैंटर आफ एक्सीलेंस स्थापित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह पंजाब में इंडो-डच्च समझौते के अनुसार स्थापित किया जाने वाला तीसरा सैंटर आफ एक्सीलेंस होगा।

इस आधुनिक केंद्र का उद्देश्य पंजाब के किसानों को प्याज़ की खेती में नवीनतम तकनीकी और वैज्ञानिक प्रगति से अवगत करवाना ही नहीं बल्कि दो-फ़सली प्रणाली के रिवायती फ़सली चक्र को तोडऩा है, जिसके नतीजे के तौर पर पानी का स्तर लगातार नीचे जा रहा है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार कुदरती स्त्रोतों की संभाल और वातावरण को बचाने के लिए लगातार यत्नों के साथ-साथ नयी फसलों और नवीनतम तकनीकों के द्वारा किसानों की आय बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

और जानकारी देते हुये मंत्री ने कहा कि यह केंद्र डच्च के सहयोग से प्याज़ की खेती को 22 टन से बढ़ा कर 40 टन प्रति हेक्टेयर करने और डच्च की नवीनतम स्टोरेज तकनीक का प्रयोग करके कटाई के बाद के नुकसान को 30 प्रतिशत तक घटाने पर केंद्रित होगा। जिक़रयोग है कि यह केंद्र 10 करोड़ रुपए की लागत से मिशन फार इंटीग्रेटिड डिवैल्पमैंट आफ हार्टिकल्चर (ऐमआईडीऐच) के अंतर्गत स्थापित किया जायेगा।

बाग़बानी मंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में पंजाब प्याज़ की 25 प्रतिशत ज़रूरत पूरी कर रहा है और एक बार इस आधुनिक केंद्र की स्थापना होने पर 3 सालों में यह क्षेत्रफल 60000 एकड़ तक बढ़ जायेगा। मौजूदा समय में 25000 एकड़ क्षेत्रफल में प्याज़ की खेती की जा रही है।

लैंड ऐकुईज़ीशन के दौरान मुआवज़े में विस्तार

विकास प्रोजेक्टों के लिए ज़मीन एक्वायर करने के दौरान अधिक मुआवज़ा लेने की राज्य भर के किसानों की लम्बित माँग को पूरा करते हुये मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार ने मुआवज़े की रकम में 4-5 गुणा विस्तार कर दिया है। इस सम्बन्धी जवाबदेही को यकीनी बनाते हुए पूरी पारदर्शिता लाने के लिए बहुत सी गड़बडिय़ों को दूर किया गया।

बाग़बानी मंत्री फौजा सिंह सरारी ने कहा कि विभाग किसानों को रेशम के उत्पादन के लिए प्रेरित कर रहा है और 2000 से अधिक किसानों को इस तरफ़ उत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इस साल फिऱोज़पुर में बड़े स्तर पर मिर्चों की खेती के लिए ‘चिल्ली अस्टेट’ भी स्थापित करेगी।

मंत्री ने बताया कि सरकार की तरफ से ‘बाग़बानी हब’ बनाने की योजना भी बनाई जा रही है, जोकि एक कम्युनिटी हायरिंग सैंटर, प्लांट हैल्थ क्लीनिक, माईक्रो न्यूट्रीऐंट स्तर तक मिट्टी की जांच, वर्मी कम्पोस्ट, फलों और सब्जियाँ के बीज आदि प्रदान करके किसानों की लागत में 24000 रुपए प्रति एकड़ की कमी लाएगी। मंत्री ने कहा कि अगले 5 सालों में ऐसे 25 बाग़बानी हब बनाऐ जाएंगे।

पंजाब में उद्यमी निवेश में एक बड़ा उछाल देखा गया है और भारत सरकार के कृषि ढांचा फंड स्कीम का लाभ लेने के लिए लगभग 2100 करोड़ रुपए के व्यक्तिगत निवेश प्रोजैकट प्रगति अधीन हैं। यह स्कीम अधिक से अधिक 2 करोड़ रुपए के निवेश के साथ कजऱ्े के ब्याज पर 3 फीसद की छूट देती है। बैंकों की तरफ से अब तक 408 करोड़ रुपए मंज़ूर किये जा चुके हैं।

कैबिनेट मंत्री फौजा सिंह सरारी इस स्कीम के सक्रिय राजदूत रहे हैं और उन्होंने 22 जुलाई, 2022 को सम्मेलन आयोजित किया, इसके इलावा 4 दिसंबर, 2022 को एग्री टेक में राज्य स्तरीय सत्र भी करवाया।

फ़सलीय विभिन्नता में एक और बड़ी पहलकदमी के अंतर्गत एक राज्य योजना तैयार की गई है, जिसके अधीन विभिन्नता के लिए सहमत किसानों को 14000 रुपए प्रति एकड़ सब्सिडी दी जायेगी।